बिना मास्क और सार्वजनिक स्थल पर थूकने पर लगेगा जुर्माना
उपायुक्त कैप्टन मनोज कुमार ने कहा है कि कोरोना संक्रमण की चैन को तोड़ने के लिए कुछ बातों का रखे ध्यान। हमारी एवं दूसरों की जिदगी बहुमूल्य है। घर से बाहर निकलते समय चेहरे को मास्क से ढकें।
जागरण संवाददाता, रोहतक : उपायुक्त कैप्टन मनोज कुमार ने कहा है कि कोरोना संक्रमण की चैन को तोड़ने के लिए कुछ बातों का रखे ध्यान। हमारी एवं दूसरों की जिदगी बहुमूल्य है। घर से बाहर निकलते समय चेहरे को मास्क से ढकें। मास्क न हो तो साफ गमच्छा या साफ कपड़े से मुंह को ढके। सार्वजनिक स्थानों पर जाते समय दो गज की दूरी का पालन करें। मिलने-जुलने के साथ सामाजिक दूरी भी जरूरी है। अब जिला में मास्क पहनना अनिवार्य है। अगर चेहरा नहीं ढका तो 500 रुपये का जुर्माना वसूला जाएगा। खुले में थूकने पर जुर्माना किया जाएगा। सार्वजनिक स्थानों को साफ व संक्रमण से मुक्त रखना हमारी सबकी जिम्मेवारी है। यही कोरोना से बचने का इलाज है। उपायुक्त ने कहा है कि जिला में कोरोना की दूसरी लहर को टीकाकरण से रोकेंगे तथा इसके कहर को बढ़ने नहीं देंगे। उन्होंने जिला वासियों का आह्वान किया है कि वे कोविड-19 के संक्रमण से बचाव के लिए जागरूक बने व सतर्क रहें। देश में विकसित कोविड-19 का टीका पूरी तरह सुरक्षित एवं प्रभावी है। कोई भी व्यक्ति कोविड-19 के टीकाकरण के बारे में किसी के बहकावे में न आएं। मौके पर पंजीकरण करवाकर ज्यादा से ज्यादा टीकाकरण करवाएं। सरकार द्वारा प्रत्येक सोमवार एवं मंगलवार को कोरोना का मेगा टीकाकरण अभियान चलाने का फैसला लिया गया है। पात्र लाभार्थी सरकारी अस्पताल या सरकार द्वारा अधिकृत निजी अस्पतालों में भी टीका लगवा सकते है। इंसान पृथ्वी के प्रति अपने कर्तव्य का करें निर्वहन-उपायुक्त जागरण संवाददाता, रोहतक : उपायुक्त कैप्टन मनोज कुमार ने विश्व पृथ्वी दिवस के अवसर पर नागरिकों से धरती को हरा-भरा बनाने का संकल्प लेने का आह्वान किया है। उन्होंने कहा कि हरियाली से हम सबको पर्याप्त मात्रा में शुद्घ हवा मिलेगी। विश्व पृथ्वी दिवस के अवसर पर जिला वासियों के नाम अपने संदेश में उपायुक्त कैप्टन मनोज कुमार ने कहा है कि इंसान पृथ्वी के प्रति अपने कर्तव्य से दूर होता जा रहा है। अपने संघर्ष में हम उन महत्वपूर्ण चीजों को अक्सर भूल जाते हैं, जो हमारे जीवन को प्रभावित करती है। कैप्टन मनोज कुमार ने कहा कि प्रदूषण वनों की कटाई जैसी समस्याओं पर विचार विमर्श करने के लिए यह दिन बेहद महत्वपूर्ण है। ओजोन लेयर में क्षति होने के कारण जलवायु परिवर्तन हो रहा है। उन्होंने कहा कि बढ़ती जनसंख्या के कारण प्राकृतिक संसाधनों का दोहन तेजी से बढ़ रहा है। इस असंतुलन के कारण वह दिन अब दूर नहीं है, जब पृथ्वी पर रहने का स्थान नहीं बचेगा। ऐसे में जरूरी है कि सही समय पर लोग जाग जाएं और अपनी जिम्मेदारियों को समझना शुरू करें। इसी उद्देश्य के साथ पिछले कई दशकों से पूरी दुनिया में विश्व पृथ्वी दिवस का आयोजन किया जाता आ रहा है। -----------------