धूमधाम से मनाई गई गुरु रविदास जयंती, कई जगह लगाए भंडारे

सवांद सहयोगी महम संत शिरोमणी गुरु रविदास जयंती शनिवार को जिला भर में हर्षाेल्लास के साथ

By JagranEdited By: Publish:Sun, 28 Feb 2021 06:44 AM (IST) Updated:Sun, 28 Feb 2021 06:44 AM (IST)
धूमधाम से मनाई गई  गुरु रविदास जयंती, कई जगह लगाए भंडारे
धूमधाम से मनाई गई गुरु रविदास जयंती, कई जगह लगाए भंडारे

सवांद सहयोगी, महम : संत शिरोमणी गुरु रविदास जयंती शनिवार को जिला भर में हर्षाेल्लास के साथ मनाई गई। कहीं, भंडारे लगाए गए तो कहीं झांकियां निकाल की गुरु के दिखाए मार्ग पर चलने का आह्वान किया गया। कई स्थानों पर शोभा यात्राएं भी निकाली गई और समाज के सभी वर्गाें को एकजुट रहने का संदेश दिया गया।

महम-हिसार रोड स्थित संत शिरोमणी गुरु रविदास मंदिर सहित कस्बे में विभिन्न स्थानों पर गुरु रविदास जयंती धूमधाम से मनाई गई। आंबेडकर हितकारी संगठन की ओर से संत रविदास के 644 वें जन्म दिवस पर शोभा यात्रा भी निकाली गई। संगठन के प्रधान अनिल बिटू ने बताया कि शोभा यात्रा मंदिर से शुरू होकर हिसार रोड, पुराना बस अड्डा, भिवानी स्टैंड, राजीव चौक, थाना रोड, आजाद चौक, मेन बाजार होते हुए वापस रविदास मंदिर में पहुंची। शोभा यात्रा में युवकों ने कर्तब भी दिखाए। शोभा यात्रा में गुरु रविदास के अलावा कबीरदास, महर्षि वाल्मीकि, डा. बीआर आंबेडकर व गुरु नानक की झाकियां भी शामिल रही। वहीं, दूसरी ओर कस्बे के वार्ड-13 स्थित आंबेडकर चौपाल में भंडारे व संकीर्तन का आयोजन किया गया। वार्ड के पार्षद बंटी सिंहमार ने उपस्थित युवाओं से कहा कि गुरु की जयंती मनाने का फायदा तभी होगा जब हम इनके बताए रास्तों पर चलेंगे। शिक्षा की ओर ध्यान देंगे। गुरु रविदास संत के साथ-साथ एक महान समाज सुधारक भी थे। उन्होंने समाज से अनेक बुराइयों को समाप्त करने के लिए विशेष कदम उठाए थे।

रविदास जयंती मनाई

संवाद सहयोगी, कलानौर : संत शिरोमणि रविदास की 644वीं जयंती शनिवार को काहनौर गांव में मनाई गई। जयंती के मौके पर गांव में कई कार्यक्रम आयोजित किए गए । कार्यक्रम में मुख्य अतिथि हरियाणा गन्ना नियंत्रण बोर्ड के सदस्य प्रवीण लाम्बा रहे। संत शिरोमणि गुरु रविदास सभा की ओर से भव्य शोभायात्रा निकाली गई। यात्रा में संत रविदास और बाबा साहेब भीमराव आंबेडकर की सुंदर झांकियां आकर्षण का केंद्र रही। गुरु रविदास मंदिर में सुबह पूजा-अर्चना एवं यज्ञ किया गया। इस दौरान प्रवीण लाम्बा ने संत रविदास की ओर से दी गई शिक्षा और डा. आंबेडकर के जीवन के संघर्ष एवं दूरदर्शी सोच से प्रेरणा लेने का आह्वान किया। उन्होंने कहा कि संत रविदास ने सामाजिक एवं आध्यात्मिक संघर्ष किया था। उन्होंने एक सभ्य समाज की न सिर्फ कल्पना की, बल्कि उसे मूर्त रूप देने में भी अहम भूमिका निभाई।

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