रात होते ही सड़कों पर निकल आता है गोवंश, हादसों का रहता है डर

सड़कों पर घूमने वाले बेसहारा गोवंश को लेकर अभियान तो खूब चलते हैं लेकिन जमीनी हकीकत क्या है इसकी पड़ताल के लिए मंगलवार रात दैनिक जागरण के रात के रिपोर्टर ने महम कस्बे की सड़कों पर घूमकर स्थिति का जायजा लिया।

By JagranEdited By: Publish:Thu, 24 Jun 2021 06:40 AM (IST) Updated:Thu, 24 Jun 2021 06:40 AM (IST)
रात होते ही सड़कों पर निकल आता है गोवंश, हादसों का रहता है डर
रात होते ही सड़कों पर निकल आता है गोवंश, हादसों का रहता है डर

संवाद सहयोगी, महम : सड़कों पर घूमने वाले बेसहारा गोवंश को लेकर अभियान तो खूब चलते हैं, लेकिन जमीनी हकीकत क्या है इसकी पड़ताल के लिए मंगलवार रात दैनिक जागरण के रात के रिपोर्टर ने महम कस्बे की सड़कों पर घूमकर स्थिति का जायजा लिया। रात के समय सड़कों पर बेसहारा गोवंश के जो हालात दिखाई दिए वह इन अभियानों की जमीनी हकीकत को उजागर करने के लिए काफी है। बेसहारा गोवंश सड़कों पर पड़े कूड़े में मुंह मारते नजर आए।

पुराना बस स्टैंड रोड

दैनिक जागरण टीम रात साढ़े दस बजे सबसे पहले पुराना बस स्टैंड वाले रोड पर पहुंची। वहां की स्थिति कुछ ऐसी थी कि सड़क किनारे एक ढाबा खुला हुआ था और उसके सामने दूसरी तरफ रोड पर कूड़े का ढेर लगा हुआ था, जिसमें कई गोवंश चारे की तलाश में मुंह मार रहे थे। इसी बीच कई गोवंश सड़क पार करते दिखाई दिए। जिनकी चपेट में आने से एक बाइक सवार भी असंतुलित होकर सड़क पर गिरते-गिरते बचा। बाइक सवार वार्ड तीन निवासी सचिन ने बताया कि वह अपने रिश्तेदार के यहां से लौट रहा था, तभी अचानक सड़क पर गोवंश आ गया। गनीमत रही कि वह बच गया। कुल मिलाकर रात होते ही सड़कों पर बेसहारा गोवंश घूमते रहते हैं, जो अक्सर हादसे का भी कारण बनते हैं। पंजाबी स्नेह भवन चौक :

पुराना बस स्टैंड वाले रोड से टीम सीधे पंजाबी स्नेह भवन चौक के पास पहुंची। यहां पर भी स्थिति जस की तस दिखाई दी। सड़कों पर कोई बेसहारा पशु इधर-उधर टहल रहा था तो कोई सड़क के बीचो-बीच बैठा हुआ था। इक्का-दुक्का वाहन चालक उनसे बचते-बचाते निकल रहे थे। गोवंश के बीच में आपस में लड़ाई भी हो रही थी, जिनकी वजह से सड़क पर खड़ी गाड़ियां भी चपेट में आने से बच गई। हालांकि कई बार सड़कों पर घूमने वाले बेसहारा गोवंश गाड़ियों को काफी नुकसान भी पहुंचा चुके हैं। यह निकला निष्कर्ष

कुल मिलाकर रात का रिपोर्टर अभियान के तहत जो नजारा दिखाई दिया वह ठीक नहीं था। यूं कहें कि रात होते ही सड़कों पर गोवंश का कब्जा रहता है तो कोई गलत नहीं होगा। यह उन लोगों के लिए भी आइना है जो गोवंश को लेकर तमाम अभियान चलाने का दावा करते हैं, लेकिन फिर भी गोवंश को कोई ठौर-ठिकाना नहीं मिल रहा है और सड़कों पर कूड़े में मुंह मारते हुए फिर रहे हैं।

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