नियम 134ए: दसवीं और बारहवीं में आवेदन नहीं कर पाएंगे विद्यार्थी

नियम 134ए के तहत निजी स्कूलों में दाखिले को लेकर आवेदन प्रक्रिया जारी है जोकि 14 नवंबर तक चलेगी। इस वर्ष दूसरी से नौवीं और 11वीं के विद्यार्थी ही दाखिले के लिए आवेदन कर पाएंगे। दसवीं और बारहवीं कक्षा के लिए पोर्टल बंद रहेगा।

By JagranEdited By: Publish:Tue, 09 Nov 2021 05:17 PM (IST) Updated:Tue, 09 Nov 2021 05:17 PM (IST)
नियम 134ए: दसवीं और बारहवीं में आवेदन नहीं कर पाएंगे विद्यार्थी
नियम 134ए: दसवीं और बारहवीं में आवेदन नहीं कर पाएंगे विद्यार्थी

जागरण संवाददाता, रेवाड़ी: नियम 134ए के तहत निजी स्कूलों में दाखिले को लेकर आवेदन प्रक्रिया जारी है जोकि 14 नवंबर तक चलेगी। इस वर्ष दूसरी से नौवीं और 11वीं के विद्यार्थी ही दाखिले के लिए आवेदन कर पाएंगे। दसवीं और बारहवीं कक्षा के लिए पोर्टल बंद रहेगा।

विभागीय अधिकारियों के अनुसार चालू सत्र का आधे से ज्यादा बीत चुका है, वहीं बोर्ड की तरफ से दसवीं और बारहवीं कक्षा के विद्यार्थियों को एनरोलमेंट नंबर भी जारी कर दिए गए हैं। इसके चलते इन विद्यार्थियों का स्कूल बदल पाना संभव नहीं है। इसलिए निदेशालय की तरफ से दसवीं और बारहवीं कक्षा के आवेदन के लिए पोर्टल को बंद किया गया है। हालांकि निजी स्कूलों की तरफ से इन कक्षाओं में खाली सीटों की संख्या पोर्टल पर अपलोड की गई हैं। वहीं चालू सत्र के बीच में नियम 134ए के तहत दाखिला प्रक्रिया शुरू होने से अभिभावकों में भी असमंजस की स्थिति बनी हुई है, जिसके चलते पोर्टल पर कम ही आवेदन आ रहे हैं। करीब एक सप्ताह पूर्व कम आवेदन आने के चलते निदेशालय की तरफ से सभी जिलों के शिक्षा अधिकारियों को आवेदन बढ़ाने के भी निर्देश दिए गए थे।

15 स्कूलों का कर सकते हैं चयन: विद्यार्थी नियम 134ए के तहत निजी स्कूलों में दाखिले के लिए आवेदन करते समय अपने पसंद के अधिकतम 15 स्कूलों के नाम भर सकते हैं। इसमें विद्यार्थी अपने खंड के दस स्कूलों और दूसरे खंड के पांच स्कूल का चयन कर सकते हैं। इसके अलावा विद्यार्थी जिस निजी स्कूल में अध्ययनरत हैं उसके आवेदन में उसकी पसंद को भर सकेंगे।

नियम 134ए के तहत निजी स्कूलों में दाखिले को लेकर विद्यार्थी दूसरी से नौवीं और 11वीं कक्षा के लिए आवेदन कर सकते हैं। बोर्ड कक्षाओं दसवीं और बारहवीं में आवेदन के लिए पोर्टल बंद रहेगा। इसलिए विद्यार्थी इन कक्षाओं में आवेदन के लिए परेशान न हों।

- राजेश कुमार, जिला शिक्षा अधिकारी

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