पीएलसी सुपवा के संरक्षण में बनेगा आर्ट म्यूजियम

लोक कला को संरक्षित करने के उद्देश्य से पंडित लख्मीचंद स्टेट यूनिवर्सिटी आफ परफोर्मिंग एंड विजुअल आर्ट (पीएलसी सुपवा) के संरक्षण में आर्ट म्यूजियम बनाया जाएगा। प्रादेशिक लोक कला से जुड़ी वस्तुओं साहित्यिक रचनाओं आदि को यहां प्रदर्शित किया जाएगा। अनदेखी की शिकार हरियाणवी विरासत को नई दिशा देने का कार्य आर्ट म्यूजियम करेगा।

By JagranEdited By: Publish:Tue, 15 Jun 2021 08:32 AM (IST) Updated:Tue, 15 Jun 2021 08:32 AM (IST)
पीएलसी सुपवा के संरक्षण में बनेगा आर्ट म्यूजियम
पीएलसी सुपवा के संरक्षण में बनेगा आर्ट म्यूजियम

केएस मोबिन, रोहतक :

लोक कला को संरक्षित करने के उद्देश्य से पंडित लख्मीचंद स्टेट यूनिवर्सिटी आफ परफोर्मिंग एंड विजुअल आर्ट (पीएलसी सुपवा) के संरक्षण में आर्ट म्यूजियम बनाया जाएगा। प्रादेशिक लोक कला से जुड़ी वस्तुओं, साहित्यिक रचनाओं आदि को यहां प्रदर्शित किया जाएगा। अनदेखी की शिकार हरियाणवी विरासत को नई दिशा देने का कार्य आर्ट म्यूजियम करेगा। विजन टेन इयर्स के तहत यूनिवर्सिटी, आर्ट म्यूजियम को बनाएगी।

सुपवा के संरक्षण में बनने वाले आर्ट म्यूजियम के तहत खासकर उभरते लोक कलाकारों को मंच देने का कार्य किया जाएगा। लोक कलाओं के प्रति बढ़ती उदासीनता से कलाकारों का मनोबल भी टूट रहा है। कला को संरक्षण नहीं मिलने कई दुर्लभ कलाएं विलुप्त हो सकती हैं। इन्हीं सबके मद्देनजर आर्ट म्यूजियम की कल्पना की गई। प्रदेश सरकार को हाल ही में सुपवा की ओर से दिए गए विजन डाक्यूमेंट फार टेन इयर्स में आर्ट म्युजियम के कार्य और संरचना की ड्राफ्टिग भी पेश की गई है। लोक कलाकारों को दिया जाएगा मंच

आर्ट म्यूजियम में कला के संरक्षण के साथ ही कलाकारों के संरक्षण के लिए कार्य किया जाएगा। लोक कलाकारों को अपनी कला प्रदर्शन के साथ ही निखारने के लिए मंच प्रदान किया जाएगा। कलाकारों के लिए नियमित विभिन्न गतिविधियों का आयोजन कराया जाएगा। उभरते कलाकारों को मंच दिया जाएगा, ताकि कला के प्रति रुझान बरकरार रहे। कलाकारों की आर्थिक मदद के लिए भी पहल की जाएगी। हरियाणवी फिल्मों, संगीत का रिकार्ड किया जाएगा सुरक्षित

हरियाणवी साहित्य, संगीत, सांग के पथ प्रदर्शक माने जाने वाले संगीतकारों, गायकों, अभिनेताओं के जीवन को डाक्यूमेंट करने का कार्य आर्ट म्यूजियम में किया जाएगा। हरियाणवी वाद्य यंत्र, पेंटिग, डिजाइन की प्रदर्शनी लगाई जाएगी। इनसे जुड़े किस्से लोगों को बताए जाएंगे। लोकप्रिय हरियाणवी फिल्मों, फिल्मी गीतों, विवाह समारोह में गाए जाने वाले गीतों के रिकार्ड को सुरक्षित किया जाएगा। वर्जन ::

हमारी यूनिवर्सिटी कला को समर्पित है। प्रदेश में कला के प्रचार-प्रसार के उद्देश्य से ही इसे शुरू किया गया था। हम अब ऐसे स्तर पर पहुंच चुके हैं कि कला के लिए पहल कर सकें। हरियाणवी कला को संरक्षित करने के लिए आर्ट म्यूजियम कार्य करेगा। यूनिवर्सिटी ने आगामी 10 वर्षाें का एक विजन तैयार किया है। आर्ट म्यूजियम कला के संरक्षण में मील का पत्थर साबित होगा।

- प्रो. राजबीर सिंह, कुलपति, पीएलसी सुपवा।

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