युवा पीढ़ी को स्वतंत्रता संग्राम से अवगत करवाएंगी प्रदर्शनी : डीसी
जागरण संवाददाता रोहतक आजादी की 75वीं वर्षगांठ के तहत मनाए जा रहे आजादी का अमृत महोत्
जागरण संवाददाता, रोहतक : आजादी की 75वीं वर्षगांठ के तहत मनाए जा रहे आजादी का अमृत महोत्सव के तहत सूचना, जनसम्पर्क एवं भाषा विभाग की ओर से अभिलेखागार विभाग के सहयोग से लगाई गई तीन दिवसीय डिजिटल प्रदर्शनी का उपायुक्त कैप्टन मनोज कुमार ने उद्घाटन किया। इस प्रदर्शनी में देश के स्वतंत्रता संग्राम में हरियाणा के योगदान तथा 1966 से अब तक हरियाणा प्रदेश के विकास की झलक को प्रदर्शित किया गया है।
डीसी कैप्टन मनोज कुमार ने स्थानीय जिला विकास भवन स्थित डीआरडीए हाल में आयोजित तीन दिवसीय डिजिटल प्रदर्शनी के उद्घाटन व अवलोकन के उपरांत अपने संदेश में कहा कि सरकार द्वारा देश के स्वतंत्रता संग्राम में कुर्बानी देने वाले वीर सैनानियों के बारे में युवा पीढी को जागरूक करने के लिए विभिन्न कार्यक्रम आयोजित किये जा रहे है। इस अवसर पर अतिरिक्त उपायुक्त महेंद्रपाल, सांपला की उपमंडलाधीश श्वेता सुहाग व जिला परिषद के मुख्य कार्यकारी अधिकारी महेश कुमार ने भी डिजिटल प्रदर्शनी का अवलोकन किया।
-तीन दिन चलेगी प्रदर्शनी
डिजिटल प्रदर्शनी जनता के लिए 2,3 व 6 दिसंबर को सुबह 10 बजे से सायं 4 बजे तक खुली रहेगी। डिजिटल प्रदर्शनी में हरियाणा की विकास यात्रा की एक झलक भी प्रदर्शित की गई है। प्रदर्शनी में 1857 की क्रांति में झज्जर के नवाब की ओर से बढ़-चढ़कर हिस्सा लेने और उन्हें 23 दिसंबर 1857 को लाल किले के सामने फांसी देने, 21 अक्तूबर 1943 को नेताजी सुभाष चन्द्र बोस द्वारा आजाद हिन्द (स्वतंत्र भारत) की प्रांतीय सरकार के गठन की घोषणा, आजाद हिन्द फौज का झंडा, बैज, मौहर और नेताजी सुभाष चन्द्र बोस के हस्ताक्षर, 28 नवम्बर 1938 को नेताजी सुभाष चन्द्र बोस का हिसार शहर का दौरा, हिसार के कलैक्टर मिस्टर वैडरबर्न का हत्याकांड, 10 अप्रैल 1919 को पलवल में महात्मा गांधी की गिरफ्तारी और आठ अगस्त 1920 को महात्मा गांधी का रोहतक दौरा के दौरान असहयोग आंदोलन का नारा बुलंद करना, हांसी व हिसार में यूरोपियनस का हत्याकांड, 16 नवम्बर 1857 को भारतीय वीरों व अग्रेंजो के बीच हुई लड़ाई जिसकी तैयारी राजा राव तुलाराम ने की। जिला भिवानी के गांव रोहनात का एतिहासिक कुंआ, बरगद का पेड़ व जोहड़ अग्रेंजों के जुल्मों की याद ताजा करते है, भिवानी में नमक कानून तोडऩा, 10 मई 1857 को देश में अग्रेंजो के विरुद्घ जनक्रांति का शुभारंभ होते ही राजा नाहर सिंह ने दिल्ली में घट रही घटनाओं से प्रेरित होकर कूदना पड़े को भी डिजिटल प्रदर्शनी में प्रदर्शित किया गया है।