कम पानी में अधिक उत्पादन के लिए अपनाएं सूक्ष्म सिचाई प्रणाली : डीसी
डीसी कैप्टन मनोज कुमार ने जिला के किसानों से हरियाणा सूक्ष्म सिचाई योजना का लाभ उठाने का आह्वान किया है। उन्होंने कहा कि इस योजना का मकसद कम से कम पानी में अधिक से अधिक उत्पादन करना है। कैप्टन मनोज कुमार ने कहा कि प्रदेश सरकार ने किसानों को कृषि से संबंधित सिचाई के जो नए आधुनिक तकनीकी साधन है उनकी प्राप्ति करवाने के लिय इस सूक्ष्म सिचाई योजना को शुरू किया है।
जागरण संवाददाता, रोहतक: डीसी कैप्टन मनोज कुमार ने जिला के किसानों से हरियाणा सूक्ष्म सिचाई योजना का लाभ उठाने का आह्वान किया है। उन्होंने कहा कि इस योजना का मकसद कम से कम पानी में अधिक से अधिक उत्पादन करना है।
कैप्टन मनोज कुमार ने कहा कि प्रदेश सरकार ने किसानों को कृषि से संबंधित सिचाई के जो नए आधुनिक तकनीकी साधन है, उनकी प्राप्ति करवाने के लिय इस सूक्ष्म सिचाई योजना को शुरू किया है। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार ने कृषि से फसल की पैदावार को दोगुना करने के लिय इस प्रकार की योजनाओं को प्रदेश में लागू किया है। उन्होंने कहा कि सूक्ष्म सिचाई के प्रति किसानों को जागरूक करने के लिए पहले ही विशेष शिविरों का आयोजन करने के निर्देश दिए जा चुके हैं। टपका सिचाई का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा कि इस प्रणाली से 70 प्रतिशत जल की बचत होती है और इस प्रणाली से पौधों को जरूरत के हिसाब से पानी मिलता है। इस विधि में रासायनिक उर्वरकों को घोल के रूप में जल के साथ फसल को प्रदान किया जाता है। उपायुक्त ने कहा कि इस योजना के तहत ड्रिप स्प्रींकल कल पर 85 प्रतिशत सब्सिडी का प्रावधान किया गया है। इसके अतिरिक्त योजना के तहत पुराने कुओं का पुनर्जन्म, छत के पानी का एकत्रीकरण, टिब्बे पर सूक्ष्म सिचाई व्यवस्था तथा खेती योग्य भूमि को शत-प्रतिशत पानी के प्रबंधन की व्यवस्था की जाएगी। योजन के तहत असंचित क्षेत्र के लिए सूक्ष्म सिचाई प्रणाली की व्यवस्था सुनिश्चित की जाएगी। उन्होंने कहा कि सूक्ष्म सिचाई योजना का लाभ उठाने के लिए विभाग की वेबसाइट और सिचाई भवन रोहतक में स्थित मिकाडा कार्यालय में संपर्क किया जा सकता है।