Haryana Politics: जानिये- किस मामले में कांग्रेस से काफी आगे निकले हरियाणा के प्रदेश भाजपा ओमप्रकाश धनखड़

Haryana Politics ओमप्रकाश धनखड़ का प्रयास सबको काम में जुटाने का है। हालांकि नियुक्तियां करते समय ओमप्रकाश धनखड़ ने पार्टी कैडर से जुड़े पुराने नेताओं व कार्यकर्ताओं पर ही सर्वाधिक भरोसा किया है मगर दूसरे दलों से आने वालों को भी निराश नहीं किया है।

By Jp YadavEdited By: Publish:Mon, 21 Jun 2021 08:12 AM (IST) Updated:Mon, 21 Jun 2021 08:12 AM (IST)
Haryana Politics: जानिये- किस मामले में कांग्रेस से काफी आगे निकले हरियाणा के प्रदेश भाजपा ओमप्रकाश धनखड़
Haryana Politics: जानिये- किस मामले में कांग्रेस से काफी आगे निकले हरियाणा के प्रदेश भाजपा ओमप्रकाश धनखड़

नई दिल्ली/रेवाड़ी [महेश कुमार वैद्य]। संगठन के मामले में प्रदेश कांग्रेस कमेटी जहां नौ दिन चले अढ़ाई कोस की कहावत को भी पीछे छोड़ रही है, वहीं भाजपा लगातार नियुक्तियां कर रही है। प्रदेश कार्यकारिणी की घोषणा के बाद भी भाजपा मुखिया ओमप्रकाश धनखड़ का नियुक्तियों का सिलसिला व संगठन में नए प्रयोग जारी हैं, मगर प्रयोगधर्मिता के बावजूद प्रदेश अध्यक्ष नई ऊर्जा का संचार करने के लिए पुराने व अनुभवी चेहरों पर ही दाव लगा रहे हैं। संगठन में पर्यावरण व जल संरक्षण जैसी सामाजिक सरोकारों से जुड़ी जिम्मेदारी तय करने के ऐसे नए प्रयोग हुए हैं, जो भविष्य में अच्छे परिणाम दे सकते हैं। कुछ नए पद भी सृजित किए हैं। ओमप्रकाश धनखड़ का प्रयास सबको काम में जुटाने का है। हालांकि नियुक्तियां करते समय ओमप्रकाश धनखड़ ने पार्टी कैडर से जुड़े पुराने नेताओं व कार्यकर्ताओं पर ही सर्वाधिक भरोसा किया है, मगर दूसरे दलों से आने वालों को भी निराश नहीं किया है। नमो-मनो की पहली पारी से पूर्व आए कुछ नेता जहां घी-खिचड़ी हो चुके हैं वहीं उन नेताओं को भी अब तवज्जो दी है जो मनो की दूसरी पारी से पहले विधानसभा चुनावों के थोड़ दिन पूर्व अन्य दलों से आए थे।

नियुक्त होंगे लोकसभा प्रभारी व संयोजक

नियुक्तियों का सिलसिला अभी लंबा चलेगा। सूत्रों के अनुसार प्रदेश कार्यकारिणी के सदस्यों व पदाधिकारियों के रिक्तियां भरने के अलावा ओम प्रकाश धनखड़ जल्दी ही लोकसभा प्रभारी व संयोजक नियुक्त करने जा रहे हैं। धनखड़ ने अपनी टीम में दूसरे दलों से आए नेताओं को समायोजित करने में बेशक उदारता दिखाई है, मगर अहीरवाल के एक-दो नेता दबी जुबान से कह रहे हैं कि राव इंद्रजीत सिंह के साथ आए हजारों कार्यकर्ताओं में से भी दो-चार को तो जगह मिलनी चाहिए थी। उनका कहना है कि भाजपा की मजबूती के लिए कैडर से बाहर के कार्यकर्ताओं को भी टीम धनखड़ में अहमियत मिले।

दूसरे दलों से आने वालों को दिया सम्मान

भाजपा ने दूसरे दलों से आए कई नेताओं को पूरा सम्मान दिया है। कांग्रेस छोड़कर आई सुमित्रा चौहान को महिला मोर्चा की प्रदेशाध्यक्ष, इनेलो के पूर्व विधायक रविंद्र बलियाला व इनेलो से आई सरोज सिहाग को प्रदेश मंत्री, नूंह के पूर्व इनेलो विधायक नसीम अहमद को अल्पसंख्यक मोर्चा का प्रदेशाध्यक्ष, इनेलो से आए प्रवीण अत्रे और कांग्रेस से आई रंजीता मेहता को प्रदेश प्रवक्ता, कांग्रेस से आई वंदना पोपली को सह प्रवक्ता व कांग्रेस से ही आए डीपी कौशिक को मीडिया पैनलिस्ट बनाया गया है। कांग्रेस से ही आए तरुण भंडारी को आपदा राहत एवं सहयोग प्रकोष्ठ का सह प्रमुख व देवेंद्र कादियान को व्यावसायिक प्रकोष्ठ की जिम्मेदारी दी है। इनेलो से आई स्वाती यादव को एनजीओ प्रकोष्ठ का प्रदेश संयोजक नियुक्त किया है। नमो-मनो की पहली पारी से पूर्व आए कुछ नेताओं की बात ही अलग हैं। इनमें कुछ मंत्री हैं तो कुछ विधायक। कुछ चुनाव नहीं जीते, मगर टिकट पाकर भाजपाई बने हुए हैं। पहली पारी से पूर्व भाजपा में आए कुछ नेता जहां भाजपा की रीति-नीति में ढल चुके हैं, वहीं कुछ की पुरानी ठसक अभी गई नहीं है। पार्टी को उनके ‘कार्यकर्ता’ बनने का इंतजार है।

chat bot
आपका साथी