जमानत पर लौटा अमित, गाड़ी चोरी की तस्करी में फिर सक्रिय

जागरण संवाददाता रोहतक लग्जरी गाड़ियों को चोरी कर फर्जी कागजात तैयार नांगालैंड के र

By JagranEdited By: Publish:Mon, 26 Jul 2021 07:33 AM (IST) Updated:Mon, 26 Jul 2021 07:33 AM (IST)
जमानत पर लौटा अमित, गाड़ी चोरी की तस्करी में फिर सक्रिय
जमानत पर लौटा अमित, गाड़ी चोरी की तस्करी में फिर सक्रिय

जागरण संवाददाता, रोहतक :

लग्जरी गाड़ियों को चोरी कर फर्जी कागजात तैयार नांगालैंड के रास्ते नेपाल-भूटान भेजने वाले गिरोह का सरगना महम निवासी अमित फिर से पुलिस के हत्थे चढ़ा है। इस बार उत्तरप्रदेश के नोएडा सेक्टर-58 पुलिस की टीम ने गिरोह के तीन सदस्यों को गिरफ्तार किया। आरोपितों के कब्जे से 17 गाड़ियां अब तक बरामद हो चुकी हैं।

नोएडा पुलिस ने कुछ दिन पूर्व कुलदीप गैंग के मोहम्मद अली जेदी को गिरफ्तार किया था। पूछताछ में जैदी ने खुलासा किया था कि आरोपित अमित जेल से जमानत पर आने के बाद फिर से चोरी की गाड़ियों की तरस्करी में सक्रिय हो गया है। इसके बाद नोएडा पुलिस ने जाल बिछाया और महम निवासी अमित को उसके दो साथियों भिवानी के दिनोद गांव निवासी अजमेर सिंह यादव पुत्र धर्मपाल और मुंढाल निवासी संदीप पुत्र महा सिंह को गिरफ्तार कर लिया। जैदी चोरी की गाड़ियों के कारोबार में शुरू से ही अमित का सहयोगी रहा है। इस बार आरोपितों से रेंज रोवर, फारच्यूनर, क्रेटा, स्कार्पियो, वरना जैसी 17 लगजरी गाड़ियां, एक सभी अल्फाबेट डाइ, एक न्यूमरिक जीरो से नौ तक की डाइ, एक हथौड़ी व टूल किट जिसमे पेचकस,चाबी,पाना, प्लास और एक डायरी व आरटीओ से संबंधित दस्तावेज व एक मोहर सहित 15 मास्टर चाबियां मिली हैं। आरोपित अमित के खिलाफ दिल्ली में नौ, हरियाणा में दो, यूपी में दो, चंडीगढ़ में एक सहित 13 मामले दर्ज हैं। अजमेर के खिलाफ दो व संदीप के खिलाफ चार मामले दर्ज हैं।

अब फर्जी कागजात नहीं अब फर्जी गाड़ी तैयार करवाता था अमित

जेल से आते ही अमित ने अपने साथी संदीप सिंह व अजमेर सिंह यादव के साथ मिलकर फिर से चोरी की गाड़ियों का कारोबार करना शुरू कर दिया। संदीप सिंह के संबंध इंश्योरेंस कम्पनियों से होते थे। वहां उन कम्पनियों के सर्वेयर के साथ मिलकर टोटल लास की गाड़ियों की डिटेल इंश्योरेंस कंपनी से लेते थे। आन डिमांड उसी माडल की गाडी चोरी करवाने के लिए चोरों से संपर्क करते थे। अजमेर सिंह का काफी बड़ा गैराज भिवानी हरियाणा में है, जहां इन गाडि़यों के इंजन नंबर, चेसिस नंबर पेस्ट करने का काम मोटे पैसे लेकर किया जाता था। तीनों आरोपितों का अपराध करने का तरीका बीमा कंपनी से टोटल लास की गाड़ियों को कम दामों मे खरीदकर स्क्रेप में कटवाकर कबाड़ियों को बेच देते थे। उक्त गाड़ियों के इंजन नंबर, आरसी नंबर व चेसिस नंबर को चोरी की गाड़ी में पेस्ट कर नंबर एक की गाड़ी बनाकर मार्केट दामों में बेचकर मुनाफा कमाते थे।

-नागालैंड के केतू बंधु नहीं आ रहे हाथ

आरोपितों से चोरी की गाड़ियां खरीदने वाले नागालैंड के दीमापुर के निवासी केतू पुत्र किखेतू, अजूमि, डेविड की हापा की पुलिस को तलाश है। पूछताछ में सामने आया है कि नागालैंड के ये आरोपित गाड़ियों को म्यांमार,भूटान में बेचते हैं। एनसीआर या भारत के अन्य क्षेत्रों से जो भी गाड़ी चोरी होती थी, वो नार्थ ईस्ट में इन्हीं व्यक्तियों की ओर से खरीदी जाती थी। पूछताछ मे यह बात सामने आयी कि केतू का भाई वहां पर अवैध गतिविधियों में संलिप्त है।

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