प्राइमरी कक्षाओं से ही विद्यार्थियों को गुणवतापरक शिक्षा मुहैया कराने पर फोकस

जागरण संवाददाता रोहतक शिक्षा विभाग की ओर से बच्चों को समय की जरूरतों के हिसाब से गुण्

By JagranEdited By: Publish:Sat, 25 Sep 2021 06:18 AM (IST) Updated:Sat, 25 Sep 2021 06:18 AM (IST)
प्राइमरी कक्षाओं से ही विद्यार्थियों को गुणवतापरक शिक्षा मुहैया कराने पर फोकस
प्राइमरी कक्षाओं से ही विद्यार्थियों को गुणवतापरक शिक्षा मुहैया कराने पर फोकस

जागरण संवाददाता, रोहतक :

शिक्षा विभाग की ओर से बच्चों को समय की जरूरतों के हिसाब से गुणवतापरक शिक्षा मुहैया कराने पर विशेष फोकस किया जा रहा है। इसी के लिए विभाग ने शिक्षकों के न केवल प्रशिक्षण की तैयारी की है, बल्कि प्रशिक्षण शुरू भी कर दिया गया है। राजकीय माडल संस्कृति स्कूल मुखियाओं को शुक्रवार को यहां बीआरसी कार्यालय में प्रशिक्षण दिया गया। प्रशिक्षण का यह कार्य शनिवार को भी जारी रहेगा। सुबह से शाम तक प्रशिक्षण दिया गया। प्रशिक्षण के माध्यम से जिले के प्रत्येक खंड के राजकीय माडल संस्कृति स्कूल मुखियाओं व शिक्षकों को अपडेट किया जाएगा। अधिकारियों का कहना है कि प्रशिक्षण का मकसद शिक्षकों को और बेहतर तरीके सिखाना है ताकि बच्चों को पहले से अधिक रुचिपरक रूप से पढ़ाया जा सके। माडल संस्कृति स्कूलों के शिक्षकों के डिजिटल बोर्ड संबंधित प्रशिक्षण की कड़ी में शुक्रवार को महम तथा सांपला ब्लाक के प्राइमरी शिक्षकों को प्रशिक्षण दिया गया। प्रशिक्षण कार्यक्रम के अंतर्गत विभिन्न स्कूलों से आए शिक्षकों को विशेष रूप से पहली व दूसरी कक्षा में पढ़ाए जाने वाले विषयों हिदी, इंग्लिश और गणित के नवाचार एवं शिक्षण अधिगम सामग्री (टीएलएम) संबंधित जानकारी प्रदान की गई। इन प्राइमरी विद्यालयों में लगाए गए डिजिटल बोर्ड का प्रयोग किस किस उद्देश्य के लिए किया जा सकता है और इसका प्रयोग कैसे करें, इस संदर्भ में मास्टर ट्रेनर्स की ओर से विस्तृत जानकारी दी गई। सभी प्रतिभागियों ने डिजिटल बोर्ड के प्रयोग में विशेष रुचि दिखाई। उन्होंने विस्तार से पीपीटी के माध्यम से तकनीकी जानकारी भी दी। जिसके बाद उन्हें डिजिटल बोर्ड पर भी सभी फीचर्स का अभ्यास करवाया गया। सभी प्रतिभागियों ने बताई गई आप्शंस को स्वयं चलाकर भी देखा। कार्यशाला में मास्टर ट्रेनर दामिनी, मनीषा, अलका, सुनीता, अरविद, धर्मेंद्र, हेमलता, रंजना, सत्यवीर ने शिक्षकों को प्रशिक्षित किया। मास्टर ट्रेनर पूनम एवं सरोज ने कार्यक्रम समंवयक का कार्य संभाला। सुबह नौ से सांय चार बजे तक चले इस प्रशिक्षण शिविर को नोडल अधिकारी डिप्टी डीईईओ आशा दहिया के निर्देशन में चलाया गया।

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राजकीय माडल संस्कृति स्कूलों से आए शिक्षक डिजिटल बोर्ड शिक्षण में कुशलता प्राप्त कर व प्रभावशाली तरीकों से अपने दैनिक शिक्षण शेड्यूल में इसे शामिल करें ताकि हर विद्यार्थी इससे लाभांवित हो सके। इस प्रशिक्षण का मकसद शिक्षकों को और बेहतर तरीके सिखाना है ताकि बच्चों को पहले से अधिक रुचिपरक रूप से पढ़ाया जा सके। शिक्षकों व विद्यार्थियों को इसका काफी लाभ मिलेगा।

- आशा दहिया, डिप्टी डीईईओ, रोहतक।

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