शादी के 12 साल बाद पति बोला यह मेरी पत्नी नहीं बहन है, जानें क्या है माजरा
पत्नी द्वारा पति को रक्षाबंधन के दिन राखी बांधने का मामला सुलझ नहीं रहा। लाख समझाने के बाद भी पति ने पत्नी को अपनाने का इन्कार कर दिया है। वह उससे तलाक लेने पर अड़ा है।
जेएनएन, रोहतक। यहां मामूली बात पर झगड़ा हो जाने के बाद पत्नी द्वारा पति काे राखी बांधने का मामला लोगों के लाख प्रयास के बावजूद सुलझ नहीं रहा। आहत पति तीन काउंसलिंग के बाद भी पत्नी को अपनाने को तैयार नहीं है। वह कहता है राखी बांधने के बाद यह तो मेरी बहन बन गई। अब वह उसे अपनी पत्नी नहीं मान सकता और जल्दी ही तलाक के लिए कोर्ट में अर्जी दाखिल करेगा। दूसरी ओर, पत्नी अपनी गलती पर माफी मांग रही है और वह इस विवाद को खत्म करना चाहती है।
रक्षाबंधन के दिन मामूली विवाद में पत्नी द्वारा पति को राखी बांधने का मामला
दरअसल, शहर के एक मोहल्ला निवासी युवक ने पिछले सप्ताह पुलिस को शिकायत दी थी कि उसकी पत्नी ने रक्षाबंधन के दिन उसकी कलाई में हाथ में राखी बांध दी। ऐसे में वह अब उसके साथ नहीं रह सकता। इससे समाज में उसकी छवि खराब हुई। बेइज्जती के कारण वह घर से बाहर भी नहीं निकल पा रहा। बता दें कि दोनों की शादी के 12 साल हो चुके हैं और उनके दो बच्चे भी हैं।
पुलिस ने इस मामले को कम्युनिटी लाइजिंग ग्रुप के पास भेज दिया था, ताकि काउंसिलिंग से पति-पत्नी का विवाद समाप्त कराया जा सके। वहां पत्नी ने तर्क दिया था कि उसका पति शराब पीने का आदी है। इस कारण वह उससे परेशान हो चुकी है और कहाुसनी में उसने गुस्से में पति काे राखी बांध दी।
कम्युनिटी लाइजिंग ग्रुप में चल रही है दोनों की काउंसलिंग, पत्नी रही माफी लेकिन पति तलाक पर अड़ा
इस विवाद को खत्म करने के लिए ग्रुप के सदस्य काउंसलिंग के द्वारा दोनों को समझा रहे हैं। सूत्रों कु अनुसार, पति किसी हालत में पत्नी को अपनाने को तैयार नहीं है। वह बार-बार कह रहा है कि जब पत्नी ने राखी बांध दी तो फिर पत्नी का रिश्ता कैसा। उसका कहा है कि वह जल्दी ही तलाक के लिए कोर्ट में अर्जी दायर करेगा। उधर, पत्नी का कहना है कि वह अपनी गलती मानती है और उसने गुस्से में आकर यह कदम उठा दिया था। ग्रुप के सदस्य प्रयास कर रहे हैं कि पति-पत्नी के विवाद को खत्म करा दिया जाए।
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बाद दें कि रक्षाबंधन के दिन पति और पत्नी के बीच किसी बात पर विवाद हो गया अौर पत्नी ने पति काे राखी बांध दी। इससे पति बहुत आहत हो गया और शर्मिंदगी में वह तीन दिन तक घर से नहीं निकला। चौथे दिन निकला तो सीधे थाने पहुंच गया। उसने घटना की जानकारी देते हुए पत्नी से तलाक दिलाने की मांग की। उसकी कहानी सुन पुलिस अधिकारी भी चौंक गए। उन्होंने समझौता कराने के लिए दोनों को कम्युनिटी लाइजिंग ग्रुप (सीएलजी) के पास भेज दिया। वहां दोनों को समझाने के प्रयास किए जा रहे हैं। सीएलजी में पुलिस दंपतियों एवं अन्य सामाजिक विवादों का समझौता कराने का प्रयास करती है।
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पति का कहना है कि इस घटना जानकारी आस पड़ोस के लोगों तक पहुंच गई। कई लोगों ने तो उसे ताने देना शुरू कर दिया। तानों के डर से कई दिन तक वह घर से बाहर ही नहीं निकल पाया। अब उसने निर्णय लिया है कि पत्नी से तलाक लेकर रिश्ता खत्म कर देने में ही बेहतरी है। पति का कहना है कि कलाई पर राखी बहन द्वारा बांधी जाती है, इसलिए इस पवित्र धागे की गरिमा बरकरार रहनी चाहिए। पति का पक्ष सुनने के बाद पत्नी को बुलाया गया। उसने पति पर शराब पीकर झगड़ा और मारपीट करने का आरोप लगाया।
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रोहतक सीएलजी के प्रभारी सुभाष गुप्ता का कहना है कि हमारे पास पहली बार ऐसा मामला आया है। सीएलजी में हम दहेज उत्पीड़न, आपसी मनमुटाव जैसे विवादों में समझौता कराने का प्रयास करते हैं। ज्यादातर मामलों में समझौता हो जाता है। दोनों की काउंसिलिंग की जा रही है। समझौता करा दिया जाएगा। उनके दो छोटे-छोटे बच्चे हैं। हम उन्हें अपने बच्चों के भविष्य का भी हवाला दे रहे हैं।