गुरुजी के सामने बैठकर बच्चों ने की पढ़ाई
विद्यालय में बच्चों के लिए अभिभावकों की लिखित सहमति लेकर आना अनिवार्य है। ऐसे विद्यार्थी जो आनलाइन माध्यम से पढ़ाई जारी रखना चाहते हैं उनके लिए आनलाइन सुविधा भी जारी रहेगी।
जागरण संवाददाता, रेवाड़ी: करीब एक साल बाद पहली व दूसरी कक्षा के नन्हें मुन्ने बच्चे भी सोमवार को स्कूल पहुंचे। सोमवार को सालभर बाद स्कूल में बैग लेकर पहुंचे बच्चे खासे उत्साहित नजर आए। वहीं एक साथ सभी कक्षाएं लगने से निजी स्कूल संचालकों ने भी राहत की सांस ली। कोरोना संक्रमण के चलते बच्चों के स्कूल जाने पर रोक लग गई थी जिसके चलते स्कूल संचालकों को भी फीस नहीं मिल पा रही थी।
निजी स्कूल संचालक उठा रहे थे प्राइमरी विग को खोलने की मांग:
सरकार की तरफ से चरणबद्ध तरीके से छठी से बारहवीं कक्षा तक के स्कूलों को तो खोल दिया गया था, लेकिन निजी स्कूल संचालकों की ओर से लगातार प्राइमरी विग को भी खोलने की मांग की जा रही थी। उसके बाद करीब दस दिन पूर्व सरकार की तरफ से पहले तीसरी से पांचवीं तथा एक मार्च से पहली व दूसरी की कक्षाओं को शुरू करने की अनुमति दे दी थी। कोरोना संक्रमण के चलते पिछले करीब एक साल से पढ़ाई प्रभावित हो रही थी तथा बच्चों को आनलाइन ही पढ़ाया जा रहा था। अब सभी कक्षाओं के बच्चे गुरुजी के सामने बैठकर पढ़ाई कर सकेंगे। विद्यालय में बच्चों के लिए अभिभावकों की लिखित सहमति लेकर आना अनिवार्य है। ऐसे विद्यार्थी जो आनलाइन माध्यम से पढ़ाई जारी रखना चाहते हैं उनके लिए आनलाइन सुविधा भी जारी रहेगी। ऐसे विद्यार्थियों को विद्यालय में उपस्थित होने के लिए बाध्य नहीं किया जाएगा तथा न ही विद्यालय से उनका नाम काटा जाएगा।
बेहतर रही उपस्थिति:
सोमवार को निजी स्कूलों में पहली व दूसरी कक्षा के बच्चों की 70 फीसद से अधिक उपस्थिति रही। वहीं राजकीय स्कूलों में भी 60 फीसद से अधिक बच्चे पहुंचे। अब रोजाना सुबह 10 से दोपहर 1.30 बजे तक स्कूल में शिक्षा ग्रहण करेंगे।
कब-कब खोले गए स्कूल:
- 21 सितंबर को 2020 को 9वीं से 12वीं कक्षा के विद्यार्थियों के लिए परामर्श कक्षाएं शुरू की गईं।
- 15 अक्टूबर से 2020 से नौवीं से बारहवीं तक की नियमित कक्षाएं शुरू की गईं।
- 1 फरवरी 2021 से छठी से आठवीं तक की कक्षाएं शुरू की गईं।
- 24 फरवरी 2021 को तीसरी से पांचवीं की कक्षाएं शुरू की गईं।
- 1 मार्च 2021 को पहली व दूसरी की कक्षाएं शुरू की गईं।