हरसेक कार्यशाला में समझाया शुद्ध डाटा का महत्व

जागरण संवाददाता रोहतक हरियाणा अंतरिक्ष उपयोग केंद्र (हरसेक) की ओर से बुधवार को

By JagranEdited By: Publish:Thu, 28 Oct 2021 05:43 AM (IST) Updated:Thu, 28 Oct 2021 05:43 AM (IST)
हरसेक कार्यशाला में समझाया शुद्ध डाटा का महत्व
हरसेक कार्यशाला में समझाया शुद्ध डाटा का महत्व

जागरण संवाददाता, रोहतक : हरियाणा अंतरिक्ष उपयोग केंद्र (हरसेक) की ओर से बुधवार को लघु सचिवालय के सभागार में कार्यशाला का आयोजन किया गया। इस कार्यशाला का उद्घाटन नगराधीश ज्योति मित्तल ने किया। जिला परिषद के मुख्य कार्यकारी अधिकारी महेश कुमार भी कार्यशाला में मौजूद रहे।

कार्यशाला में हरसेक के वैज्ञानिक डा. नितिन चौहान व पवन कुमार ने जीआइएस के पास उपलब्ध विभिन्न विभागों से संबंधित डाटा के बारे में विस्तार से जानकारी दी। उन्होंने बताया कि कोई भी विभाग अपने विभाग से संबंधित शुद्ध डाटा प्राप्त करने के लिए एक्सेस आइडी व पासवर्ड निर्धारित मूल्य पर प्राप्त कर सकता है। उन्होंने बताया कि शिक्षा, चुनाव, वन, बागवानी, मत्स्य, पर्यावरण, भू-जल रेलवे, सड़क, भू-रिकार्ड व अपराध मैपिग से संबंधित डाटा जीआइएस के माध्यम से प्राप्त कर सकते हैं।

उन्होंने बताया कि डाटा को योजना बनाने के लिए उपयोग किया जा सकता है। उपलब्ध डाटा से यह भी पता लग जाएगा कि कौन से क्षेत्र में कितने गांव हैं और किस क्षेत्र में कितनी बंजर भूमि है। डा. नितिन चौहान ने बताया कि फसल अवशेष जलाने की घटनाओं के बारे में भी जानकारी हासिल की जा सकेगी। कार्यशाला में यह भी बताया गया कि हरसेक के पास उपलब्ध डाटा से यह भी पता चल जाएगा कि कितने भू-क्षेत्र में फसल की बिजाई हुई है और कितनी पैदावार होने की संभावना है। जमीन के कौन से हिस्से में मीठा पानी उपलब्ध है इसका डाटा भी हरसेक के पास उपलब्ध है। कार्यशाला में यह भी बताया कि हरसेक का डाटा इस बात की भी मदद करेगा की सड़क कितनी चौड़ी होनी चाहिए तथा मकान कहां बनाए जा सकते हैं और मार्केट कहां बन सकती है। इस कार्यशाला में विभिन्न विभागों के अधिकारियों ने भाग लिया। बैठक में उप निदेशक परियोजना, डीआरडीए दर्शन राठी, अतिरिक्त उपायुक्त के निजी सहायक सतबीर फौगाट, सहायक सांख्यिकी अधिकारी विनोद हुड्डा, प्रोग्रामर योगेश कुमार व परमजीत सहित अन्य विभागों के अधिकारी और कर्मचारी उपस्थित थे।

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