बरोदा पहले भी गया और आगे भी जाऊंगा : सीएम मनोहर
मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा के उस बयान पर पलटवार किया है जिसमें कहा गया था कि मुख्यमंत्री बरोदा में प्रचार करने से बच रहे हैं।
जागरण संवाददाता, रोहतक : मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने नेता प्रतिपक्ष एवं पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा के उस बयान पर पलटवार किया है, जिसमें कहा गया था कि मुख्यमंत्री बरोदा में प्रचार करने से बच रहे हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि वे पहले भी बरोदा में प्रचार करने गए थे और आगे भी जाएंगे। रोहतक में वीरवार को भाजपा ने बरोदा चुनाव को लेकर कोर ग्रुप और अन्य नेताओं के साथ बैठकें की थी। इससे पहले कांग्रेस भी रोहतक में बैठक कर चुकी है। ऐसे में तो हुड्डा भी बरोदा से बच रहे हैं। वे शुक्रवार को कैनाल रेस्ट हाउस में पत्रकारों से बातचीत कर रहे थे।
मुख्यमंत्री ने कहा कि बरोदा की जनता जात-पात से ऊपर उठकर उपचुनाव में मतदान करने का मन बना चुकी है। भाजपा का कमल बरोदा में खिलेगा। उन्होंने कहा कि भाजपा सरकार ने छह साल में जिस तरह से प्रदेश में समान रूप से विकास किया है, बरोदा इसी विकास पर अपनी मुहर लगाने का काम करेगा। उन्होंने कहा कि पंजाब विधानसभा में जो प्रस्ताव पारित किया गया है, वो किसान के हित में नहीं है। केवल गेहूं और धान की फसल एमएसपी से कम खरीदने पर सजा का जिक्र है। लेकिन अन्य फसलों की खरीद का क्या होगा। ऐसे कानून से किसानों को कोई फायदा नहीं होने वाला है। इस अवसर पर उनके साथ पूर्व सहकारिता राज्य मंत्री मनीष ग्रोवर, जिला अध्यक्ष अजय बंसल सहित अन्य नेता मौजूद थे।
बाबा बालकनाथ और कमल गुप्ता के साथ किया नाश्ता
मुख्यमंत्री मनोहर लाल सुबह जल्दी नींद से उठे। बाबा मस्तनाथ मठ के महंत एवं अलवर से सांसद बाबा बालक नाथ योगी भी रेस्ट हाउस में मुख्यमंत्री से मुलाकात करने पहुंचे। मुख्यमंत्री के साथ हिसार से विधायक कमल गुप्ता भी मौजूद थे। तीनों ने एक साथ नास्ता किया। इसके बाद कमल गुप्ता के साथ ही हेलीकॉप्टर से चंडीगढ़ के लिए रवाना हो गए।
लोगों की सुनीं शिकायतें, दिया आश्वासन
मुख्यमंत्री से सुबह कार्यकर्ताओं के अलावा आमजन भी अपनी शिकायत लेकर पहुंचे। एन्हांसमेंट के मुद्दे को लेकर पार्षद कदम सिंह अहलावत की अगवाई में सेक्टर के लोगों ने मुलाकात की। इसके अलावा सब्जी मंडी आढ़ती एसोसिएशन ने भी टैक्स की नई प्रणाली को लेकर मुलाकात की। साथ ही निदाना के ग्रामीण भी अपनी शिकायत लेकर पहुंचे।