एमडीयू में आनलाइन होगा शिक्षण कार्य, जरूरी सेवाओं में सौ फीसद हाजिरी
कोरोना महामारी के बचाव को लेकर राज्य सरकार की तरफ से 30 अप्रैल तक सभी विश्वविद्यालय महाविद्यालय व विद्यालयों को बंद हैं। ऐसे में विद्यार्थियों का शैक्षणिक कार्य प्रभावित न हो इसलिए महर्षि दयानंद विश्वविद्यालय में शिक्षण कार्य आनलाइन माध्यम से संचालित करने का निर्णय लिया है।
जागरण संवाददाता, रोहतक : कोरोना महामारी के बचाव को लेकर राज्य सरकार की तरफ से 30 अप्रैल तक सभी विश्वविद्यालय, महाविद्यालय व विद्यालयों को बंद हैं। ऐसे में विद्यार्थियों का शैक्षणिक कार्य प्रभावित न हो, इसलिए महर्षि दयानंद विश्वविद्यालय में शिक्षण कार्य आनलाइन माध्यम से संचालित करने का निर्णय लिया है। विश्वविद्यालय के ग्रुप ए और बी के सभी कर्मी आएंगे जबकि अन्य वर्ग के कर्मियों को 50 फीसद रोस्टर से बुलाया जाएगा। मदवि के कुलसचिव प्रो. गुलशन लाल तनेजा ने बताया कि सभी अधिष्ठाता, विभागाध्यक्ष, निदेशक, स्टैच्युटरी अधिकारी नियमित रूप से दफ्तर में आएंगे। शिक्षण कार्य शिक्षकगण ऑनलाइन माध्यम से करेंगे। कुलसचिव प्रो. तनेजा ने कहा कि भारत सरकार के स्वास्थ्य मंत्रालय के कोरोना संबंधित दिशा-निर्देशों की कड़ाई से अनुपालना की जाएगी। कुलसचिव ने बताया कि विश्वविद्यालय के कार्यालयों में नियंत्रित कार्य रहेगा। उन्होंने कहा कि सभी जरूरी सेवाओं में सौ फीसद हाजिरी रहेगी। इस संबंध में सामान्य प्रशासन शाखा की ओर से अधिसूचना जारी हो चुकी है। क्लास विडियो लेक्चर तैयार किए जाएंगे : प्रो. गिल
- डीडीई निदेशक ने ली को-आर्डिनेटर्स की बैठक
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जागरण संवाददाता, रोहतक :
महर्षि दयानंद विश्वविद्यालय (मदवि) में के दूरस्थ शिक्षा निदेशालय (डीडीई) में मंगलवार को डीडीई निदेशक प्रो. नसीब सिंह गिल की अध्यक्षता में आयोजित ऑनलाइन बैठक में विद्यार्थियों के लिए नेशनल लेवल ओपन एजुकेशन रिसोर्सेज के ऑनलाइन रिसोर्सेज के लिक की लिस्ट तथा क्लास विडियो लेक्चर तैयार करने बारे विचार-मंथन किया गया। प्रो. नसीब सिंह गिल ने डीडीई कोर्स को-आर्डिनेटर्स एवं डिजिल लर्निंग सेंटर के विभागीय कोआर्डिनेटर्स को नेशनल लेवल ओपन एजुकेशन रिसोर्सेज की लिस्ट बनाने के साथ ही विडियो लेक्चर्स का डाटा भी एकत्र करने के लिए कहा। उन्होंने बताया कि दूसरे सत्र जुलाई-अगस्त 2021 में एडमिशन प्राप्त विद्यार्थियों को डीडीई की शिक्षण सामग्री के साथ-साथ ऑनलाइन सामग्री भी उपलब्ध करवाई जाएगी। इस दिशा में योजनाबद्ध तरीके से डीडीई कोआर्डिनेटर एवं डीएलसी विभागीय कोआर्डिनेटर एकजुट होकर कार्य करेंगे। अगले सत्र से डीडीई के ऑनलाइन कोर्स भी प्रारंभ होंगे। उन्होंने कहा कि ई-पाठशाला, स्वयं समेत अन्य ओपन एजुकेशन रिसोर्सेज, यू ट्यूब पर उपलब्ध विडियो लेक्चर, एमडीयू वेबसाइट पर उपलब्ध ई-शिक्षण सामग्री का लाभ भी अगले सत्र के डीडीई के विद्यार्थियों को मिलेगा। बैठक में डीडीई कोआर्डिनेटर डा. विनय मलिक, सहायक कुलसचिव संतोष, डीएलसी उप निदेशक-डा. अजीत सिंह, डा. अनिल सिवाच तथा डा. नवीन कुमार समेत डीडीई कोआर्डिनेटर्स तथा डीएलसी विभागीय कोआर्डिनेटर्स ने भी बैठक में अपने विचार रखे और ऑनलाइन पाठ्न सामग्री एवं विडियो लेक्चर बारे अपने सुझाव दिए।