पालीथिन के बदले पौधा देने की निगम ने चलाई अनूठी मुहिम
पर्यावरण संरक्षण के लिए नगर नगर की ओर से अनूठी पहले की गई है। नगर निगम की स्वच्छ भारत शाखा ने यह मुहिम चलाई है। जिसके तहत पालीथिन के बदले पौधे दिए जा रहे हैं।
रतन चंदेल, रोहतक :
पर्यावरण संरक्षण के लिए नगर नगर की ओर से अनूठी पहले की गई है। नगर निगम की स्वच्छ भारत शाखा ने यह मुहिम चलाई है। जिसके तहत पालीथिन के बदले पौधे दिए जा रहे हैं।
पर्यावरण संरक्षण के लिए चलाई जा रही इस मुहिम के प्रति युवाओं के साथ बच्चों का भी रुझान बढ़ रहा है। पालीथिन के ईको ब्रिक्स के बदले में लोगों को ये पौधे दिए जा रहे हैं। नगर निगम की स्वच्छ भारत शाखा के सलाहकार अरविन भाटिया, जेई श्रीकृष्ण व सलील मेहता की ओर से इस मुहिम में विशेष योगदान दिया जा रहा है।
दसअसल, निगम की ओर से बरसाती मौसम में अधिक से अधिक पौधरोपण के प्रति लोगों को जागरूक किया जा रहा है। साथ ही शहर के घरों से निकलने वाले सिगल यूज प्लास्टिक का उपयुक्त प्रबंधन भी किए जाने पर निगम का फोकस है। इसी के मद्दे नजर इस मुहिम के माध्यम से लोगों को ईको ब्रिक्स तैयार करने के लिए प्रेरित व प्रोत्साहित किया जा रहा है। मुहिम से जुड़े अधिकारियों का दावा है कि प्लास्टिक की एक बोतल में एक महीने की पालीथिन डाली जा सकती है। जिसमें पालीथिन ठूस ठूस कर डालने से वह ईको ब्रिक बन जाती है। एक ईको ब्रिक को नगर निगम के मानसरोवर पार्क स्थित कार्यालय में देने से निगम की ओर से एक पौधा भेंट किया जा रहा है। अधिकारियों का कहना है कि इस सिगल यूज प्लास्टिक का उचित प्रबंधन न होने से यह अनेक समस्याओं का कारण बनता है।
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इन पौधों को दे रहा निगम :
ईको ब्रिक्स के बदले में निगम की ओर से लोगों को बरगद, पीपल, नीम, आम, अमरूद, जामुन, तुलसी, एलोवेरा, पपीता, गुलाब, गुडहल, आंवला, सहजन, कनेर, चांदनी आदि अनेक प्रजातियों के पौधे दिए जा रहे हैं। एक ईको ब्रिक्स के बदले एक पौधा दिया जा रहा है। अधिकारियों का कहना है कि ज्यादातर घरों के वेस्ट में 70 से 80 फीसद तक सिगल यूज प्लास्टिक होता है। इस मुहिम के माध्यम से उसका उचित प्रबंधन किया जा सकता है। वर्जन :
पर्यावरण संरक्षण के लिए यह मुहिम चलाई गई है। इसका मकसद लोगों को जागरूक करना है ताकि वे सिगल यूज प्लास्टिक को न फेंके। बल्कि इसको प्लास्टिक की बोतल में डालकर ईको ब्रिक तैयार करें। ईको ब्रिक के बदले में निगम की ओर से उनको पौधे दिया जाएगा। जिससे वे हरियाली को बढ़ावा देंगे। वहीं, निगम की ओर से एक लाख पौधे लगाए जाएंगे।
- प्रदीप गोदारा, नगर निगम आयुक्त, रोहतक ।