नशीले पदार्थ की तस्करी में चल रहा है कोड वर्ड का खेल, स्मैक बोले तो सुगंधित धूप और गांजा मतलब घास

नशीले पदार्थो की तस्करी करने वाले गिरोह द्वारा कोड वर्ड का खूब इस्तेमाल किया जा रहा है। यह पर्दाफाश तब हुआ जब सीआइए-टू के हत्थे चढ़े बिहार के दो तस्करों को पांच दिन के रिमांड पर लेकर कड़ी पूछताछ की।

By JagranEdited By: Publish:Fri, 23 Apr 2021 08:36 AM (IST) Updated:Fri, 23 Apr 2021 08:36 AM (IST)
नशीले पदार्थ की तस्करी में चल रहा है कोड वर्ड का खेल, 
स्मैक बोले तो सुगंधित धूप और गांजा मतलब घास
नशीले पदार्थ की तस्करी में चल रहा है कोड वर्ड का खेल, स्मैक बोले तो सुगंधित धूप और गांजा मतलब घास

विनीत तोमर, रोहतक

नशीले पदार्थो की तस्करी करने वाले गिरोह द्वारा कोड वर्ड का खूब इस्तेमाल किया जा रहा है। यह पर्दाफाश तब हुआ, जब सीआइए-टू के हत्थे चढ़े बिहार के दो तस्करों को पांच दिन के रिमांड पर लेकर कड़ी पूछताछ की। कोड वर्ड के इस खेल के अलावा और भी कई अहम जानकारी मिली हैं। फोन पर स्मैक का आर्डर देना हो तो सुगंधित धूप और गांजापत्ती चाहिए तो घास कोड वर्ड का इस्तेमाल करते हैं। नशे के तस्कर ऐसे कोड वर्ड का इस्तेमाल कर रहे हैं। इस तरह के कोड वर्ड का होता है इस्तेमाल

नशीले पदार्थ की तस्करी अधिकतर बिहार और असम से होती है। जहां से बड़ी मात्रा में यहां पर नशीला पदार्थ लाया जाता है। यह गिरोह आपस में संपर्क में रहते हैं। यदि हेरोइन चाहिए तो चव्वनी-अठ्ठनी बोला जाता है। अफीम चाहिए तो फोन पर काली माई वर्ड बोलते हैं। इसी तरह से कोरेक्स की छोटी शीशी के लिए छोटी मिठ्ठी और बड़ी शीशी के लिए बड़ी मिठ्ठी कहा जाता है। नशे के तस्कर स्मैक के लिए सुगंधित धूप, चरस के लिए धुम्मा और गांजापत्ती के लिए घास कोड वर्ड का इस्तेमाल करते हैं। ये कुछ ऐसे कोड वर्ड हैं, जो अधिकतर इस्तेमाल किए जाते हैं। हालांकि अलग-अलग गिरोह के अपने कोड वर्ड होते हैं। यह था मामला

सीआइए-टू की टीम ने मंगलवार को सांपला बस स्टैंड के पास से दो नशा तस्करों को गिरफ्तार किया था। जिनकी पहचान बिहार के वैशाली जिले के राघोपुर निवासी संतोष और बिहार के पटना निवासी रोहित के रूप में हुई। आरोपित संतोष भी फिलहाल में पटना के सिमली में रह रहा है। तलाशी लेने पर आरोपितों के पास से 24 किलोग्राम गांजा बरामद हुआ था। दोनों आरोपितों को पांच दिन के रिमांड पर लेकर पूछताछ की जा रही है। इंद्रा कालोनी से जुड़े हैं बिहार के तस्करों के तार

सीआइए-टू प्रभारी नरेश कुमार ने बताया कि आरोपितों से रिमांड पर हुई पूछताछ में पता चला है कि बिहार से लाया गया गांजा इंद्रा कालोनी में सप्लाई होना था। इस कालोनी में बड़े स्तर पर नशीले पदार्थ का धंधा होता है। आरोपित कहां से गांजा लेकर आए थे और इंद्रा कालोनी में किसके यहां पर सप्लाई होना था, इसकी गहनता से जांच की जा रही है। जल्दी ही इस गिरोह के बाकी सदस्यों को भी गिरफ्तार कर लिया जाएगा।

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