तंत्र के गण: बेजुबानों का मददगार बना श्री श्याम बहादुर सेवा मंडल

लाकडाउन में इंसानों के लिए तो बहुत से लंगर लगे थे लेकिन बेजुबानों की सुध लेने वाला कोई नहीं था। सड़कों पर घूमते बेजुबान गोवंश व अन्य जानवर जब भूख से कराहने लगे तो श्री श्याम बहादुर सेवा मंडल के सदस्यों की उन पर निगाह गई।

By JagranEdited By: Publish:Mon, 25 Jan 2021 02:47 PM (IST) Updated:Mon, 25 Jan 2021 02:47 PM (IST)
तंत्र के गण: बेजुबानों का मददगार बना श्री श्याम बहादुर सेवा मंडल
तंत्र के गण: बेजुबानों का मददगार बना श्री श्याम बहादुर सेवा मंडल

जागरण संवाददाता, रेवाड़ी : लाकडाउन में इंसानों के लिए तो बहुत से लंगर लगे थे लेकिन बेजुबानों की सुध लेने वाला कोई नहीं था। सड़कों पर घूमते बेजुबान गोवंश व अन्य जानवर जब भूख से कराहने लगे तो श्री श्याम बहादुर सेवा मंडल के सदस्यों की उन पर निगाह गई। बेजुबानों के लिए मंडल सदस्य लाकडाउन व कोरोना के डर के बीच भी घरों से बाहर निकले तथा उनके लिए भोजन का प्रबंध किया। एक माह तक जानवरों को खरीदकर सब्जियां व चारा खिलाया गया। हर रोज डेढ़ टन सब्जी खरीदते थे मंडल सदस्य लाकडाउन के चलते लोग अपने घरों में कैद हो गए थे। इससे उन गोवंशों व अन्य जानवरों पर गहरा असर पड़ा, जिनकों घरों से निकली सब्जियां व रोटियां खाने को मिलती थी। गोवंश भूख से तड़पते हुए नजर आए तो श्री श्याम बहादुर सेवा मंडल के प्रधान रविद्र गोयल, महेंद्र अग्रवाल, अजय, राजू, हेमंत अग्रवाल, शिवम, अशोक व इंद्रजीत सहित अन्य लोगों की टीम ने रोजाना इन बेजुबानों के लिए भोजन का प्रबंध करना शुरू कर दिया। 3 अप्रैल से संगठन के सदस्य रोजाना शहर की नई सब्जी मंडी पहुंचने लगे थे और वहां से हर रोज डेढ़ टन के करीब सब्जी खरीदी जाती थी। इन सब्जियों को संगठन के सदस्यों द्वारा ही काटा जाता तथा पिकअप गाड़ी में डालकर शहर भर में घूमते तथा जहां कहीं भी पशु नजर आते उनके सामने सब्जियां डाल दी जाती। हर रोज सैकड़ों पशुओं को भोजन कराया गया। यह मुहिम मई के शुरुआती सप्ताह तक चलाई गई और इसके बाद धीरे-धीरे लाकडाउन खुलना शुरू हो गया था। संगठन की इस मुहिम की शहर भर में सराहना हुई। समाजसेवा में लगातार जुटा है संगठन श्री श्याम बहादुर सेवा मंडल के सदस्य जनसेवा में लगातार जुटे हुए हैं। पिछले 15 सालों से संगठन सदस्य पांच हजार के करीब लोगों का आंखों का निश्शुल्क आपरेशन करा चुके हैं।

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लाकडाउन के दौरान हमने देखा कि दूसरे राज्यों के लोगों व स्थानीय जरूरतमंदों के लिए तो बहुत सी संस्थाओं द्वारा भोजन पहुंचाया जा रहा है लेकिन बेजुबान जानवरों के लिए कोई व्यवस्था नहीं है। ऐसे में संगठन सदस्यों ने मिलकर बेजुबानों को भोजन कराने का मन बनाया तथा अपने इस काम में हम सफल हुए। मंडल के सभी सदस्यों का इस पुनीत कार्य में सहयोग रहा।

-रविद्र गोयल, प्रधान श्री श्याम बहादुर सेवा मंडल

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