खाद से ज्यादा पहुंची भीड़, मचा हाहाकार

डीएपी खाद को लेकर हाहाकार खत्म नहीं हो रहा है। शनिवार को इफको व सोसायटी में खाद का स्टाक पहुंच गया। उम्मीद थी कि खाद की आपूर्ति होने पर स्थिति काबू में आ जाएगी लेकिन ऐसा नहीं हुआ।

By JagranEdited By: Publish:Sat, 16 Oct 2021 05:46 PM (IST) Updated:Sat, 16 Oct 2021 06:02 PM (IST)
खाद से ज्यादा पहुंची भीड़, मचा हाहाकार
खाद से ज्यादा पहुंची भीड़, मचा हाहाकार

जागरण संवाददाता, रेवाड़ी : डीएपी खाद को लेकर हाहाकार खत्म नहीं हो रहा है। शनिवार को इफको व सोसायटी में खाद का स्टाक पहुंच गया। उम्मीद थी कि खाद की आपूर्ति होने पर स्थिति काबू में आ जाएगी लेकिन ऐसा नहीं हुआ। जितनी खाद पहुंची उससे कई गुणा अधिक भीड़ खाद लेने के लिए पहुंच गई। सोसायटी व इफको केंद्र के बाहर खाद लेने वालों की लंबी लाइनें लगी रही। घंटों तक लाइन में लगने के बाद ही लोगों को खाद मिल सकी। ज्यादातर को तो बिना खाद लिए ही वापस जाना पड़ा।

मार्केटिग सोसायटी की ओर से शनिवार को 900 कट्टे खाद के बांटे गए। हालांकि राहत भरी बात यह रही कि शनिवार को जिला की 22 ग्रामीण सहकारी समितियों पर खाद पहुंचा दिया गया, जिससे ग्रामीण अब अपने गांव के निकट भी खाद ले सकेंगे। कई बार हुआ पुलिस के साथ तनाव

खाद लेने के लिए किसान सुबह से ही नई अनाजमंडी में पहुंच गए थे। लोगों को जानकारी थी कि शनिवार को खाद का रैक लग जाएगा इसलिए देखते ही देखते किसानों की तादाद सैकड़ों में पहुंच गई। सोसायटी के साथ ही इफको केंद्र के बाहर भी लोगों की भारी भीड़ रही। दोनों ही स्थानों पर पुलिस को मोर्चा संभालना पड़ा। लाइन में लगे किसानों को टोकन दिए गए। भीड़ इतनी ज्यादा रही कि कई बार लाइन में लगे लोगों की पुलिसकर्मियों के साथ तनातनी हुई। लोगों का आरोप था कि वह घंटों से लाइन में खड़े हैं लेकिन उनको खाद नहीं मिल रही है। अगले सप्ताह तक स्थिति संभलने की उम्मीद

इफको के पास 21 हजार बैग के लगभग खाद पहुंची है। सोमवार-मंगलवार तक और भी खाद पहुंचने की उम्मीद है। खाद को लेकर स्थिति अगले सप्ताह तक ही दुरुस्त होने की उम्मीद है। सहकारी समितियों में भी खाद पहुंचने से राहत मिलेगी। आज नहीं मिलेगी खाद

रविवार को खाद का वितरण नहीं होगा। सहकारी समिति से मिली जानकारी के अनुसार रविवार को छुट्टी रहेगी तथा सोमवार को खाद का वितरण होगा। उन्होंने किसानों से आग्रह किया है कि छुट्टी वाले दिन आकर परेशान नहीं हो। हमारे पास खाद की कोई कमी नहीं है। 25 में से 22 सहकारी समितियों में भी खाद पहुंचा दिया है। मेरा किसानों से आग्रह है कि वह केवल सरसों के लिए खाद ले लें, गेहूं के लिए अभी से खाद का स्टाक नहीं करें। एक आधार कार्ड पर दो बैग खाद दी जा रही है। ग्रामीण रेवाड़ी आने की बजाय अपने गांव की सहकारी समिति से खाद प्राप्त कर लें। अगले सप्ताह स्थिति में पूरी तरह से सुधार हो जाएगा।

- आशीष पंवार, फिल्ड आफिसर, इफको

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