अनीता का जज्बा, 953 को लगाया अभी तक टीका

नवरात्र में मां दुर्गा के नौ रूपों की पूजा अराधना की जाती है। कोरोना काल में स्वास्थ्य कर्मचारियों ने प्रथम पंक्ति में रहते हुए न केवल कोरोना संक्रमितों की सेवा की बल्कि अब कोविड से बचाव के लिए टीकाकरण करने में भी अपना शतप्रतिशत योगदान दे रहे हैं। विशेष तौर पर महिला नर्सिंग स्टाफ प्रतिदिन विभिन्न चुनौतियों का सामना करते हुए कोरोना संक्रमण के जंग में महत्ती भूमिका निभा रही हैं।

By JagranEdited By: Publish:Mon, 12 Apr 2021 06:03 PM (IST) Updated:Mon, 12 Apr 2021 06:03 PM (IST)
अनीता का जज्बा, 953 को लगाया अभी तक टीका
अनीता का जज्बा, 953 को लगाया अभी तक टीका

ज्ञान प्रसाद, रेवाड़ी

नवरात्र में मां दुर्गा के नौ रूपों की पूजा अराधना की जाती है। कोरोना काल में स्वास्थ्य कर्मचारियों ने प्रथम पंक्ति में रहते हुए न केवल कोरोना संक्रमितों की सेवा की बल्कि अब कोविड से बचाव के लिए टीकाकरण करने में भी अपना शतप्रतिशत योगदान दे रहे हैं। विशेष तौर पर महिला नर्सिंग स्टाफ प्रतिदिन विभिन्न चुनौतियों का सामना करते हुए कोरोना संक्रमण के जंग में महत्ती भूमिका निभा रही हैं। स्वास्थ्य विभाग के राजीव नगर स्थित प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में कार्यरत एएनएम अनीता यादव बीते करीब एक साल से हर स्तर पर कोरोना से जंग लड़ रही है। प्रतिदिन गांव लाधुवास अहीर से रेवाड़ी आकर आम नागरिकों के साथ कोरोना संक्रमितों के प्रत्यक्ष संपर्क में रहते हुए सेवाएं दे रही हैं।

अनीता यादव का कहना है कि जब से कोरोना संक्रमण काल आरंभ हुआ है, तब से लेकर अब तक मुश्किल से एक या दो दिन ही अवकाश मिला है। 16 जनवरी के बाद तो लगातार ड्यूटी दे रही हूं। अनीता अब तक 953 नागरिकों को कोविड के टीके लगा चुकी हैं। इसके अलावा कभी कोविड संक्रमितों को उपचार मुहैया कराने व लोगों को कोरोना के प्रति जागरूक करने में भी अनीता लगातार जुटी हुई हैं।

परिवार के साथ बच्चों को भी सुरक्षित रखना चुनौती अनीता यादव कोरोना संक्रमितों के साथ आम नागरिकों की सेवा करते हुए अपने सास-ससुर, पति और दो बच्चों को भी संभाल रही हैं। अनीता का कहना है कि खुद को व अपने परिवार को कोरोना से बचाना सबसे बड़ी चुनौती रही है। उनके साथ काम करने वाले कई स्टाफ सदस्य भी कोरोना संक्रमित हो चुके हैं। परिवार की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए वह खुद भी तीन बाद जांच करा चुकी हैं लेकिन शुक्र है कि अभी तक संक्रमण की चपेट में नहीं आई हैं। अनीता का कहना है कि स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं पर ही वर्तमान में सबसे अधिक जिम्मेदारी है और वह अपनी इस जिम्मेदारी को हर हाल में निभा रही हैं।

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