Railway Commuters Alert ! दिसंबर-जनवरी में कोहरे के चलते रद रहेंगी कई ट्रेनें, यहां देखिये- लिस्ट

Railway Commuters Alert ! उत्तर-पश्चिम रेलवे के मुख्य जनसंपर्क अधिकारी कैप्टन शशि किरण के अनुसार अगले कुछ दिनों में शुरू होने वाले कोहरे की अधिकता वाले क्षेत्रों की रेल सेवाओं को आगामी एक दिसंबर से 28 फरवरी 2022 तक रद किया गया है।

By Jp YadavEdited By: Publish:Wed, 27 Oct 2021 09:15 AM (IST) Updated:Wed, 27 Oct 2021 09:15 AM (IST)
Railway Commuters Alert ! दिसंबर-जनवरी में कोहरे के चलते रद रहेंगी कई ट्रेनें, यहां देखिये- लिस्ट
Railway Commuters Alert ! दिसंबर-जनवरी में कोहरे के चलते रद रहेंगी कई ट्रेनें, यहां देखिये- लिस्ट

नई दिल्ली/रेवाड़ी, जागरण संवाददाता। रेलवे द्वारा कोहरे के चलते रेल सेवाओं को रद किया गया है। दो रेल सेवाओं को आंशिक रद किया गया है। उत्तर-पश्चिम रेलवे के मुख्य जनसंपर्क अधिकारी कैप्टन शशि किरण के अनुसार कोहरे की अधिकता वाले क्षेत्रों की रेल सेवाओं को एक दिसंबर से 28 फरवरी 2022 तक रद किया गया है।

मुख्य जनसंपर्क अधिकारी ने बताया कि गाड़ी संख्या 05624, कामाख्या-भगत की कोठी साप्ताहिक स्पेशल तीन दिसंबर से 25 फरवरी (13 टिप) तक, गाड़ी संख्या 05623, भगत की कोठी-कामाख्या साप्ताहिक स्पेशल रेल सेवा सात दिसंबर से एक मार्च 2022 (13 टिप) तक, गाड़ी संख्या 02458, बीकानेर-दिल्ली सराय प्रतिदिन स्पेशल एक दिसंबर से 28 फरवरी (90 टिप) तक, गाड़ी संख्या 02443, दिल्ली सराय-जोधपुर प्रतिदिन स्पेशल रेल सेवा दो दिसंबर से एक मार्च (90 टिप) तक, गाड़ी संख्या 02444, जोधपुर-दिल्ली सराय प्रतिदिन स्पेशल रेल सेवा तीन दिसंबर से दो मार्च 2022 (90 टिप) तक, गाड़ी संख्या 02457, दिल्ली सराय-बीकानेर प्रतिदिन स्पेशल तीन दिसंबर से दो मार्च तक रद रहेगी।

अपनी मांगों को लेकर स्टेशन मास्टरों ने सौंपा ज्ञापन

अपनी मांगों को लेकर आल इंडिया स्टेशन मास्टर्स एशोसिएशन (एआइएसएमए) के सदस्यों ने उत्तर रेलवे के महाप्रबंधक को ज्ञापन सौंपा। उन्होंने आरोप लगाया कि स्टेशन मास्टरों की मांगों पर रेल प्रशासन गंभीर नहीं है।एआइएसएमए के उत्तर रेलवे के महासचिव सुमीर आइमा ने कहा कि स्टेशन मास्टर पिछले काफी समय से अपनी मांगो को लेकर आंदोलन कर रहे हैं। कोरोना काल में स्टेशन मास्टरों ने अपनी जान जोखिम में डालकर रेल परिचालन सुचारू रखने के लिए काम किया है। बावजूद इसके उनकी जायज मांगों पर ध्यान नहीं दिया जा रहा है। सुरक्षित रेल परिचालन में इनकी महत्वपूर्ण भूमिका है, लेकिन अन्य रेलवे कर्मचारियों की तरह सुरक्षा भत्ता या अन्य लाभ नहीं दिया जाता है। कर्मचारियों की कमी से काम का दबाव बढ़ रहा है। लगभग छह हजार स्टेशन मास्टरों के पद खाली हैं।। मांग पत्र में स्टेशन मास्टरों को सुरक्षा भत्ता देने, रात्रि ड्यूटी भत्ता देने, वर्दी भत्ता देने, रिक्त पदों को भरने, वेतन विसंगतियों को दूर करने, दुर्घटना रहित पुरस्कार देने सहित अन्य मांगें मानने की मांग की।

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