मेरे बचपन का हिदुस्तान, न बांग्लादेश ना पाकिस्तान, वो पूरा-पूरा हिदूस्तान, मैं उसको ढूंढ रहा हूं..

जागरण संवाददाता रोहतक वैश्य इंजीनियरिग कालेज में आयोजित युवा महोत्सव-झंकार के दूसरे दि

By JagranEdited By: Publish:Sat, 09 Nov 2019 07:14 PM (IST) Updated:Tue, 12 Nov 2019 06:32 AM (IST)
मेरे बचपन का हिदुस्तान, न बांग्लादेश ना पाकिस्तान, वो पूरा-पूरा हिदूस्तान, मैं उसको ढूंढ रहा हूं..
मेरे बचपन का हिदुस्तान, न बांग्लादेश ना पाकिस्तान, वो पूरा-पूरा हिदूस्तान, मैं उसको ढूंढ रहा हूं..

जागरण संवाददाता, रोहतक :

वैश्य इंजीनियरिग कालेज में आयोजित युवा महोत्सव-झंकार के दूसरे दिन हिदू और मुस्लिम एकता की झलक दिखती प्रस्तुति दिखने को मिली। प्रतिभागियों की राष्ट्र भक्ति से ओत-प्रोत प्रस्तुतियों को दर्शकों ने तालियों से सराहा। स्टेज-4 पर कराई गई उर्दू कविता पाठ में मुस्लमां और हिदू की जान कहां है मेरा हिदुस्तान, मैं उसको ढूंढ रहा हूं। मेरे बचपन का हिदूस्तान, ना बांग्लादेश ना पाकिस्तान वो पूरा-पूरा हिदूस्तान, मैं उसको ढूंढ रहा हूं की प्रस्तुति पर मौजूद दर्शकों की आंखें नम हो गई।

स्टेज-1 पर राजस्थान के परंपरागत घूमर और हरियाणवी नृत्य ने तारीफ बटोंरी। स्टेज-5 पर बेस्ट आउट ऑफ वेस्ट प्रतियोगिता का ने प्रदूषण से बढ़ती समस्याओं पर मॉडल बनाए। विद्यार्थियों ने खराब समझी जाने वाली वस्तुओं को जोड़कर शहरों में बढ़ रहे प्रदूषण की समस्या से अवगत कराया। स्टेज-2 पर माता-पिता, सैनिकों व राष्ट्र को नमन करती हुईं प्रस्तुति दी गई। यूटीडी रोहतक की टीम ने 'जिसने हमें जन्म दिया है, फूलों का उपहार उसी को' की प्रस्तुति को मां को अर्पित किया। फिर आज भुजाएं फड़क उठी गीत से सैनिकों के शौर्य को सलाम किया गया। मुख्य स्टेज पर मिमिक्री से प्रतिभगियों ने दर्शकों को गुदगुदाया। हिदी सिने कलाकार और राजनेताओं की मिमिक्री कलाकारों ने की। वहीं हिदी वन एक्ट प्ले में बेहतरीन प्रदर्शन करते हुए दर्शकों को समाज में व्याप्त समस्याओं पर सोचने को मजबूर कर दिया। पांडाल में तालियों की गड़गड़ाहड ऐसी रही कि चोट और बीमारी के बावजूद प्रतिभागियों के हौसलें बुलंद रहे। पिछले एक महीने से तैयारी कर रहे प्रतिभागी आखिरी लम्हे तक रिहर्सल करते दिखे। मंचन से पहले बैठने के लिए बनाए गए ग्रीन रूम का नजारा असल में रिहर्सल रूम जैसा रहा। प्रतिभागियों के साथ टीम कॉर्डिनेटर भी मेहनत करते दिखे। गंगा मैया की महिमा का किया बखान

सामूहिक गायन में हरियाणवी गीतों का दर्शकों ने जमकर लुत्फ उठाया। गंगा जी के प्यार मह पर गंगा नदी की महिमा का बखान करते हुए प्रस्तुति दी गई। प्रतिभागियों ने भारतवर्ष में गंगा नदी के महत्व पर प्रकाश डाला। वहीं दानवीर कर्ण के जीवन चरित्र का सजीव चित्रण वन एक्ट प्ले में किया गया। कर्ण के त्याग और प्रतिज्ञा के बीच का असमंजस कलाकारों ने इतना सजीव किया कि दर्शकों की आंखे तक नम हो गई। स्टेज-2 पर वेस्टर्न सोलो सांग गर्ल ऑन फायर पर युवा झूमते दिखे। प्लास्टर बांधकर बनाया मॉडल

एमडीयू के चतुर्थ वर्ष के फाइन आर्ट के छात्र अंकुश ने पृथ्वी को इंसानी गतिविधियों से हुई क्षति को दर्शाया। अंकित ने बताया कि दो दिन पहले एक्सिडेंट में पैर में चोट आई थी। डॉक्टर ने 10 दिन के रेस्ट की सलाह दी है। लेकिन, युवा महोत्सव का आकर्षण ऐसा रहा कि खुद को रोक नहीं सका। अंकित ने पैर में प्लास्टर बांधकर मॉडल बनाया। इसके अलावा वैश्य ग‌र्ल्स कालेज की छात्रा श्वेता ने गत्ते, कागज, क्ले आदि से शहरों में बढ़ रहे प्रदूषण पर मॉडल बनाया। यह रहे मौजूद

वैश्य संस्था के प्रधान विकास गोयल, कोषाध्यक्ष पवन मितल, युवा महोत्सव के आयोजन सचिव डा. संजय जिदल, प्राचार्य डा. दीपक गोयल, अनिल बिदल, सतीश गोयल, सुभाष गुप्ता, मुकेश गुप्ता, राहुल जैन, मनीष बंसल आदि मौजूद रहे। आज कव्वाली और हरियाणवी ऑकेस्ट्रा का रहेगा जोर सत्र स्टेज-1 स्टेज-2 स्टेज-3 स्टेज-4 स्टेज-5 सुबह कव्वाली ऑरकेस्ट्रा (हरियाणवी) डिबेट हिदी डिबेट अंग्रेजी ---

सुबह फोक डांस (ग्रुप) क्विज --- --- ---

सुबह समापन व

पुरस्कार वितरण समारोह

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