जिले की ग्राम पंचायतों को वन विभाग देगा 13,9000 पौधे

मानसून की बारिश अगले पखवाड़े भर में शुरू होने की संभावना है। बरसाती सीजन में वन विभाग की ओर से जिले में हरियाली बढ़ाने पर फोकस किया गया है। जिसके तहत विभाग की ओर से जिले की ग्राम पंचायतों को 139000 पौधे दिए जाएंगे।

By JagranEdited By: Publish:Sat, 19 Jun 2021 05:51 AM (IST) Updated:Sat, 19 Jun 2021 05:51 AM (IST)
जिले की ग्राम पंचायतों को वन विभाग देगा 13,9000 पौधे
जिले की ग्राम पंचायतों को वन विभाग देगा 13,9000 पौधे

जागरण संवाददाता, रोहतक : मानसून की बारिश अगले पखवाड़े भर में शुरू होने की संभावना है। बरसाती सीजन में वन विभाग की ओर से जिले में हरियाली बढ़ाने पर फोकस किया गया है। जिसके तहत विभाग की ओर से जिले की ग्राम पंचायतों को 13,9000 पौधे दिए जाएंगे। मानसून की बारिश के बाद विभाग की ओर से पौधे दिए जाएंगे। ग्राम पंचायतों को यह पौधे अलग अलग योजनाओं के तहत दिए जाएंगे। विभागीय अधिकारियों का कहना है कि मानसून की बारिश के बाद पौध वितरण शुरू कर दिया जाएगा। ग्राम पंचायतें विभाग से संपर्क कर अपने अपने पंचायत क्षेत्रों में पौधरोपण कर सकती है। ग्राम पंचायतों की ओर से गांवों में पंचायत भवन, सामुदायिक केंद्र, शमशान भूमि, तालाब के पास, पार्क, खेल स्टेडियम, फिरनी या अन्य पंचायती स्थानों पर पौधरोपण किया जाएगा। उधर, विभाग की इस योजना का लाभ उठाने के लिए पंचायत प्रतिनिधि भी सक्रियता दिखा रहे हैं। निवर्तमान सरपंच व पंच आदि तो विभाग से पहले ही संपर्क बनाए हुए हैं।

विभाग की ओर से छह नर्सरियों में लाखों पौधे तैयार किए गए हैं। जिनमें से चार नर्सरी रोहतक रेंज में हैं। इनमें बोहर गांव में नहर के पास, सुनारिया गांव के पास नहर के साथ, सांपला व सांघी में नर्सरियां शामिल हैं। इनके अलावा महम रेंज में भी दो नर्सरियां है। जिनमें पौधे तैयार किए गए हैं। इन प्रजातियों के पौधे तैयार :

नर्सरियों में तैयार किए गए इन पौधों में नीम, बरगद, पीपल, पिलखन, सागवान, पापडी, बकायन, बहेड़ा, शीशम, सफेदा, पोपलर, कीकर, जंगल जलेबी, सिरस, अमलता, पहाड़ी पापडी, आंवला, बेल पतर, अमरूद, जामुन, पत्थर चट, तुलसी, आंवला, अर्जुन, जमोआ, मौलसरी, हार सिगार, एलोवेरा व शहतूत आदि विभिन्न्न प्रजातियों के पौधे शामिल हैं। हैं। कोरोना महामारी से बचाव के लिए अनेक लोग इस बार औषधीय पौधों की मांग कर रहे हैं। इसी के मद्देनजर इस बार अनेक औषधीय पौधे भी तैयार किए गए हैं। कोरोना महामारी में इस बार आक्सीजन किल्लत होने से सभी लोग वाकिफ हैं। जिसके चलते इस बार पौधरोपण अभियान को बल मिलने की संभावना है। वर्जन :

विभाग की ओर से नर्सरियों में आठ लाख से अधिक पौधे तैयार किए गए हैं। अलग अलग योजनाओं के तहत पौधे वितरित किए जाएंगे। मानसून आने पर पौधरोपण अभियान चलाया जाएगा। जिले में ग्राम पंचायतों व जन सहयोग से हरियाली को बढ़ाया जाएगा।

- रेनु बाला, जिला वन अधिकारी, रोहतक ।

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