छह करोड़ से तैयार होनी थी जिमखाना क्लब की सड़क, बजट के टोटे ने रोका निर्माण कार्य
जागराण संवाददाता रोहतक हरियाणा शहरी विकास प्राधिकरण(एचएसवीपी) की झोली खाली होने
जागराण संवाददाता, रोहतक : हरियाणा शहरी विकास प्राधिकरण(एचएसवीपी) की झोली खाली होने से तमाम विकास कार्य अटक गए हैं। फिलहाल बजट के टोटे के चलते पांच प्रमुख सेक्टरों को जोड़ने वाला पिछले चार साल से टूटा पड़ा है। सेक्टर वालों ने दावा किया है कि छह करोड़ से सड़क का निर्माण होना था। यह मार्ग सोनीपत रोड होते हुए सेक्टर-4 जिमखाना क्लब, राजीव गांधी स्टेडियम, गोहाना अड्डे तक जाता है।
सेक्टर-3 निवासी अधिवक्ता दीपक दहिया ने आरोप लगाए कि एचएसवीपी से लेकर नगर निगम में शिकायत कर दी। फिर भी सड़क का निर्माण नहीं हुआ। इन्होंने बताया कि संबंधित मार्ग से सनसिटी, राजीव गांधी स्टेडियम, नया बस अड्डा, सेक्टर-4, सेक्टर-4 एक्सटेंशन, सेक्टर-6 आदि के लिए यह मार्ग जाता है। पिछले करीब चार साल से जर्जर सड़क थी। सेक्टर-5 की रेजीडेंट वेलफेयर एसोसिएशन के प्रधान अमित कुमार ढुल ने बताया कि आए दिन हादसे हो रहे हैं। फिर भी मामले को लेकर सुनवाई नहीं हो रही। इसलिए करीब दो साल साल पहले सड़क निर्मित करने के लिए बताते हैं कि कार्रवाई शुरू हुई। उस दौरान नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल ने प्रदूषण का हवाला देते हुए नवंबर 2019 से जनवरी 2020 तक विकास कार्य प्रभावित रहे थे। जब विकास कार्य कराने के लिए राहत मिली तो बीते साल कोविड-2019 आ गया। तभी से मामला अटका हुआ है। अब बताते हैं कि बजट न मिलने से सड़क के निर्माण का मामला अटक गया है। सड़क का निर्माण कार्य तत्काल कराया जाए
सेक्टर-3 निवासी एडवोकेट दीपक दहिया ने बताया कि एचएसवीपी के अधिकारी कहते हैं कि नगर निगम में जाओ। नगर निगम के अधिकारी कहते हैं कि एचएसवीपी का मार्ग है, इसलिए वहीं जाओ। फिलहाल दोनों ही विभागों के चक्कर काटने पड़ रहे हैं। दूसरी ओर, सेक्टर-5 के प्रधान अमित कुमार ढुल का कहना है कि मुख्य सड़क पर हादसे हो जाते हैं तो सनसिटी, सेक्टर-4 और सेक्टर-5 वाले लोग ही घायलों को अस्पताल पहुंचाने का काम कर रहे हैं। भविष्य में कोई भी हादसा हो सकता है। किसी भी बड़े हादसे से बचने के लिए सड़क के निर्माण की मांग की है। वर्जन
बजट मांगा गया है। बजट मिलते ही हम सड़क के निर्माण कार्य की शुरूआत करा देंगे। यह बात सही है कि यहां सड़क के निर्माण की जरूरत है।
डीके आहूजा, एक्सईएन, एचएसवीपी