अभी भी ईको फ्रेंडली बसों में सवारियों का टोटा, प्रति बस एक हजार रुपये का नुकसान

शहर में संचालित नगर निगम की ईको फ्रेंडली बसों में अभी भी सवारियों का टोटा है। यही वजह है कि प्रति बस करीब एक हजार रुपये के राजस्व का नुकसान हो रहा है।

By JagranEdited By: Publish:Fri, 25 Jun 2021 08:30 AM (IST) Updated:Fri, 25 Jun 2021 08:30 AM (IST)
अभी भी ईको फ्रेंडली बसों में सवारियों का टोटा, प्रति बस एक हजार रुपये का नुकसान
अभी भी ईको फ्रेंडली बसों में सवारियों का टोटा, प्रति बस एक हजार रुपये का नुकसान

जागरण संवाददाता, रोहतक : शहर में संचालित नगर निगम की ईको फ्रेंडली बसों में अभी भी सवारियों का टोटा है। यही वजह है कि प्रति बस करीब एक हजार रुपये के राजस्व का नुकसान हो रहा है। फिलहाल यात्रियों की सुविधाएं बढ़ाने का बस संचालन से जुड़ी एजेंसी ने फैसला लिया है। नया फैसला यह हुआ है कि प्रतिदिन तीन से चार समय बसों को सैनिटाइज किया जाएगा। भीषण गर्मी को देखते हुए सभी पांच बसों में पानी के कैंपर रखे जाएंगे।

बसों के संचालन से जुड़े ठेकेदार भीष्म शर्मा ने बताया कि अभी प्रति बस रोज 3500 रुपये खर्चा है। सीएनजी यानी कम्प्रेस्ड नेचुरल गैस से संचालित होने इन बसों के संचालन से अभी तक 2000 से 2500 रुपये तक की आमदनी हो रही है। इसलिए जो नुकसान हो रहा है, उसकी भरपाई करने के लिए नगर निगम के अधिकारियों के साथ बैठक होगी। इसमें एजेंसी के संचालक भीष्म ने कुछ सुझाव भी बनाए हैं। निगम प्रशासन स्थाई तौर से तीन स्टापेज करे तय

भीष्म का कहना है कि महर्षि दयानंद विश्वविद्यालय के गेट के निकट, मेडिकल मो़ज और पुराने बस अड्डे के निकट स्थाई बस स्टापेज बनवाने की मांग की है। इन्होंने बताया कि यदि स्थाई तौर से संबंधित स्थानों पर स्टापेज बन जाएं तो यहां एक-एक हेल्पर रखा जाएगा। यह हेल्पर यात्रियों को आवाज देकर बसों के संचालन और रूट की जानकारी देंगे। इससे संबंधित रूट पर आवागमन करने वाले यात्रियों को दिक्कत नहीं होगी। एक हेल्पर सोनीपत स्टैंड पर भी रखा जाएगा। सेक्टर-4 एक्सटेंशन में बस का संचालन करने की मांग

सेक्टर-4 एक्सटेंशन निवासी अधिवक्ता आरएस राठी ने बताया कि सेक्टर-4 एक्सटेंशन और सेक्टर-5 के लिए बसों का संचालन होना चाहिए। नगर निगम प्रशासन और बस संचालन से जुड़ी एजेंसी के अधिकारियों के समक्ष भी अपनी मांग रख चुके हैं। इन्होंने बताया कि शीला बाईपास होते हुए सेक्टरों में बसों की एंट्री हो सकती है। वहीं, बस संचालन से जुड़े भीष्म का कहना है कि अभी रास्ता बाधित है, इसलिए दूसरे रूट से बस का संचालन हो रहा है।

सिटी बसों के संचालन के रूट :: सिटी बस नंबर-1 : नए बस अड्डे से हिसार बाईपास चौक

नए बस अड्डे से बस का संचालन शीलबाईपास, दिल्ली बाईपास, एमडीयू, पीजीआईएमएस, अशोका चौका, आंबेडकर चौक, छोटूराम चौक, शांतमई चौक से पुराना बस अड्डा।

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सिटी बस नंबर-2 : नए बस अड्डे से जींद बाईपास चौक

नए बस अड्डे से शीलबाईपास, दिल्ली बाईपास, एमडीयू, पीजीआईएमएस, अशोका चौक, ओल्ड आईटीआइ, झज्जर चुंगी, काठ मंडी, रेलवे स्टेशन, शांतमई चौक, ओल्ड गोहाना अड्डा, माता दरवाजा चौक, जींद चौक।

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सिटी बस नंबर-3 : नए बस अड्डे से सुनारिया जेल

नए बस अड्डे से सुखपुरा चौक, ओल्ड गोहाना अड्डा, झज्जर रोड, रेलवे स्टेशन, काठ मंडी, झज्जर चुंगी, सुनारिया चौक, सुनारिया कलां।

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सिटी बस नंबर-4 : बोहर से हिसार बाईपास चौक

नए बस अड्डे से शीलाबाईपास चौक, सोनीपत स्टैंड, अशोका चौक, शांतमई चौक, भिवानी स्टैंड, पुराना बस अड्डा।

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सिटी बस नंबर-5 : बलियाना से जींद बाईपास चौक

नए बस अड्डे से खेड़ी साध, आईएमटी चौक, बाबा मस्तनाथ विश्वविद्यालय, दिल्ली बाईपास चौक, एमडीयू, पीजीआईएमएस, अशोका चौक, आंबेडकर चौक, छोटूराम चौक, ओल्ड गोहाना अड्डा, माता दरवाजा।

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