श्रद्धाुओं की आस्था का प्रतीक है भगवान नर्मदेश्वर शिव मंदिर

जागरण संवाददाता रोहतक कोरोना महामारी के बावजूद भी भगवान शिव के प्रति लोगों की अटूट

By JagranEdited By: Publish:Mon, 26 Jul 2021 07:34 AM (IST) Updated:Mon, 26 Jul 2021 07:34 AM (IST)
श्रद्धाुओं की आस्था का प्रतीक है भगवान नर्मदेश्वर शिव मंदिर
श्रद्धाुओं की आस्था का प्रतीक है भगवान नर्मदेश्वर शिव मंदिर

जागरण संवाददाता, रोहतक :

कोरोना महामारी के बावजूद भी भगवान शिव के प्रति लोगों की अटूट श्रद्धा बनी हुई है। भले ही महामारी के चलते ज्यादातर लोग अपने घरों में ही रहकर शिवरात्रि मनाएंगे। लेकिन शिवरात्रि के प्रति श्रद्धालुओं में उत्साह भी है। वैश्य व्यायामशाला एवं गोशाला स्थित भगवान नर्मदेश्वर शिव मंदिर के पुजारी पंडित अश्वनी वशिष्ठ ने बताया कि शिवरात्रि के संबंध में मंदिर को लेकर श्रद्धालुओं में खासा उत्साह देखा जा रहा है। यह मंदिर श्रद्धाुओं की आस्था का प्रतीक है। यहां छह अगस्त को शिवरात्रि का पावन पर्व धूमधाम से मनाया जाएगा।

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इतिहास : जानकारों के अनुसार इस प्राचीन शिव मंदिर का इतिहास करीब 83 साल पुराना है। यह मंदिर वर्षों पुरानी यादें संजोए हुए है। पुजारी अश्वनी वशिष्ठ ने बताया कि आजादी से पहले 1939 में लाला सीताराम श्रीकृष्णदास कलानौर फर्म के संचालक लाला रामेश्वरदास कलानौर ने नर्मदा नदी से शिवलिग मंगवाकर नर्मदेश्वर महादेव मंदिर की स्थापना की थी। इसी कारण इस शिवालय का नाम नर्मदेश्वर शिव मंदिर है। पुजारी ने बताया कि मंदिर की स्थापना से लेकर अब तक उनका परिवार यहां सेवा कर रहा है।

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आकर्षक : प्राचीन शैली में बने इस मंदिर के बाहर श्री राधा कृष्ण की प्रतिमाएं भी बनी हुई है। पुजारी ने बताया कि मंदिर पर एक बार आसमानी बिजली गिरी थी, जिसमें मंदिर का मामूली सा हिस्सा क्षतिग्रस्त हुआ था। मंदिर में महात्मा गांधी की प्रतिमा भी लगी हुई है। जो अंग्रेजो भारत छोड़ो आंदोलन की याद दिलाती है। उसी आंदोलन से प्रेरित होकर मंदिर में महात्मा गांधी की मूर्ति लगाई गई थी। तैयारियां : मंदिर में इस बार भी शिवरात्रि धूमधाम से मनाई जाएगी। शिवरात्रि को लेकर मंदिर में सजावट का कार्य किया जाएगा। मंदिर को आकर्षक लाइटों से भी सजाया जाएगा। शिवरात्रि के पावन अवसर पर यहां भंडारा भी लगाया जाएगा।

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मंदिर में पिछले करीब चार दशक से हम परिवार सहित आ रहे हैं। मंदिर में आने पर सुकून मिलता है। यहां मत्था टेक कर मन्नते भी मांगते हैं। मन्नतें पूरी होने पर प्रसाद भी वितरित करते हैं। मंदिर में दिल्ली व पंजाब से भी श्रद्धालु आते हैं।

- विद्या देवी, श्रद्धालु, रोहतक ।

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वैश्य व्यायामशाला एवं गोशाला स्थित भगवान नर्मदेश्वर शिव मंदिर में स्थापित शिवलिग पर जलाभिषेक का सिलसिला आधी रात से ही शुरू हो जाता है। कोरोना महामारी के चलते मंदिर में साफ सफाई व कोविड नियमों के पालन का पूरा ध्यान रखा जाएगा।

- पंडित अश्वनी वशिष्ठ, पुजारी, नर्मदेश्वर शिव मंदिर, जनता कालोनी, रोहतक।

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