शिक्षण संबंधित विभिन्न बिदुओं पर खंड अनुसार होगी बैठक

शिक्षा विभाग की ओर से शिक्षण से संबंधित विभिन्न बिदुओं पर चर्चा के लिए बैठकें होंगी।

By JagranEdited By: Publish:Wed, 19 Aug 2020 05:53 PM (IST) Updated:Wed, 19 Aug 2020 05:53 PM (IST)
शिक्षण संबंधित विभिन्न बिदुओं पर खंड अनुसार होगी बैठक
शिक्षण संबंधित विभिन्न बिदुओं पर खंड अनुसार होगी बैठक

जागरण संवाददाता, रेवाड़ी : शिक्षा विभाग की ओर से शिक्षण से संबंधित विभिन्न बिदुओं पर चर्चा करने के लिए खंड अनुसार बैठक का शेड्यूल जारी कर दिया गया है। बैठक में परीक्षा परिणाम, दूरवर्ती शिक्षा कार्यक्रम एवं सक्षम, सीसीटी कार्यक्रम पर संस्था मुखिया, बीआरपी, एबीआरसी एवं सीसीटी कोर की टीम के साथ चर्चा की जाएगी। इसमें डाइट प्राचार्य, जिला मौलिक शिक्षा अधिकारी, जिला परियोजना संयोजक, दूरवर्ती शिक्षा कार्यक्रम नोडल अधिकारी व जिला गणित विशेषज्ञ, मुख्यमंत्री सुशासन सहयोगी व खंड शिक्षा अधिकारी विशेष रूप से मौजूद रहेंगे। ये रहेगा बैठक का कार्यक्रम 21 अगस्त को रेवाड़ी खंड के राजकीय बाल वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय रेवाड़ी में सुबह 11 से दोपहर 12 बजे तक उच्च व वरिष्ठ माध्यमिक मुखिया के साथ तथा दोपहर 12 से 1 मिडिल मुखिया, बीआरपी और एबीआरसी के साथ बैठक होगी। 24 को जाटूसाना खंड के राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय जाटूसाना में सुबह 11 से दोपहर 12 बजे तक मिडिल, उच्च व वरिष्ठ माध्यमिक मुखिया, बीआरपी और एबीआरसी के साथ तथा दोपहर 12 से 1 बजे तक सीसीटी कोर की टीम के साथ बैठक होगी। 25 अगस्त को नाहड़ खंड के राजकीय कन्या वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय कोसली में सुबह 11 से दोपहर 12 बजे तक मिडिल, उच्च व वरिष्ठ माध्यमिक मुखिया बीआरपी और एबीआरसी के साथ तथा दोपहर 12 से 1 बजे तक सीसीटी कोर की टीम के साथ बैठक होगी। 26 अगस्त को खोल खंड के राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय खोल में सुबह 11 से दोपहर 12 बजे तक मिडिल, उच्च व वरिष्ठ माध्यमिक मुखिया बीआरपी और एबीआरसी के साथ बैठक होगी। 27 अगस्त को बावल खंड के राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय बावल में सुबह 11 से दोपहर 12 बजे तक उच्च व वरिष्ठ माध्यमिक मुखिया के साथ तथा दोपहर 12 से 1 बजे तक मिडिल मुखिया, बीआरपी और एबीआरसी के साथ बैठक होगी।

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बैठक का मुख्य उद्देश्य विभाग की ओर से संचालित कार्यक्रम एवं योजनाओं की समीक्षा करना है। ताकि इन्हें और बेहतर तरीके से संचालित किया जा सके और नए सुझावों पर काम किया जा सके।

- राजेश कुमार, जिला शिक्षा अधिकारी

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