बॉयो मेडिकल वेस्ट : रेवाड़ी के 30 फीसद निजी अस्पताल नहीं अपनाते सही प्रक्रिया

शहर में गुरुग्राम की बॉयोटेक वेस्ट लिमिटेड नाम की कंपनी बॉयो मेडिकल वेस्ट उठाने का काम करती है। यह कंपनी नागरिक अस्पताल के साथ ही निजी अस्पतालों से भी मेडिकल वेस्ट को लेकर जाती है।

By Prateek KumarEdited By: Publish:Wed, 08 Jul 2020 04:52 PM (IST) Updated:Wed, 08 Jul 2020 05:00 PM (IST)
बॉयो मेडिकल वेस्ट : रेवाड़ी के 30 फीसद निजी अस्पताल नहीं अपनाते सही प्रक्रिया
बॉयो मेडिकल वेस्ट : रेवाड़ी के 30 फीसद निजी अस्पताल नहीं अपनाते सही प्रक्रिया

रेवाड़ी [अमित सैनी]। कोरोना संक्रमण के इस दौर में बचाव के लिए हर संभव उपाय अपनाने आवश्यक है। संक्रमण का खतरा बॉयो मेडिकल वेस्ट से भी हो सकता है। अस्पताल से निकलने वाला बॉयो मेडिकल वेस्ट अगर किसी संक्रमित का हुआ तो यह बड़ी चेन बना सकता है। ऐसे में आवश्यक है कि बॉयो मेडिकल का प्रबंधन उचित तरीके से होना चाहिए। यहां बता देना जरूरी है कि 30 प्रतिशत अस्पताल अपने बॉयो मेडिकल वेस्ट का उचित तरीके से निस्तारण नहीं कर रहे हैं। ऐसे में स्थिति कभी भी गंभीर हो सकती है।

गुरुग्राम की कंपनी उठाती है वेस्ट

शहर में गुरुग्राम की बॉयोटेक वेस्ट लिमिटेड नाम की कंपनी बॉयो मेडिकल वेस्ट उठाने का काम करती है। यह कंपनी नागरिक अस्पताल के साथ ही निजी अस्पतालों से भी मेडिकल वेस्ट को लेकर जाती है। बनाए गए क्वारंटाइन व आइसोलेशन सेंटरों से भी कंपनी ही वेस्ट को उठा रही है।

सही तरीके से बॉयो मेडिकल वेस्ट का निस्तारण नहीं

कंपनी की तरफ से तो लगातार अपना काम किया जा रहा है, लेकिन बहुत से निजी अस्पताल जानबूझकर सही तरीके से बॉयो मेडिकल वेस्ट का निस्तारण नहीं कर रहे हैं। कंपनी के एरिया इंचार्ज रामफल की माने तो रेवाड़ी में 150 के करीब निजी अस्पताल उनके ग्राहक है। इनमें सिर्फ सर्जन व बड़े अस्पताल ही नहीं बल्कि डेंटल व अन्य विशेषज्ञ भी शामिल है। वहीं, जिले में करीब 30 प्रतिशत अस्पताल अभी भी बचे हुए हैं जो उचित तरीके से बॉयो मेडिकल वेस्ट का प्रबंधन नहीं कर रहे हैं। ये अस्पताल संचालक अपने कर्मचारियों के माध्यम से इधर-उधर मेडिकल वेस्ट को ठिकाने लगवाते रहते हैं। शहर में कई स्थानों पर लगे कचरे के ढेरों में सूई, गंदी रूई व इंजेक्शन सहित अन्य मेडिकल वेस्ट पड़ा हुआ दिखाई पड़ जाता है।

तेजी से बढ़ रही है संक्रमितों की तादाद

कोरोना संक्रमितों की तादाद तेजी से बढ़ रही है। जिला में 450 से भी अधिक कोरोना पॉजिटिव अभी तक सामने आ चुके हैं। इन हालातों में अगर बॉयो मेडिकल वेस्ट का उचित प्रबंधन नहीं किया गया तो संक्रमण और भी तेजी से फैल सकता है। ऐसा इसलिए क्योंकि खुले में पड़े कचरे के ढेर में जानवर भी मुंह मारते रहते हैं और सफाईकर्मी भी काम में जुटे रहते हैं।

अधिकारी ने कहा

नागरिक अस्पताल, क्वारंटाइन सेंटर व आइसोलेशन वार्ड सभी का कचरा मेडिकल वेस्ट उठाने वाली कंपनी को ही दिया जा रहा है। कचरा निस्तारण का पूरा ध्यान रखा जा रहा है ताकि किसी भी सूरत में संक्रमण न फैलने पाए।

डॉ. सर्वजीत थापर, मेडिकल सुपरीटेंडेंट नागरिक अस्पताल

ताकि ना फैले संक्रमण

आइएमए की ओर से उन अस्पतालों का भी पता लगाया जाएगा जो उचित तरीके से बॉयो मेडिकल वेस्ट का प्रबंधन नहीं कर रहे हैं। अस्पताल मेडिकल वेस्ट को खुले में फेंकने की बजाय वेस्ट उठाने वाली कंपनी को ही कचरा दें ताकि संक्रमण न फैले।

chat bot
आपका साथी