रात को कहीं पुलिस चेकिग करती दिखी तो कहीं सिर्फ बैरिकेड
संवाद सहयोगी महम समय रात के करीब सवा 11 बजे होंगे। स्थान महम का नया बस स्टैंड। जहां पर
संवाद सहयोगी, महम : समय रात के करीब सवा 11 बजे होंगे। स्थान महम का नया बस स्टैंड। जहां पर पुलिस का नाका तो था, लेकिन कोई पुलिसकर्मी दिखाई नहीं दिया। जिसे देखकर लग रहा था कि यहां पर पुलिस की कोई सुरक्षा व्यवस्था नहीं है। हालांकि थोड़ा आगे चलने के बाद पुराने बस स्टैंड पर नजारा राहत भरा था। वहां पर पुलिसकर्मी वाहनों की चेकिग कर रहे थे। दरअसल, मंगलवार रात दैनिक जागरण के रात के रिपोर्टर ने महम कस्बे में सुरक्षा व्यवस्था का जायजा लिया। जिसमें देखा गया कि लॉकडाउन के नियमों का कितना पालन हो रहा है या फिर रात के समय भी सड़कों पर बिना वजह लोग घूमते हैं। इस दौरान सुरक्षा व्यवस्था मिलाजुला असर देखने को मिला।
नया बस स्टैंड चौराहा
दैनिक जागरण टीम सबसे पहले नए बस स्टैंड चौक पर पहुंची। यहां पर कहने के लिए पुलिस का नाका जरूर था, लेकिन केवल बैरिकेड लगाए गए थे। उनके आसपास कोई पुलिसकर्मी नहीं था। यह हाल तब था, जब लाखनमाजरा की तरफ से आने वाला यह मुख्य मार्ग है, जो रात के समय भी चलता रहता है। लेकिन सुरक्षा व्यस्था ना के बराबर ही कही जा सकती है। बिना किसी रोकटोक के वाहन निकल रहे थे। कोई भी यह पूछने वाला नहीं था कि रात के समय कहां से आ रहे हो और कहां जा रहे हो।
पुराना बस स्टैंड
नए बस स्टैंड पर करीब 20 मिनट रुकने के बाद टीम सीधे पुराना बस स्टैंड पर पहुंची। वहां पर पुलिसकर्मी दिखाई दिए, जो वाहन चालकों से भी पूछताछ कर रहे थे। इसी दौरान वहां से गुजर रहे एक युवक को भी पकड़ा, जो बिना किसी काम के घर से बाहर आकर सड़क पर टहल रहा था। इसके बाद पुलिसकर्मियों ने उसे जमकर फटकार लगाई। साथ ही हिदायत दी कि यदि दोबारा ऐसे घूमते मिला तो कार्रवाई की जाएगी। वहीं भिवानी स्टैंड और क्रांति चौक पर भी पुलिस की गश्त दिखाई दी।
यह निकला निष्कर्ष
कुल मिलाकर निष्कर्ष यह निकला कि कस्बे में सुरक्षा का मिलाजुला असर है। अधिकतर स्थानों पर पुलिसकर्मी मुस्तैदी के साथ चेकिग कर रहे थे तो कहीं केवल पुलिस के बैरिकेड ही दिखाई दिए। लॉकडाउन के नियमों का पालन कराने के लिए पुलिस को अभी और सख्ती बरतनी होगी। तभी बिना वजह सड़क पर टहलने वालों पर शिकंजा कसा जा सकता है।