20 पंचायतों के प्रस्ताव रद होने के बाद नई नीति के तहत गांवों में खुले शराब ठेके

जागरण संवाददाता रोहतक लॉकडाउन में राहत मिलने के बाद आबकारी विभाग की नई नीति के

By JagranEdited By: Publish:Thu, 07 May 2020 11:37 PM (IST) Updated:Fri, 08 May 2020 06:13 AM (IST)
20 पंचायतों के प्रस्ताव रद होने के बाद नई नीति के तहत गांवों में खुले शराब ठेके
20 पंचायतों के प्रस्ताव रद होने के बाद नई नीति के तहत गांवों में खुले शराब ठेके

जागरण संवाददाता, रोहतक : लॉकडाउन में राहत मिलने के बाद आबकारी विभाग की नई नीति के तहत जिले में शराब ठेके खोल दिए गए हैं। 2020-21 वाले वित्तीय वर्ष में जिले की 34 पंचायतें नहीं चाहती थी कि उनके गांवों में शराब के ठेके खुले, लेकिन 20 पंचायतों के प्रस्ताव की राह में अवैध शराब के मामले सामने आ गए। जिस कारण उनके प्रस्ताव को रद कर वहां पर ठेके खोल दिए गए। विभाग की तरफ से केवल 14 पंचायतों के प्रस्तावों को स्वीकार किया गया है। वहां पर ठेके नहीं खोले गए। दरअसल, आबकारी विभाग की तरफ से कई माह पहले ग्राम पंचायतों से प्रस्ताव मांगे थे। इन प्रस्तावों में देना था कि कौन सी पंचायत अपने गांव में ठेका खुलवाना नहीं चाहती। निर्धारित अवधि तक विभाग के पास 34 पंचायतों ने ठेके नहीं खुलवाने का प्रस्ताव भेजा। प्रस्ताव आने के बाद विभाग ने उन गांवों में अवैध शराब के मामलों की रिपोर्ट तैयार की। इसमें देखा गया कि गांव में पिछले कुछ वर्षों में अवैध शराब के केस दर्ज हुए हैं या फिर नहीं। केस दर्ज मिलने पर माना जाता है कि यहां पर शराब की डिमांड है और ठेका खुलना चाहिए। इसके अलावा भी कई अन्य मानक पूरे करने होते हैं। तभी प्रस्ताव को लेकर फैसला लिया जाता है। यूं तो एक अप्रैल से नई नीति के तहत शराब ठेके खोल दिए जाते हैं, लेकिन लॉकडाउन के चलते इस बार छह मई को ठेके खोले गए हैं। इन गांवों ने भेजा था प्रस्ताव

आबकारी विभाग के पास ब्राह्मणवास, मकड़ौली खुर्द, सासरौली, नसीरपुर, माड़ौदी रांगड़ान, माड़ौदी जाटान, काहनी साढ़े-7, इस्माइला-11बी, नया बांस, भैणी महाराजपुर, भैणी सुरजन, भगवतीपुर, सुंडाना, बलंब, सांगाहेड़ा, काहनौर, इंद्रगढ़, भालौठ, गिझी, निडाना, बालंद, सिंहपुरा, मदीना, मोखरा, दत्तौड़, समरगोपालपुर, रिठाल फौगाट, नौनंद, काहनी साढ़े-12, बसाना, टिटौली, बनियानी और चिड़ी आदि पंचायत ने प्रस्ताव भेजे थे। इन गांवों में नहीं खुले ठेके

आबकारी विभाग के अधिकारियों के अनुसार, जिन गांवों के प्रस्ताव स्वीकार हुए हैं उसमें सांगाहेड़ा, भैणी सुरजन, इंद्रगढ़, सिंहपुरा, छछरौली, काहनी साढ़े-7, काहनी साढ़े-12, नसीरपुर, ब्राह्मणवास, मकड़ौली खुर्द, नया बांस, दत्तौड़, माड़ौदी रांगड़ान, माड़ौदी जाटान शामिल है। बाकी गांवों के प्रस्ताव रद कर दिए गए हैं। यह बोले सरपंच

युवा पीढ़ी को नशे की लत से बचाने के लिए प्रस्ताव भेजा गया था, लेकिन विभाग ने उसे रद कर दिया। गांव में शराब के दो मामले पकड़े गए थे और वह भी मैंने ही पकड़वाए थे। दोबारा से प्रस्ताव भेजा जाएगा।

- बलबीर सिंह, सरपंच भालौठ ----------

गांव की महिलाओं और संगठनों ने अपील की थी कि शराब ठेके बंद होने चाहिए। आबकारी विभाग ने यह कहकर रद्द कर दिया कि गांव में अवैध शराब बिकती है। वह सरकार से अपील करते हैं कि ठेका ना खोला जाए। गांव में अवैध शराब की बिक्री नहीं होने देंगे।

- अमित कादियान, सरपंच काहनौर

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