पढ़िये- हरियाणा भाजपा अध्यक्ष ओपी धनखड़ ने क्या निकाला टकराव का तोड़, बदलेगा राव इंद्रजीत का स्टाइल

Haryana Politics News हरियाणा के भारतीय जनता पार्टी के अध्यक्ष ओपी धनखड़ ने हर राजनीतिक विवाद व टकराव का तोड़ निकाल लिया है। ऐसे में शहीदी दिवस पर राव इंद्रजीत सिंह की मरोड़ भारतीय जनता पार्टी के खिलाफ नजर नहीं आएगी।

By Jp YadavEdited By: Publish:Thu, 09 Sep 2021 12:31 PM (IST) Updated:Thu, 09 Sep 2021 06:04 PM (IST)
पढ़िये- हरियाणा भाजपा अध्यक्ष ओपी धनखड़ ने क्या निकाला टकराव का तोड़, बदलेगा राव इंद्रजीत का स्टाइल
पढ़िये- हरियाणा भाजपा अध्यक्ष ओपी धनखड़ ने क्या निकाला टकराव का तोड़, बदलेगा राव इंद्रजीत का स्टाइल

नई दिल्ली/रेवाड़ी [महेश कुमार वैद्य]। जंग-ए-आजादी के नायक राव तुलाराम की पुण्यतिथि पर आगामी 23 सितंबर को झज्जर जिले के गांव पाटौदा में होने वाले राज्य स्तरीय शहीदी दिवस समारोह पर पक्ष-विपक्ष के तमाम नेताओं की निगाहें टिक गई हैं। प्रत्यक्ष में बिना लागलपेट कहें तो यह आयोजन केंद्रीय मंत्री राव इंद्रजीत सिंह की राजनीतिक रैली है, मगर शहीदी दिवस समारोह का नाम जुड़ने और अध्यक्षता के लिए भाजपा के प्रदेशाध्यक्ष ओमप्रकाश धनखड़ का नाम तय होने से इसकी अहमियत बढ़ गई है। अतीत की बात करें तो राव इंद्रजीत सिंह

शहीदी दिवस के नाम पर राजनीतिक विरोधियों को खुलेआम ललकारते रहे हैं, मगर इस बार वह पुराने स्टाइल से थोड़ा अलग अंदाज में नजर आएंगे।

दैनिक जागरण ने लगभग एक सप्ताह पहले ही यह कह दिया था कि इस बार राव इंद्रजीत सिंह भारतीय जनता पार्टी को आंख नहीं बल्कि अपनी राजनीतिक ताकत दिखाएंगे। पाटौदा रैली के लिए यही किया जा रहा है। भीड़ जुटाने के लिए झज्जर के यादव बहुल गांवों पर ही निर्भरता नहीं है, बल्कि सर्वसमावेशी माहौल के लिए आसपास के तमाम जिलों के छत्तीस बिरादरी के लोगों को आमंत्रित किया जा रहा है। ओपी धनखड़, केंद्रीय मंत्री की पाटौदा रैली की अध्यक्षता करने की हामी भर चुके हैं। भाजपा के प्रदेशाध्यक्ष का राव इंद्रजीत सिंह के मंच पर अध्यक्षता करने आना बड़ी बात रहेगी। राव इंद्रजीत सिंह इस समारोह के मुख्य अतिथि होंगे। इसके अलावा कैबिनेट मंत्री डा. बनवारीलाल, सांसद चौ. धर्मबीर सिंह, रमेश कौशिक व डीपी वत्स, राज्यमंत्री ओमप्रकाश यादव भी समारोह में शिरकत करेंगे। आयोजन समिति के पोस्टरों में कोसली के विधायक लक्ष्मण यादव, अटेली के विधायक सीताराम यादव, गुरुग्राम के विधायक सुधीर सिंगला व सेहना के विधायक संजय तंवर और भाजपा प्रदेश कार्यकारिणी की सदस्य और राव की बेटी आरती राव के नाम भी नजर आ रहे हैं। माना जा रहा है कि इनमें से अधिकांश का राव के प्रति व्यक्तिगत झुकाव है।

राव इंद्रजीत सिंह की मरोड़ और ओम प्रकाश धनखड़ का तोड़

23 शहीदी समारोह की खास बात यह रहेगी कि इस बार राव इंद्रजीत सिंह की मरोड़ भारतीय जनता पार्टी के खिलाफ नजर नहीं आएगी। सूत्रों के अनुसार ओपी धनखड़ ने हर विवाद व टकराव का तोड़ निकाल लिया है। राज्य स्तरीय शहीदी दिवस समारोह के बहाने 23 सितंबर को राव इंद्रजीत सिंह जहां खुद का राजनीतिक दम दिखाएंगे वहीं धनखड़ की उनके मंच पर मौजूदगी से सामाजिक समरसता का बड़ा संदेश जाएगा। धनखड़ यही चाहते हैं।

गुरुग्राम के 250 अधिकारियों-कर्मचारियों पर लटकी कार्रवाई की तलवार, राइट टू सर्विस कमीशन ने भेजा नोटिस

 शहीदों के कार्यक्रम से दूर नहीं रह सकता: ओपी धनखड़

जागरण से बातचीत में ओपी धनखड़ ने कहा कि राव इंद्रजीत उनके हलके में कार्यक्रम करने आ रहे हैं। उनका स्वागत है। मैं उस कार्यक्रम की अध्यक्षता करूंगा। यह शहीदों का कार्यक्रम है। आजादी के अमृत महोत्सव पर राव तुलाराम जैसे महान क्रांतिकारियों व अन्य तमाम शहीदों की स्मृति में होने वाले कार्यक्रम से वह खुद को दूर नहीं रख सकते।

यह भी पढ़ेंः पूर्व मुख्यमंत्री ओमप्रकाश चौटाला ने दुष्यंत चौटाला को दिया झटका, जजपा समेत कई दलों के नेता इनेलो में शामिल

chat bot
आपका साथी