प्रदेश भर के 140 चिकित्सकों को किया जाएगा प्रिशिक्षित

पीजीआइ की स्किल लैब में पूरे प्रदेश के चिकित्सकों को चरणबद्ध तरीके से दी जा रही दो दिवसीय ट्रेनिग का बुधवार शाम को समापन हो गया।

By JagranEdited By: Publish:Thu, 24 Jun 2021 06:10 AM (IST) Updated:Thu, 24 Jun 2021 06:10 AM (IST)
प्रदेश भर के 140 चिकित्सकों को किया जाएगा प्रिशिक्षित
प्रदेश भर के 140 चिकित्सकों को किया जाएगा प्रिशिक्षित

जागरण संवाददाता, रोहतक: पीजीआइ की स्किल लैब में पूरे प्रदेश के चिकित्सकों को चरणबद्ध तरीके से दी जा रही दो दिवसीय ट्रेनिग का बुधवार शाम को समापन हो गया। ट्रेनिग के इंचार्ज डा. कुंदन मित्तल व डा. प्रशांत कुमार ने बताया कि करीब 140 चिकित्सकों को यह ट्रेनिग प्रदान की जाएगी और अगले सप्ताह मंगलवार को नया बैच ट्रेनिग लेने के लिए आएगा।

डा. कुंदन मित्तल ने बताया कि आज प्रशिक्षण की समाप्ति पर ट्रेनिग में आए सभी 22 चिकित्सकों ने बताया कि उनका इस ट्रेनिग के बाद काफी हौसला बढ़ा है और उन्होंने बहुत कुछ नया सिखा है और वे अब पूरी तरह से आश्वस्त हैं कि जब उनकी सीएचसी व पीएचसी पर कोई बीमार बच्चा आएगा तो वे जहां तक संभव होगा, वहीं उसका इलाज करेंगे और सिर्फ गंभीर स्थिति में ही बड़े अस्पताल में रेफर करेंगे। डा. कुंदन ने बताया कि बड़ों को अगर दो मिलिग्राम दवाई ज्यादा जाती है तो वें सहन कर सकते हैं, लेकिन बच्चों पर उसका बहुत ज्यादा विपरीत प्रभाव पड़ता है। ऐसे में हमें बहुत ही ध्यान से बच्चों का इलाज करना है। डा. प्रशांत कुमार ने कोविड व मैकेनिकल वेंटिलेशन के बारे में विस्तार से सिखाया। डा. गीता गठवाला ने बताया कि किस प्रकार हमें कोविड के गंभीर मरीज का इलाज करना चाहिए। डा. जगजीत दलाल ने सीपैप, एचएफएनसी व एनआईवी लगाना सिखाया। डा. वंदना ने छाती के एक्सरे के माध्यम से कैसे बीमारी की पहचान करें सिखाया। डा. प्रशांत कुमार ने बताया कि सभी चिकित्सकों को कृत्रिम अंगों पर केस दिए गए और उनसे उनका इलाज करवाकर देखा गया। उन्होंने बताया कि उनका प्रयास है कि यहां से ट्रेनिग लेने वाला हर चिकित्सक शिशुओं का इलाज करने में पूरी तरह से निपुण हो।

chat bot
आपका साथी