किसानों ने पराली नहीं जलाने की ली शपथ, कहा-दूसरों को भी करेंगे प्रेरित
पराली का समाधान है समझदारी दैनिक जागरण के इस अभियान के तहत शनिवार को गांव फरमाणा खास में स्थित ब्राह्मनान चौपाल में जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन किया गया। गांव के समाज सेवी एवं किसान महावीर सहारण के सहयोग से इस कार्यक्रम का आयोजन किया गया। कार्यक्रम में किसानों को पराली नहीं जलाने के लिए जागरूक किया गया।
संवाद सहयोगी, महम : पराली का समाधान है समझदारी, दैनिक जागरण के इस अभियान के तहत शनिवार को गांव फरमाणा खास में स्थित ब्राह्मनान चौपाल में जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन किया गया। गांव के समाज सेवी एवं किसान महावीर सहारण के सहयोग से इस कार्यक्रम का आयोजन किया गया। कार्यक्रम में किसानों को पराली नहीं जलाने के लिए जागरूक किया गया। साथ ही किसानों को पराली नहीं जलाने के लिए समाज सेवी महावीर सहारण ने शपथ भी दिलाई। शपथ लेने के साथ ही किसानों ने कहा कि वे दूसरे किसानों को भी पराली नहीं जलाने व उसका उचित प्रबंधन कर मुनाफा बढ़ाने के प्रति प्रेरित करेंगे। इस अवसर पर सहारण ने कहा कि अगर हम पराली को खेत में ही रखते हैं और उसमें प्ले आदि करके जमीन की उपजाऊ शक्ति को बढ़ा सकते हैं व अधिक अनाज उगा सकते हैं। वहीं पराली जलाने से होने वाले प्रदूषण को भी बचाया जा सकता है। यदि हमारा पर्यावरण शुद्ध नहीं होगा तो दूषित हवा के कारण अनेक बीमारियां पैदा होंगी। किसानों ने शपथ लेने के बाद कहा कि वे आगे से नाहि तो स्वयं पराली जलाएंगे और अन्य किसानों को भी पराली नहीं जलाने देंगे। किसानों ने कहा कि पराली को पशुओं के लिए चारा बनाने व अन्य कार्यों में इसे प्रयोग किया जाएगा। दैनिक जागरण के अभियान के तहत आयोजित कार्यक्रम में शिक्षाविद रिटायर्ड मास्टर फतेह सिंह ने किसानों को इस बात पर गौर करने पर बल देते हुए कहा कि यदि हम पराली को नहीं जलाएंगे तो पर्यावरण को बचाने में भी सहयोग करेंगे। इस कार्यक्रम में गांव के किसान रमेश कुमार, रणबीर, दिलबाग, फत्ते सिंह, परवार सिंह पंच, बलजीत सिंह, हरिओम, बलवान, श्याम सिंह, करण सिंह, रामफल, राजेश, रामनिवास व कर्मबीर आदि उपस्थित रहे। दैनिक जागरण की पहल का स्वागत
गांव के किसान रणबीर सहारण ने कहा कि दैनिक जागरण की ओर से चलाया जा रहा यह अभियान एक सराहनीय कदम है। उन्होंने कहा कि जागरूकता से ही अधिक से अधिक किसानों को इस अभियान से जोड़ा जा सकता है। पराली नहीं जलाने के फायदे के बाद अभियान से बहुत से किसान जुड़ने का काम कर भी रहे हैं। पर्यावरण बचाना हम सबका कर्त्तव्य
गांव के बुजुर्ग किसान रामफल शर्मा ने बताया कि पर्यावरण को बचाना हम सबका कर्त्तव्य है। हमें पराली नहीं जलाने के साथ-साथ अन्य रबड़ व प्लास्टिक से बनी वस्तुओं को भी नहीं जलाना चाहिए। उन्हें जमीन में दबा देना चाहिए।