आक्सीजन नहीं मिली, चार की तड़पकर मौत, सड़क पर उतरे लोग

दर्दनाक मंजर जिसने भीतर तक हिलाकर रख दिया। आक्सीजन की कमी से शहर के विराट अस्पताल में चार मरीजों की तड़पकर मौत हो गई। वहीं कई मरीज गंभीर हालत में पहुंच गए।

By JagranEdited By: Publish:Sun, 25 Apr 2021 07:58 PM (IST) Updated:Sun, 25 Apr 2021 07:58 PM (IST)
आक्सीजन नहीं मिली, चार की तड़पकर मौत, सड़क पर उतरे लोग
आक्सीजन नहीं मिली, चार की तड़पकर मौत, सड़क पर उतरे लोग

जागरण संवाददाता, रेवाड़ी : दर्दनाक मंजर, जिसने भीतर तक हिलाकर रख दिया। आक्सीजन की कमी से शहर के विराट अस्पताल में चार मरीजों की तड़पकर मौत हो गई। वहीं, कई मरीज गंभीर हालत में पहुंच गए। अस्पताल प्रबंधन का आरोप है कि उनको आक्सीजन की सप्लाई नहीं दी गई, जिसके चलते यह बड़ी घटना हुई। वहीं, स्वास्थ्य विभाग का कहना है कि अस्पताल को रात को ही 140 आक्सीजन सिलेंडर दिए गए थे। मौत आक्सीजन की कमी से नहीं हुई। इस घटना के बाद मृतकों के स्वजन व अन्य भर्ती मरीजों के तीमारदारों ने अस्पताल के सामने ही सरकुलर रोड पर जाम लगा दिया। लोगों ने जिला प्रशासन व सिविल सर्जन के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। एसडीएम रविद्र यादव, सिविल सर्जन डा. सुशील कुमार माही, डीएसपी मोहम्मद जमाल मौके पर पहुंचे तथा स्थिति को काबू में किया। मरीजों के तीमारदार खासे गुस्से में थे, जिसके चलते भारी पुलिस बल की अस्पताल के भीतर व आसपास तैनाती की गई। चीख पुकार से गूंज उठा अस्पताल आक्सीजन गैस की निजी अस्पतालों में किल्लत कई दिनों से चल रही है। हालांकि रविवार सुबह एक टैंकर पानीपत से आया है। विराट अस्पताल में दोपहर 2 बजे से ही आक्सीजन कम होने लगी थी। अस्पताल प्रबंधन का कहना है कि आक्सीजन के लिए वे लोग लगातार सिविल सर्जन व नागरिक अस्पताल के अन्य चिकित्सकों से संपर्क साध रहे थे लेकिन उनकी कोई सुनवाई नहीं की गई। उनको सिर्फ दस सिलेंडर देकर भेज दिया गया। अस्पताल के यूनिट हैड प्रताप यादव की ओर से 3:40 बजे यह ट्वीट भी किया गया कि अस्पताल में आक्सीजन खत्म होने वाली है। प्रशासन व स्वास्थ्य विभाग मदद करे अन्यथा भयंकर त्रासदी हो जाएगी। उनके ट्वीट के बाद भी आक्सीजन नहीं मिली। इसके करीब आधे घंटे बाद ही अस्पताल में आक्सीजन खत्म हो गई तथा चार कोविड संक्रमित मरीजों ने आक्सीजन के अभाव में दम तोड़ दिया। इसके बाद अस्पताल में चीख पुकार मच गई। मरीजों के स्वजन इधर-उधर दौड़ने लगे। जिन लोगों के स्वजन आक्सीजन नहीं मिलने से दुनिया छोड़कर चले गए उनका गुस्सा सातवें आसमान पर पहुंच गया। बहुत से लोग आकर सड़क पर बैठ गए। डीएसपी मोहम्मद जमाल ने लोगों को समझा बुझाकर जाम खुलवाया।

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कम सिलेंडर अलाट करने का आरोप अस्पताल प्रबंधन का कहना है कि उनके पास 114 मरीज भर्ती हैं। उनको आक्सीजन की सबसे अधिक आवश्यकता है। जब वह सिलेंडर लेने एजेंसी पर पहुंचे तो कहा गया कि हर अस्पताल के लिए कोटा निर्धारित कर दिया गया है। उनको बेहद कम आक्सीजन मुहैया कराई गई।

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इन मरीजों की गई जान विराट अस्पताल की तरफ से दी गई जानकारी के अनुसार आक्सीजन के कारण गांव लिलोढ़ निवासी 56 साल की सुशीला, कोसली निवासी 28 साल की मनीषा, दिल्ली के नांगलोई निवासी 48 वर्षीय कृष्ण गर्ग, शहर के टीपी स्कीम निवासी 42 वर्षीय कुलदीप की मौत हुई है। चारों कुछ दिन पहले ही कोरोना संक्रमित पाये गए थे।

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सिविल सर्जन के घेराव का किया प्रयास सिविल सर्जन जब एसडीएम रविद्र यादव के साथ विराट अस्पताल में पहुंचे तो वहां पर मरीजों के तीमारदारों ने उनका भी घेराव करने का प्रयास किया। हालांकि पुलिस की मौजूदगी के कारण हालात नहीं बिगड़ सके।

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कैप्टन ने लगाया लापरवाही का आरोप पूर्व मंत्री कैप्टन अजय सिंह यादव भी विराट अस्पताल पहुंचे तथा मरीजों के स्वजन से मुलाकात की। कैप्टन ने कहा कि यह घटना बेहद दर्दनाक है। आक्सीजन की कमी से मरीजों की मौत हुई है तो इसके लिए पूरी तरह से स्वास्थ्य विभाग व प्रशासन जिम्मेदार हैं। उन्होंने कहा कि मैंने भी इस मामले में सिविल सर्जन से बात की थी तथा उन्होंने कहा कि मेरे पास जितनी आक्सीजन थी, दी जा चुकी है। अब इससे ज्यादा नहीं है। कैप्टन ने कहा कि इस मामले में दोषियों पर कार्रवाई होनी चाहिए। वहीं, विधायक चिरंजीव राव ने हादसे के लिए स्वास्थ्य विभाग व प्रशासन को जिम्मेदार ठहराया।

पूर्व जिला प्रमुख सतीश यादव ने कहा कि मैं शहर से बाहर हूं। अगर शहर में होता तो लोगों के बीच पहुंचकर सरकार और जिला प्रशासन के खिलाफ रोष प्रकट कर रहा होता। विराट अस्पताल में चार लोगों की मौत की खबर सुनने के बाद बेहद दुखी हूं, क्योंकि इन मौतों के पीछे सिविल सर्जन कार्यालय की तानाशाही है। जानबूझकर विराट अस्पताल को आक्सीजन नहीं दी गई। सरकार से यह मांग करता हूं कि जिम्मेदार लोगों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करें।

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मेरे खिलाफ साजिश चल रही है। गाड़ी जैसे ही गोदाम पर पहुंचती है, विराट अस्पताल का नाम सुनकर उसे आक्सीजन नहीं दी जाती। चार मरीजों की मौत आक्सीजन की कमी से हुई है। मैंने प्रशासनिक अधिकारियों को कहा है कि अस्पताल को टेकओवर कर लें, मैं पूरी मदद करने को तैयार हूं।

-डा. विराटवीर यादव, सीईओ विराट अस्पताल

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रेवाड़ी के लिए शनिवार को पांच मीट्रिक टन आक्सीजन अलाट हुई थी। अब हमारा कोटा घटाकर तीन मीट्रिक टन कर दिया गया है। यानी 325 सिलेंडर ही हम रोजाना भर सकेंगे। मैंने सरकार से कोटा बढ़ाने की मांग की है। विराट अस्पताल को पर्याप्त मात्रा में आक्सीजन मुहैया कराई जा रही है। रात को ही 140 आक्सीजन सिलेंडर दिए गए थे। सुबह भी सिलेंडर दिए गए हैं। मैंने कोई सिलेंडर की गाड़ी नहीं रोकी है। मरीजों की मौत आक्सीजन की कमी से हुई है, यह कहना जल्दबाजी होगा। इसकी जांच की जा रही है।

-डा. सुशील कुमार माही, सिविल सर्जन

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