मत्स्य पालकों को प्रदान की जा रही है वित्तीय सहायता : उपायुक्त
उपायुक्त कैप्टन मनोज कुमार ने बताया कि प्रधानमंत्री मत्स्य संपदा योजना के तहत मत्स्य पालन विभाग द्वारा मत्स्य पालकों को अनेक प्रकार की वित्तीय सहायता प्रदान की जा रही है।
जागरण संवाददाता, रोहतक : उपायुक्त कैप्टन मनोज कुमार ने बताया कि प्रधानमंत्री मत्स्य संपदा योजना के तहत मत्स्य पालन विभाग द्वारा मत्स्य पालकों को अनेक प्रकार की वित्तीय सहायता प्रदान की जा रही है। इसके अलावा मत्स्य पालकों को तकनीकी सहायता भी उपलब्ध करवाई जा रही है। मत्स्य पालन को बढ़ावा देने के लिए सरकार द्वारा अनेक योजनाएं क्रियान्वित की जा रही है। उपायुक्त कैप्टन मनोज कुमार ने बताया कि प्रधानमंत्री मत्स्य सम्पदा योजना का उद्देश्य उत्पादन और उत्पादकता में वृद्धि, मत्स्य प्रबंधन और नियामक ढांचा, टेक्नोलोजी इंफ्यूजन तथा पोस्ट हार्वेस्ट प्रबंधन के लिए ढांचागत सहायता प्रदान करना है। योजना के तहत तकनीकी सहायता भी उपलब्ध करवाई जाती है। उन्होंने बताया कि इंटेंसिव फिसरीज स्कीम के तहत भी वित्तीय सहायता प्रदान की जाती है।
राष्ट्रीय मधुमक्खी पालन एवं मधु मिशन के तहत पोर्टल शुरू
रोहतक : उपायुक्त कैप्टन मनोज कुमार ने बताया कि केंद्र सरकार द्वारा शहद व अन्य उत्पाद के स्त्रोत का पता लगाने बारे राष्ट्रीय मधुमक्खी पालन एवं मधु मिशन के तहत मधुक्रांति पोर्टल शुरू किया गया है, जिस पर मधुमक्खी पालन से जुड़े मधु मक्खी पालक, किसान उत्पादन समूह, सोसाइटी एवं शहद विपणन में कार्यरत हितधारक 15 जुलाई तक आनलाइन पंजीकरण कर सकते हैं। उन्होंने बताया कि उद्यान विभाग द्वारा जिला एवं खंड स्तर पर टीमों का गठन किया गया है, जो 15 जुलाई तक सभी मधु मक्खी पालकों व अन्य हितधारकों से सम्पर्क करके उनका पंजीकरण करेंगी। मधु मक्खी पालक, किसान उत्पादन समूह, सोसायटी एवं शहद विपणन में कार्यरत हितधारक इन टीमों का सहयोग करें तथा अपना पंजीकरण करवाये। मधुक्रांति पोर्टल पर पंजीकृत मधुमक्खी पालक की विभागीय योजनाओं का लाभ ले सकेंगे। इस संदर्भ में अधिक जानकारी के लिए जिला में स्थित उद्यान विभाग के कार्यालयों से सम्पर्क किया जा सकता है।