डिजिटल प्रदर्शनी विद्यार्थियों के लिए ज्ञानवर्धक: नांदल

जागरण संवाददाता रोहतक सूचना जन संपर्क एवं भाषा विभाग की ओर से अभिलेखागार विभाग के सहयो

By JagranEdited By: Publish:Mon, 06 Dec 2021 11:55 PM (IST) Updated:Mon, 06 Dec 2021 11:55 PM (IST)
डिजिटल प्रदर्शनी विद्यार्थियों के लिए ज्ञानवर्धक: नांदल
डिजिटल प्रदर्शनी विद्यार्थियों के लिए ज्ञानवर्धक: नांदल

जागरण संवाददाता, रोहतक : सूचना जन संपर्क एवं भाषा विभाग की ओर से अभिलेखागार विभाग के सहयोग से स्थानीय जिला विकास भवन में आयोजित तीन दिवसीय डिजिटल प्रदर्शनी के अंतिम दिन सोमवार को स्कूली विद्यार्थियों ने इस प्रदर्शनी में स्वतंत्रता संग्राम से जुड़े स्थलों व घटनाओं की जानकारी हासिल की। इसके अलावा विद्यार्थियों ने हरियाणा गठन से आज तक प्रदेश की उन्नति की झलक भी इस प्रदर्शनी में देखी। स्कूली विद्यार्थियों ने हरियाणा राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण द्वारा नि:शुल्क कानूनी सेवाओं के बारे में भी जानकारी हासिल की।

जिला शिक्षा अधिकारी डा. विजय लक्ष्मी नांदल के नेतृत्व में स्कूली बच्चों ने डिजिटल प्रदर्शनी का अवलोकन किया। जिला शिक्षा अधिकारी ने कहा कि यह डिजिटल प्रदर्शनी विद्यार्थियों के लिए लाभपद्र साबित होगी। प्रदर्शनी में स्वतंत्रता संग्राम से जुड़ी घटनाओं व स्थलों का भी प्रदर्शन किया गया है, जिससे विद्यार्थियों को इस स्वतंत्रता संग्राम में हरियाणा के योगदान तथा इस संग्राम से जुड़ी घटनाओं व स्थलों की जानकारी हासिल हुई है। डिजिटल प्रदर्शनी में विद्यार्थियों ने देश के स्वतंत्रता संग्राम आन्दोलन से जुड़ी घटनाओं, स्थलों तथा इस आंदोलन से जुड़ी रोहतक की घटनाओं का रूचिपूर्वक अवलोकन किया। इस प्रदर्शनी में तत्कालीन रोहतक के उपायुक्त द्वारा 10 फरवरी 1930 को लाला कांशीराम के बारे में जारी पत्र प्रदर्शित किया गया है। इसके अलावा लाला लाजपत राय के रोहतक में शिक्षा ग्रहण करने के बाद वकालत करने की घटना को भी दर्शाया गया है।

डिजिटल प्रदर्शनी में आठ अगस्त 1920 को महात्मा गांधी के रोहतक दौरे को दर्शाया गया है, जहां पर उन्होंने जनसभा को संबोधित करते हुए असहयोग आंदोलन का नारा बुलन्द किया। प्रदर्शनी में आजाद हिद फौज का झंडा, बैज, मोहर तथा नेताजी सुभाष चंद्र के हस्ताक्षर भी प्रदर्शित किए गए है। इस प्रदर्शनी में दस फरवरी 1930 को रोहतक के तत्कालीन उपायुक्त खान बहादुर मलिक जमान मेहदी खान द्वारा अंबाला मंडल के आयुक्त मिस्टर ए लतीफी को पत्र के माध्यम से रिपोर्ट भेजी गई थी, जिसमें कहा गया था कि 26 जनवरी 1930 को सोनीपत नगर आयुक्त बाबू कांशीराम द्वारा राष्ट्रीय झंडा फहराते हुए स्वतंत्रता समारोह मनाया गया।

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