जेल में बंद जितेंद्र ने गाई कोरोना-मुक्ति की प्रार्थना

तिनका तिनका फाउंडेशन ने रोहतक की सुनारिया जेल में बंद जितेंद्र की विश्व संगीत दिवस के मौके पर लिखी और गाई एक रागिनी देश के नाम समर्पित की है।

By JagranEdited By: Publish:Tue, 22 Jun 2021 08:29 AM (IST) Updated:Tue, 22 Jun 2021 08:29 AM (IST)
जेल में बंद जितेंद्र ने गाई कोरोना-मुक्ति की प्रार्थना
जेल में बंद जितेंद्र ने गाई कोरोना-मुक्ति की प्रार्थना

जागरण संवाददाता, रोहतक : तिनका तिनका फाउंडेशन ने रोहतक की सुनारिया जेल में बंद जितेंद्र की विश्व संगीत दिवस के मौके पर लिखी और गाई एक रागिनी देश के नाम समर्पित की है। कोरोना काल शीर्षक की यह रागिनी एक प्रार्थना है, जिसमें देश के पहले जैसे खुशहाल और सेहतमंद होने की दुआ मांगी गई है। रागिनी की प्रमुख पंक्तियां हैं.. मनै मोड़ द्यो नै मेरा देश उसा, कुछ साल पहला खुश था जिसा (मुझे लौटा दो वैसा देश, कुछ साल पहले जैसा वो खुश था) जितेंद्र के इस गाने को रिलीज करते हुए जेल अधीक्षक सुनील सांगवान ने कहा, रेडियो में व्यस्त होने से बंदियों में काफी उत्साह देखा जा रहा है। उनके लिए यह रेडियो अपनी प्रतिभा को सामने लाने का अनूठा अवसर लाया है।

25 साल का जितेन्द्र पिछले पांच साल से जेल में विचाराधीन बंदी है। इस रागिनी को उसने जेल में बैठकर लिखा और गाया है। यह पहला मौका है जब उसका लिखा कोई गाना किसी मंच पर साझा किया गया है। जितेन्द्र का चयन इसी हरियाणा जेल रेडियो में एक जाकी के तौर पर हुआ था। वह इस जेल मे तिनका रेडियो जाकी के लिए चुन गए पांच बंदियों में से एक है। उसका एक और साथी, सुभाष, भी इन दिनों बेद प्रराणादायक रागिनियां लिख रहा है। विश्व संगीत दिवस पर तिनका फाउंडेशन की संस्थापक डा. वर्तिका नन्दा ने सोमवार को इस रागिनी को यूट्यूब पर पाडकास्ट के मंच पर रिली•ा किया है। जेल में संगीत और प्रयोग

असल में यह प्रयोग हरियाणा में लाए जा रहे जेल रेडियो का एक हिस्सा है। हरियाणा जेल रेडियो तिनका तिनका फाउंडेशन की संस्थापक डा. वर्तिका नन्दा की संकल्पना पर आधारित हैं। हरियाणा में कुल 19 जेलें हैं, जिनमें से 7 में रेडियो लाने का काम पूरा हो चुका है। 2020 से अब तक इन जेलों में आडीशन के बाद 47 बंदियों को रेडियो जाकी की ट्रेनिग दी गई है। रोहतक जेल में रेडियो उद्घाटन 29 अप्रैल को किया था।

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