दसवीं की बोर्ड की परीक्षाओं में बेटियों ने लहराया परचम

हरियाणा विद्यालय शिक्षा बोर्ड भिवानी की 10वीं कक्षा के परीक्षा परिणाम में रोहतक जिला में भी बेटियां छाई रही हैं।

By JagranEdited By: Publish:Sun, 12 Jul 2020 09:23 AM (IST) Updated:Sun, 12 Jul 2020 09:23 AM (IST)
दसवीं की बोर्ड की परीक्षाओं में बेटियों ने लहराया परचम
दसवीं की बोर्ड की परीक्षाओं में बेटियों ने लहराया परचम

जागरण संवाददाता, रोहतक : हरियाणा विद्यालय शिक्षा बोर्ड भिवानी की ओर से शुक्रवार देर शाम को जारी किए गए 10वीं कक्षा के परीक्षा परिणाम में रोहतक जिला में भी बेटियां छाई रही हैं। ज्यादातर बेटियों ने 95 फीसद से अधिक अंक प्राप्त कर नाम रोशन किया है। शिक्षकों ने बताया कि दीप पब्लिक स्कूल खरैंटी में पढ़ने वाली छात्रा पूजा पुत्री ईश्वर ने 98.8 फीसद अंक हासिल किए हैं। स्कूल प्रधानाचार्य संदीप गिल का दावा है कि पूजा ने जिला में दूसरा स्थान हासिल किया है। वहीं, राजकीय मॉउल संस्कृति वरिष्ठ माध्यमिक स्कूल सांघी की छात्रा प्रिया पुत्री जितेंद्र ने 97.8 फीसद अंक जबकि इसी स्कूल की छात्रा पायल कुमारी पुत्री संजय ने 97.4 फीसद अंक हासिल किए हैं। वहीं, गढ़ी बोहर स्थित राजकीय उच्च विद्यालय की छात्रा सना ने 95 फीसद जबकि फरमाणा गांव के न्यू बीएसए स्कूल के विद्यार्थी गौरव ने 97.6 फीसद अंक प्राप्त कर नाम रोशन किया है।

चिड़ी गांव निवासी पूजा ने 98.8 फीसद अंक हासिल कर नाम रोशन किया है। उनका लक्ष्य आइएएस अधिकारी बनकर देश की सेवा करना है। उनके पिता ईश्वर सिंह किसान है जबकि मां बंटी गृहिणी है। पूजा का कहना था वे रोजाना 15 घंटे तक पढ़ाई करती थी। इसके लिए उनके परिवार का भी पूर सहयोग मिला है। पूजा ने कभी ट्यूशन नहीं पढ़ा बल्कि सेल्फ स्टडी की है।

सांघी गांव निवासी प्रिया ने 97.8 फीसद अंक हासिल किए है। प्रिया का सपना डा. बनकर मरीजों की सेवा करना है। उनका कहना है कि डा. के रूप में मरीजों का उपचार करने से सुकून मिलता है। वे रोजाना सात से आठ घंटे ही पढ़ाई करती थी। उनके पिता जितेंद्र सुरक्षा कर्मी है जबकि मां पूनम गृहिणी हैं।

वहीं, फरमाणा गांव स्थित न्यू बीएसए स्कूल के विद्यार्थी गौरव ने उम्दा प्रदर्शन करते हुए 10वीं में 97.6 फीसद अंक हासिल किए है। पिता फरमाणा गांव में ही दुकानदार हैं जबकि मां गृहिणी है। गौरव का कहना है कि पढ़ाई कर अच्छे अंक हासिल करने में परिवार व शिक्षकों का भी भरपूर सहयोग रहा है। वे रोजाना 10 घंटे से अधिक पढ़ाई करते थे।

सांघी गांव निवासी पायल कुमारी ने 97.4 फीसद अंक हासिल की नाम रोशन किया है। पायल के सपने भी बड़े हैं और वे आइएएस अधिकारी बनना चाहती हैं। उनकी मां पिकी गृहिणी है जबकि पिता चपरासी हैं। पायल को पढ़ने का जुनून है और वे रोजाना 12 से 15 घंटे तक पढ़ाई करती थी।

गढ़ी बोहर गांव निवासी सना ने 10वीं में 95 फीसद अंक प्राप्त किए हैं। उनके पिता जाकिर हुसैन श्रमिक हैं जबकि उनकी मां सहाना गृहिणी है। सना का कहना है कि उन्होंने स्कूल में टॉप करने का लक्ष्य लेकर पढ़ाई की थी। उनकी मां का सपना है कि बेटी बड़ी होकर पुलिस अधिकारी बने। मां का सपना उनको पूरा करना है। स्कूल में टॉप करने के लिए उन्होंने रोजाना आठ से 10 घंटे तक पढ़ाई की। पढ़ाई के लिए उनके परिवार वालों ने भी उनको भरपूर सहयोग दिया है। हालांकि उन्होंने अच्छे अंक लेने के लिए ट्यूशन का भी सहारा लिया है। परिणाम के बाद से ही उनके बधाई देने वाले पहुंच रहे हैं।

chat bot
आपका साथी