RIP Milkha Singh: 'फ्लाइंग सिख’ की बायोपिक का गवाह है हरियाणा, फिल्माए गए थे युवावस्था के कई सीन
RIP Milkha Singh वर्ष 2013 में रिलीज हुई फिल्म भाग मिल्खा भाग की वर्ष 2012 में रेवाड़ी में ही शूटिंग हुई थी। अक्टूबर 2012 में निर्माता एवं निर्देशक राकेश ओमप्रकाश के साथ ही पूरी टीम रेवाड़ी आई थी।
रेवाड़ी [अमित सैनी]। फ्लाइंग सिख, देश की शान, सरदार मिल्खा सिंह हमारे बीच से अलविदा हो गए। उनका जाना सिर्फ खेल जगत ही नहीं संपूर्ण हिंदुस्तान के लिए एक बड़ी क्षति है। रेवाड़ी के लिए यह बड़े सौभाग्य की बात है कि एथलेटिक चैंपियन मिल्खा सिंह के जीवन पर बनी उनकी बायोपिक भाग मिल्खा भाग फिल्म के बड़े हिस्से की शूटिंग यहीं पर हुई थी। यहां के ऐतिहासिक लोकोशेड व रेलवे कालोनी में फिल्म के कई सीन फिल्माए गए थे। रेलवे कालोनी में रह रहे लोगों के जहन में आज भी उस फिल्म की शूटिंग की यादें ताजा है।
करीब एक माह तक यहीं पर रही थी टीम
वर्ष 2013 में रिलीज हुई फिल्म भाग मिल्खा भाग की वर्ष 2012 में रेवाड़ी में ही शूटिंग हुई थी। अक्टूबर 2012 में निर्माता एवं निर्देशक राकेश ओमप्रकाश के साथ ही पूरी टीम रेवाड़ी आई थी। फिल्म में मिल्खा सिंह का रोल निभाने वाले अभिनेता फरहान अख्तर व उनकी प्रेमिका की भूमिका निभाने वाली सोनम कपूर दोनों पर कई सीन यहीं पर फिल्माए गए थे। युवावस्था में जब दोनों के बीच प्रेम प्रसंग चल रहा था तो उसके सभी सीन रेलवे कालोनी की गलियों में ही शूट हुए थे। मिल्खा सिंह बने फरहान अख्तर का साइकिल पर घूमना, पानी भरने जा रही सोनम कपूर के साथ टकराना, सोनम कपूर का मोहल्ले की नल पर पानी भरना आदि सभी दृश्यों की शूटिंग यहीं पर हुई।
अकबर इंजन में फिल्माए गए थे कोयला चोरी के सीन
बचपन में मिल्खा सिंह जब भाप इंजन में से कोयले चुराते है, वह सीन लोकोशेड में खड़े अकबर इंजन में फिल्माए गए हैं। डब्ल्यूपी 7161 अकबर इंजन भाग मिल्खा भाग के साथ ही गैंग्स आफ वासेपुर, सुल्तान, रंग दे बसंती, पार्टिशियन, की एंड का आदि फिल्मों में भी नजर आ चुका है।
बदल दी गई थी पूरी रेलवे कालोनी
शूटिंग के गवाह रहे रेलवे कालोनी निवासी प्रेम बताते हैं कि भाग मिल्खा भाग की पूरी टीम करीब एक माह तक उनके मोहल्ले में ही रही थी। उनके आसपास के कई रेलवे क्वार्टरों में ही टीम के सदस्य सोते थे। रेलवे कालोनी की गलियों को पूरी तरह से बदल दिया गया था। यहां पर रंग करा दिया गया था। प्रेम उस दिवार को भी दिखाते हैं जिसपर भारत माता का चित्र बनाया गया था। फिल्म में कई बार नजर आने वाली इस दिवार पर अब यह चित्र फीका पड़ चुका है। प्रेम बताते हैं कि फरहान अख्तर व सोनम कपूर को बेहद नजदीक से पूरी कालोनी वालों ने देखा व उनसे बातचीत भी की थी।
मेरे हाथ से बनी सब्जी खाने आते थे कलाकार
रेलवे कालोनी निवासी बुजुर्ग राज देवी बताती है कि फिल्म के कलाकार उनसे काफी घुल मिल गए थे। वैसे तो उनका खाना पीना सभी लोकोशेड में ही होता था लेकिन फरहान अख्तर, सोनम कपूर और खुद निर्माता राकेश ओमप्रकाश उनके हाथ से बनाई सब्जी खाने के लिए कई बार आते थे। वह अपनी पसंद की सब्जी उनसे बनवाते थे। राकेश ओमप्रकाश तो अकसर कहते थे अम्मा तुम्हारे हाथ की सब्जी बड़ी स्वादिष्ट लगती है।