फैक्ट्री से निकाला 18 टन सड़ा अचार किया नष्ट

शहर के गढ़ी बोलनी रोड स्थित फैक्ट्री से 1

By JagranEdited By: Publish:Sun, 25 Oct 2020 04:44 PM (IST) Updated:Sun, 25 Oct 2020 04:49 PM (IST)
फैक्ट्री से निकाला 18 टन सड़ा अचार किया नष्ट
फैक्ट्री से निकाला 18 टन सड़ा अचार किया नष्ट

जागरण संवाददाता, रेवाड़ी: शहर के गढ़ी बोलनी रोड स्थित फैक्ट्री से 18 टन सड़ा हुआ अचार सीएम फ्लाइंग व खाद्य सुरक्षा विभाग की टीम ने छापेमारी के दौरान पकड़ा है। छापेमारी के दौरान अचार में कीड़े चल रहे थे तथा उसमें से दुर्गंध आ रही थी। शनिवार रात को ही विभाग की टीम ने अचार के सैंपल लिए व साथ ही सड़े हुए अचार को रात को गढ़ी बोलनी रोड व बावल क्षेत्र में खाली पड़ी जगह पर गड्ढे खोदवाकर को नष्ट कराया। विभागीय अधिकारी भी इस बात को मान रहे हैं कि अचार अगर खा लिया जाता तो निश्चित तौर पर लोगों का बीमार होना तय था। अब टीम यह भी पता लगाने में जुटी है कि सड़े हुए अचार के स्टाक में से कितना सप्लाई किया जा चुका है। 17 भूमिगत टैंकों में सड़ रहा था अचार

सीएम फ्लाइंग को जानकारी मिली थी कि गढ़ी बोलनी रोड स्थित भक्ति नगर कालोनी में एक अचार फैक्ट्री में खराब अचार को पैकिग करके बाजार में बेचा जा रहा है। सूचना मिलने के बाद फ्लाइंग टीम अपने साथ खाद्य सुरक्षा अधिकारी डा. सचिन को लेकर पहुंची। टीम ने वहां पहुंचने पर पाया कि फैक्ट्री में 17 भूमिगत टैंक बनाए हुए हैं। टैंकों के ढक्कन को उठाकर देखा गया तो सीएम फ्लाइंग टीम का सिर भी चकरा गया। टैंकों में भरा हुआ अचार बुरी तरह से सड़ रहा था। अचार में कीड़े चल रहे थे। अचार फैक्ट्री मालिक आम आदमी की सेहत से खिलवाड़ करता हुआ इसी अचार को बाजार में बेच रहा था। वहीं, मौके पर ही जीएसटी के अधिकारियों को भी बुला लिया गया था ताकि फैक्ट्री का पूरा रिकार्ड भी खंगाला जाए। पैर नहीं पड़ता तो पकड़ में नहीं आता सड़ा अचार

सीएम फ्लाइंग व स्वास्थ्य विभाग की टीम जब अचार फैक्ट्री में पहुंची तो वहां पैकिग किया हुआ अचार ही नजर आया। शुरुआत में कोई गड़बड़ी नजर नहीं आई लेकिन सीएम फ्लाइंग टीम के ही कुछ सदस्य जब फैक्ट्री को खंगालने लगे तो इसी दौरान एक कर्मचारी का पैर भूमिगत बने टैंक के ढक्कन में उलझ गया। कर्मचारी ने ढक्कन उठाकर देखा तो माथा चकरा गया। टैंक में सड़ा हुआ अचार भरा था। फैक्ट्री के भीतर ऐसे 17 टैंक भरे हुए थे। रात को ही गड्ढा खोदकर दबाया अचार

खाद्य सुरक्षा विभाग की टीम को अंदेशा था कि फैक्ट्री मालिक सड़े हुए अचार को आगे भी मार्केट में बेच सकता है। उन्होंने रात को ही अचार को निकलवाया तथा उसे गड्ढे खोदकर दबवाया। अचार व सोस के लिए सैंपल

खाद्य सुरक्षा विभाग की ओर से फैक्ट्री में से अचार व सोस के पांच सैंपल लिए गए हैं। इन सैंपलों को जांच के लिए लैब में भेज दिया गया है। सैंपल जांच रिपोर्ट आने के बाद आगामी कार्रवाई होगी। यूं बनता है फैक्ट्रियों में अचार:

फैक्ट्रियों में आम, नींबू व अन्य अचार की सामग्री को तेल मिलकर इन्हीं टैंकों में भर दिया जाता है। ऊपर से नमक की परत बिछा दी जाती है। जानकारों की माने तो नमक धीरे-धीरे अचार को गलाता रहता है। नमक की परत कम हो जाती है तो अचार में कीड़े पड़ने लगते हैं। अचार फैक्ट्री मालिकों से यह उम्मीद नहीं की जा सकती कि वह कीड़े पड़े हुए अचार को बाहर फेंक देंगे। इसी अचार में से कीड़े आदि साफ करके नमक मिलाकर सप्लाई कर दिया जाता। टीम ने अचार व सोस के सैंपल ले लिए हैं। सैंपलों को जांच के लिए लैब में भेज दिया गया है। 18 टन अचार टैंकरों से निकलवाया गया है, जिसे नष्ट कराया गया है ताकि इसका उपयोग न हो सके। सैंपल फेल होकर आता है तो सीधे कोर्ट में मामला डाला जाएगा। अचार फैक्ट्री में सीधे तौर पर लापरवाही बरती जा रही थी।

डा. सचिन शर्मा, खाद्य सुरक्षा अधिकारी

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