किसानों ने गेहूं खरीद में धोखाधड़ी का लगाया आरोप
क्षेत्र के गांव खरकड़ा के किसान मंगलवार को एकत्रित हुए। किसानों ने गेहूं खरीद में धोखाधड़ी के आरोप लगाए हैं।
संवाद सहयोगी, महम : क्षेत्र के गांव खरकड़ा के किसान मंगलवार को एकत्रित हुए। किसानों ने हरियाणा सरकार पर उनके साथ गेहूं खरीद में धोखाधड़ी करने का आरोप लगाया है। गांव के किसान जगबीर सिंह, बलराज, बलबीर, नरेन्द्र, रामकिशन, राजेन्द्र, सोनू, काला, नितेश, माला राम, पाले राम, नसीब व रिकू ने बताया कि सरकार की ओर से गेहूं का भाव 1975 रुपये प्रति क्विटल रखा गया था।लेकिन किसानों को 1975 के स्थान पर 1964 रुपये दिए जा रहे हैं। यह उनके साथ सरासर बेमानी है। उनके 11 रुपये प्रति क्विटल के पैसे काटना सरासर धोखा है। किसानों ने आरोप लगाया है कि सरकार ने गेहूं की पेमेंट 48 घंटे में किए जाने के आदेश जारी किए थे। लेकिन लगभग 15 दिन बीत जाने के बाद भी उनके खातों में गेहूं की पेमेंट नहीं हो पाई है।
उधर, मार्केट कमेटी के सचिव देवी राम शर्मा बताया कि 6 रुपये 54 पैसे प्रति क्विटल गेहूं झराई और 4 रुपये प्रति क्विटल उतवाई के काटे गए हैं। इसलिए किसानों के खातों में लगभग 11 रुपये प्रति क्विटल कम मिलते हैं। सचिव ने गेहूं की पेमेंट नहीं मिलने के विषय में बताया कि लगभग 10 दिनों से गेहूं की खरीद नहीं हो पाई है। जिसके कारण किसानों की पेमेंट लेट हो रही है। सरकार के आदेशानुसार 10 मई तक कोरोना को लेकर गेहूं की खरीद को फिर से बंद कर दिया गया है। इसके चलते किसानों को पेमेंट मिलने में और वक्त भी लग सकता है। इससे क्षेत्र के किसानों में गहरा रोष व्याप्त है। उन्होंने आरोपितों पर कार्रवाई की मांग की है।