जिले की कृषि भूमि पर 351000 कलोन पौधों से बढ़ेगी हरियाली

बरसाती सीजन में इस बार लाखों की संख्या में पौधे लगाए जाएंगे। वन विभाग की बात करें को विभाग ने आठ लाख से भी अधिक पौधे तैयार किए है। जिनको इस साल लगाए जाने का लक्ष्य रखा गया है।

By JagranEdited By: Publish:Mon, 21 Jun 2021 08:21 AM (IST) Updated:Mon, 21 Jun 2021 08:21 AM (IST)
जिले की कृषि भूमि पर 351000 कलोन पौधों से बढ़ेगी हरियाली
जिले की कृषि भूमि पर 351000 कलोन पौधों से बढ़ेगी हरियाली

जागरण संवाददाता, रोहतक :बरसाती सीजन में इस बार लाखों की संख्या में पौधे लगाए जाएंगे। वन विभाग की बात करें को विभाग ने आठ लाख से भी अधिक पौधे तैयार किए है। जिनको इस साल लगाए जाने का लक्ष्य रखा गया है। उधर, जिले की कृषि भूमि पर 351000 कलोन पौधों से हरियाली बढ़ाने पर फोकस किया जा रहा है। वन विभाग की ओर से साढ़े तीन लाख पौधे मंगाए जाएंगे, जिनको खेतों में लगाए जाएगा। वन विभाग के अधिकारियों के मुताबिक जिले की कृषि भूमि के लिए सफेदे के कलोन पौधे लगाए जाएंगे। किसानों को बरसाती सीजन में ये कलोन पौधे दिए जाएंगे, ताकि कम समय में किसानों को अधिक लाभ हो सके।

अधिकारियों का कहना है कि पानी वाले क्षेत्रों में सफेदे के ये कलोन पौधे तेजी से बढते हैं। जिससे किसानों को जल्दी फायदा मिल सकेगा। शहर के साथ साथ ग्रामीण क्षेत्र में भी हरियाली बढ़ाने पर विशेष फोकस विभाग की ओर से किया जा रहा है। मानसून की बारिश एक पखवाड़े भर में शुरू होने की संभावना जताई जा रही है। बरसाती सीजन में वन विभाग की ओर से जिले में हरियाली बढ़ाने ही मुहिम शुरू की जाएगी। जिसके तहत विभाग की ओर से जिले की कृषि भूमि पर 351000 कलोन पौधों से लाए जाने की योजना है। इसके लिए किसानों की ओर से विभागीय अधिकारियों से संपर्क किया जा सकता है। ताकि समय पर इन कलोन पौधों का रोपण खेतों में किया जा सके। उधर, विभाग की इस योजना का लाभ उठाने के लिए किसानों में भी सक्रियता बनी हुई है। अधिकारियों का कहना है कि कुछ किसानों ने तो अभी से ही कलोन सफेदे के पौधों के लिए विभाग से संपर्क साधना शुरू कर दिया है। दरअसल, यह सफेदा लगभग सात-आठ साल में ही काफी बड़ा हो जाता है। विभागीय अधिकारियों का कहना है कि मानसून की बारिश के बाद सफेदे के कलोन पौधों का वितरण शुरू कर दिया जाएगा। विभाग की नर्सरियों में ये पौधे किए हैं तैयार :

वहीं, विभाग की ओर से छह नर्सरियों में आठ लाख से अधिक अन्य पौधे तैयार किए गए हैं। जिनमें से चार नर्सरी रोहतक रेंज में जबकि दो नर्सरियां महम रेंज में भी है। इन नर्सरियों में तैयार किए गए इन पौधों में नीम, बरगद, पीपल, पिलखन, सागवान, पापडी, बकायन, बहेड़ा, शीशम, सफेदा, पोपलर, कीकर, जंगल जलेबी, सिरस, अमलता, पहाड़ी पापडी, आंवला, बेल पतर, अमरूद, जामुन, पत्थर चट, तुलसी, आंवला, अर्जुन, जमोआ, मौलसरी, हार सिगार, एलोवेरा व शहतूत आदि अनेक प्रजातियों के पौधे शामिल हैं। वर्जन :

जिले की कृषि भूमि पर 351000 कलोन पौधों से हरियाली लाए जाने की योजना है। इसके लिए किसानों की ओर से विभाग में संपर्क किया जा सकता है। ताकि समय पर सफेदे के इन कलोन पौधों का रोपण खेतों में किया जा सके। विभाग की ओर से जिले में हरियाली बढ़ाने पर फोकस किया जा रहा है। इनके अलावा जिले ही नर्सरियों में लाखों पौधे तैयार किए गए हैं। अलग अलग योजनाओं के तहत पौधे वितरित किए जाएंगे।

- रेनु बाला, जिला वन अधिकारी, रोहतक ।

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