परिवार पहचान पत्र बनाने के एवज में पैसे मांगे तो लिखित में करें शिकायत

अतिरिक्त उपायुक्त महेंद्र पाल ने जिले में चल रहे परिवार पहचान पत्र अपडेट के शिविर का निरीक्षण किया। अतिरिक्त उपायुक्त ने गांव हुमायुंपुर में लोगों को पहचान पत्र अपडेट करवाने में आ रही समस्याओं को जाना।

By JagranEdited By: Publish:Sun, 20 Sep 2020 09:04 AM (IST) Updated:Sun, 20 Sep 2020 09:04 AM (IST)
परिवार पहचान पत्र बनाने के एवज में पैसे मांगे तो लिखित में करें शिकायत
परिवार पहचान पत्र बनाने के एवज में पैसे मांगे तो लिखित में करें शिकायत

संवाद सहयोगी, सांपला : अतिरिक्त उपायुक्त महेंद्र पाल ने जिले में चल रहे परिवार पहचान पत्र अपडेट के शिविर का निरीक्षण किया। अतिरिक्त उपायुक्त ने गांव हुमायुंपुर में लोगों को पहचान पत्र अपडेट करवाने में आ रही समस्याओं को जाना और ड्यूटी पर तैनात डाटा एंट्री ऑपरेटर से भी परिवार पहचान पत्र अपडेट को लेकर जानकारी ली। उन्होंने कहा कि पहचान पत्र बनाने की एवज में कोई फीस नहीं है। अगर कोई कर्मचारी पैसे मांगता है तो इसकी लिखित में शिकायत करें।

उन्होंने बताया की जो भी व्यक्ति सरकारी योजनाओं का लाभ उठाना चाहता है उसको अपना परिवार पहचान पत्र बनवाना अनिवार्य है। इसके लिए गांव के स्कूलों में स्कूल में पढ़ने वाले बच्चों के परिवार पहचान पत्र को अपडेट करने का कार्य 14 से 16 सितंबर तक किया गया और इसके बाद 17 से 19 सितंबर तक गांव के सभी लोगों के लिए ये शिविर लगाए गए। इन कैंपों में पहचान पत्र अपडेट करवाने के लिए लोगों को कोई फीस भी अदा नहीं करनी है। पहचान पत्र अपडेट करने का पैसा विभाग की ओर से सीधे डाटा एंट्री ऑपरेटर के खाते में दिया जाएगा। कोई डाटा एंट्री ऑपरेटर या सीएससी संचालक इस कार्य के लिए पैसे मांगे है तो उसकी लिखित शिकायत अतिरिक्त उपायुक्त कार्यालय में की जा सकती है।

अतिरिक्त उपायुक्त ने बताया कि पहचान पत्र अपडेट के लिए घर के मुखिया को अपना वोटर कार्ड, आधार कार्ड, बैंक खाता और वो कब से उस जगह पर रह रहा है, ये अपडेट करवाना होगा। अपडेट होने के बाद उसका प्रिट लेकर, उसे उस पर अपने हस्ताक्षर करके दुबारा से अपलोड करवाना है। उन्होंने बताया की योजना को अधिक से अधिक प्रचारित करने के लिए गांव व शहरों में विभिन्न माध्यमों से प्रचार भी करवाया जा रहा है, ताकि अधिक से अधिक पात्र व्यक्ति इसका लाभ ले सकें। जिले में दोबारा ये कैंप 27 सितंबर से तीन अक्टूबर तक सभी गांव के सरकारी स्कूलों में और सीएससी पर लगाए जाएंगे। जिले में अब तक 11742 परिवारों में शामिल लोगों के पहचान पत्र अपडेट किए जा चुके हैं। इस निरीक्षण में डीपीएम डा. विनोद धनखड़ भी साथ रहे।

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