सड़कों पर दौड़ने लगी सीसीटीवी कैमरे से लैस ईको फ्रेंडली बसें, मेयर ने दिखाई हरी झंडी

प्रदूषण से निजात पाने के लिए शहर की सड़कों पर शुक्रवार से सीसीटीवी कैमरे से लैस ईको फ्रेंडली बसें दौड़ने लगी हैं। शुक्रवार को नए बस स्टैंड पर नगर निगम मेयर

By JagranEdited By: Publish:Sat, 19 Jun 2021 05:57 AM (IST) Updated:Sat, 19 Jun 2021 05:57 AM (IST)
सड़कों पर दौड़ने लगी सीसीटीवी कैमरे से लैस ईको फ्रेंडली बसें, मेयर ने दिखाई हरी झंडी
सड़कों पर दौड़ने लगी सीसीटीवी कैमरे से लैस ईको फ्रेंडली बसें, मेयर ने दिखाई हरी झंडी

जागरण संवाददाता, रोहतक : प्रदूषण से निजात पाने के लिए शहर की सड़कों पर शुक्रवार से सीसीटीवी कैमरे से लैस ईको फ्रेंडली बसें दौड़ने लगी हैं। शुक्रवार को नए बस स्टैंड पर नगर निगम मेयर

मन मोहन गोयल ने बसों को हरी झंडी दिखाई। इस दौरान उनके साथ सीनियर डिप्टी मेयर राजू सहगल, नगर निगम आयुक्त प्रदीप गोदारा व पार्षद और अधिकारी भी मौदूद रहे। इन इको फ्रेंडली बसों के संचालन से लोगों को सस्ता व सुगम आवागमन मिला है। शहर में पांच सिटी बसें चलाई गई है। इनमें से दो बसें नगर निगम क्षेत्र के गांवों के रूट पर संचालित की गई हैं जबकि तीन अन्य बसों का संचालन शहरी क्षेत्र के रूट पर होगा।

पहली बार नगर निगम खुद की बसों का संचालन ठेके पर करा रहा है। इन बसों का संचालन सुबह सात से शाम सात बजे तक होगा। बता दें कि इन सिटी बसों का संचालन मई के पहले सप्ताह में ही होना था लेकिन कोविड महामारी के चलते इनके संचालन में देरी हो गई। बहरहाल अब इन बसों के संचालन से आमजन को लाभ मिलेगा।

नगर निगम रोहतक की ओर से सस्ते और सुगम आवागमन के लिए शहर में चलाई जाने वाली पांच वातानुकूलित बसों को रोहतकवासियों के सुपुर्द किया गया। इस अवसर पर रोहतक के मेयर मनमोहन गोयल ने नारियल तोड़ कर व वार्ड नंबर पांच से पार्षद गीता ने फीता काट कर उद्घाटन किया। इसके पश्चात नगर निगम आयुक्त प्रदीप गोदारा, सीनियर डिप्टी मेयर राजकमल सहगल, डिप्टी मेयर अनिल कुमार और सभी पार्षदों ने बसों को उनके रुट के लिए रवाना किया।

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10 रुपये है बसों का किराया :

वातावरण को स्वच्छ रखने के उद्देश्य से सीएनजी ईंधन से चलने वाली ये बसें पूरे शहर में केवल 10 रुपये के शुल्क पर यात्रियों को रोहतक में उनके गंतव्य तक पहुंचाएगी। सिटी बसों में किराया भी कम होने के चलते लोगों में खुशी है। लोगों का कहना है कि आटो का किराया बसों से ज्यादा है। ऐसे में कम रुपये में बसों की सुविधा मिलने से लाभ होगा। आगामी दिनों में बसों में अधिक से अधिक लोग सफर कर सकेंगे।

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दो साल पहले शुरू हुई थी कवायद :

दरअसल इन बसों के संचालन की कवायद दो साल पहले 2019 में शुरू हुई थी। इन इको फ्रेंडली बसों के संचालन को लेकर मेयर ने योजना तय की थी। 2017 से प्रदूषण के बढ़ते मामलों को देखते हुए इन ईको फ्रेंडली बसों के संचालन की योजना तय की गई थी। इस तर्ज पर ई-रिक्शा संचालित किए जाने की योजना पर भी काम किया जा रहा है। मेयर व अधिकारियों का कहना है कि इससे प्रदूषण पर लगाम लगेगी।

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