नो पार्किग जोन से नहीं उठाए जा रहे वाहन, एजेंसी ने शुल्क माफी की लगाई गुहार

बाजारों में अतिक्रमण मिलने पर व्यापारी कार्रवाई का सामना कर रहे हैं। जबकि शहरी क्षेत्र में नो पार्किंग जोन से वाहन उठाने तक का कार्य शुरू नहीं हो सका है।

By JagranEdited By: Publish:Mon, 06 Jul 2020 08:36 AM (IST) Updated:Mon, 06 Jul 2020 08:36 AM (IST)
नो पार्किग जोन से नहीं उठाए जा रहे वाहन, एजेंसी ने शुल्क माफी की लगाई गुहार
नो पार्किग जोन से नहीं उठाए जा रहे वाहन, एजेंसी ने शुल्क माफी की लगाई गुहार

जागरण संवाददाता, रोहतक : बाजारों में अतिक्रमण मिलने पर व्यापारी कार्रवाई का सामना कर रहे हैं। जबकि शहरी क्षेत्र में नो पार्किंग जोन से वाहन उठाने तक का कार्य शुरू नहीं हो सका है। कोरोना संक्रमण को लेकर लगाए गए लॉकडाउन में नुकसान का हवाला दिया है। इसके साथ ही प्रति माह राहत की मांग की है। निगम प्रशासन ने आय के स्त्रोत बेहद कम होने की बात कही है।

नगर निगम प्रशासन ने शहरी क्षेत्र में नो पार्किंग जोन से वाहन उठाने का कार्य एक एजेंसी को सौंपा था। दो वाहन इस कार्य के लिए लगाए गए। मेयर मनमोहन गोयल के मुताबिक, प्रति वाहन 82 हजार रुपये मासिक शुल्क तय था। बाजारों, मुख्य सड़कों के सहारे या फिर नो पार्किंग जोन में खड़े होने वाले वाहनों को हटाने की कार्रवाई का जिम्मा एजेंसी पर था। यातायात पुलिस के साथ मिलकर वाहनों को उठाने का कार्य हो रहा था। एजेंसी ने नुकसान का हवाला देते हुए मांग की है कि प्रति माह का शुल्क पूरी तरह से माफ होना चाहिए। जगह को लेकर भी नहीं हो सका था फैसला

मेयर ने बताया है कि वाहनों को उठाने का कार्य एजेंसी को करना था। जो भी वाहन उठाने की कार्रवाई होनी थी उसके बाद वाहन पुलिस लाइन में खड़े किए जाने थे। हालांकि पुलिस की आपत्ति के बाद पुलिस लाइन में वाहन खड़े करने की अनुमति नहीं मिली। इसलिए पूरे प्रकरण में कार्रवाई भी प्रभावित रही। नए सिरे से कार्रवाई को लेकर जब निगम प्रशासन ने एजेंसी से संपर्क किया तो पूरा मामला सामने आया है। निगम के अधिकारियों का कहना है कि मासिक शुल्क माफ नहीं होगा। वर्जन

संबंधित एजेंसी को दो वाहनों का प्रति माह 1.65 लाख रुपये शुल्क जमा कराना था। लेकिन एजेंसी ने अपनी समस्या बताई। हमने तो यही कहा है कि शुल्क माफ करना मुश्किल है। क्योंकि निगम के पास इस वक्त आय के स्त्रोत कम हैं।

मनमोहन गोयल, मेयर, नगर निगम

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एजेंसी से दोबारा से संपर्क किया है। एजेंसी ने काम करने की इच्छा जताई है। इसलिए अगले दो-तीन दिन में वार्ता करेंगे। जो वाहन नो पार्किंग जोन से उठाए जाएंगे उनके लिए जगह भी चिह्नित करेंगे।

सुरेंद्र गोयल, एलओ, नगर निगम

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