राजस्थान से आए जहरीले पानी ने रोकी दिल्ली-जयपुर नेशनल हाईवे पर वाहनों की रफ्तार

दिल्ली-जयपुर नेशनल हाईवे की पूरी सर्विस लेन बदबूदार पानी में डूब गई है। हाईवे पर भी कुछ जगह एक-एक फुट पानी खड़ा हो गया है।

By JP YadavEdited By: Publish:Mon, 06 Jul 2020 09:49 AM (IST) Updated:Mon, 06 Jul 2020 09:49 AM (IST)
राजस्थान से आए जहरीले पानी ने रोकी दिल्ली-जयपुर नेशनल हाईवे पर वाहनों की रफ्तार
राजस्थान से आए जहरीले पानी ने रोकी दिल्ली-जयपुर नेशनल हाईवे पर वाहनों की रफ्तार

रेवाड़ी [अमित सैनी]। राजस्थान से आ रहे दूषित पानी ने एक बार फिर से दिल्ली-जयपुर नेशनल हाईवे (Delhi-Jaipur National Highway) की रफ्तार को थाम दिया है। हर वर्ष की तरह थोड़ी सी बारिश होते ही राजस्थान के भिवाड़ी औद्योगिक क्षेत्र (Bhiwadi Industrial Area) से एक बार फिर रसायन युक्त जहरीला पानी धारूहेड़ा तक पहुंच गया है। इसके चलते हालत यह है कि दिल्ली-जयपुर नेशनल हाईवे की पूरी सर्विस लेन बदबूदार पानी में डूब गई है। हाईवे पर भी कुछ जगह एक-एक फुट पानी खड़ा हो गया है। वाहन रेंगकर निकल रहे हैं, इससे जाम की स्थिति बनी हुई है।

सोमवार सुबह से हाई-वे पर लगा है जाम

दिल्ली-जयपुर नेशनल हाईवे जहरीले युक्त पानी की वजह से वाहन चालक बेहद सतर्क होकर चल रहे हैं। इस वजह से जाम लगा हुआ है। वहीं, दोपहिया वाहन चालकों को ज्यादा दिक्कत पेश आ रही है, लेकिन प्रशासन की ओर से इससे निजात दिलाने के लिए अब तक कोई कार्रवाई नहीं की गई है।

एनजीटी तक पहुंच चुका है मामला

यहां पर बता दें कि राजस्थान के भिवाड़ी औद्योगिक क्षेत्र से आने वाले दूषित पानी का मामला नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल (National Green Tribunal) तक पहुंच चुका है। एनजीटी ने एक याचिका के बाबत राजस्थान सरकार को कड़ी फटकार लगाई थी और इसी के साथ ही भिवाड़ी औद्योगिक क्षेत्र में एसटीपी प्लांट बनाने की कड़ी हिदायत दी थी। इसके अतिरिक्त दूषित पानी को रोकने के कड़े इंतजाम करने के भी निर्देश दिए गए थे ।

वहीं, एनजीटी के तमाम आदेशों के बावजूद भी जरा सी बारिश होते ही भिवाड़ी औद्योगिक क्षेत्र से दूषित पानी धारूहेड़ा की ओर छोड़ दिया जाता है। फैक्ट्रियों से निकलने वाला गंदा पानी धारूहेड़ा के लिए अभिशाप बन गया है। आसपास के गांव की सैकड़ों एकड़ भूमि इस दूषित पानी के कारण बंजर हो चुकी है। तमाम प्रयासों के बावजूद भी इस समस्या का समाधान नहीं निकाला जा रहा है, इससे लोगों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ता है।

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