Swami RamDev News: हरियाणा के रेवाड़ी से शुरू हुई थी बाबा रामदेव की योग यात्रा
Yoga guru Ramdev बाबा रामदेव के शुरुआती दिन काफी संघर्ष के थे। महेंद्रगढ़ जिले के गांव सैद अलीपुर निवासी बाबा रामदेव की प्रारंभिक शिक्षा इसी जिले के गांव खानपुर में स्थित गुरुकुल से हुई थी। इसके बाद बाबा ने रेवाड़ी को अपनी कर्मस्थली बनाया था।
रेवाड़ी [महेश कुमार वैद्य]। देश-विदेश में योग का डंका बजाने वाले योग गुरु बाबा रामदेव ने अपनी योग यात्रा रेवाड़ी से ही शुरू की थी। उनका पहला योग शिविर जून 2002 में यहां के बाल भवन में आयोजित किया गया था। इसी शिविर में बनी कैसेट का बाद में छोटे पर्दे पर प्रसारण हुआ था। बाबा ने च्यवनप्राश जैसी शास्त्रोक्त औषधियां बनाने का काम भी रेवाड़ी में रहते हुए शुरू कर दिया था। उनके पास तब यहां के गांव किशनगढ़-घासेड़ा में स्थित गुरुकुल की कमान आ चुकी थी। बाबा के योग के प्रति लगाव को देखते हुए रेवाड़ी के लोगों ने ही उन्हें गुरुकुल की
कमान सौंपी थी।
इसी घासेड़ा के गुरुकुल में आज देश के विभिन्न राज्यों के सैकड़ों छात्र अध्ययनरत हैं। हालांकि कारोना के कारण विद्यार्थी इन दिनों घर पर हैं, मगर महामारी के बाद फिर यहां रौनक लौट आएगी। बाबा रामदेव के शुरुआती दिन काफी संघर्ष के थे। उन्हें आज जितनी गंभीरता से लिया जाता है, तब उतनी गंभीरता से उन्हें नहीं सुना जाता था। महेंद्रगढ़ जिले के गांव सैद अलीपुर निवासी बाबा रामदेव की प्रारंभिक शिक्षा इसी जिले के गांव खानपुर में स्थित गुरुकुल से हुई थी। इसके बाद बाबा ने रेवाड़ी को अपनी कर्मस्थली बनाया था।
प्रथम योग शिविर के गवाह बने थे गणमान्य लोग
बाबा रामदेव के रेवाड़ी में आयोजित हुए प्रथम योग शिविर में कई गणमान्य लोग शामिल हुए थे। इनमें तत्कालीन स्वास्थ्य राज्यमंत्री डा. एमएल रंगा, रेवाड़ी के पूर्व विधायक रणधीर सिह कापड़ीवास, तत्कालीन उपायुक्त विनीत गर्ग व तत्कालीन पुलिस अधीक्षक हनीफ कुरैशी प्रमुख थे। उस समय रणधीर सिंह कापड़ीवास गुरुकुल घासेडा के प्रधान थे। आज बाबा रामदेव इस गुरुकुल के प्रधान हैं। इस गुरुकुल में अध्ययनरत लगभग ढाई सौ विद्यार्थी बाबा रामदेव के पदचिह्नों पर चल रहे हैं। इनमें से कुछ की योग विधा तो बाबा रामदेव पर भी भारी पड़ती है। घासेड़ा गुरुकुल का यह स्कूल सीबीएसई से मान्यता प्राप्त है। इस स्कूल को योग में राज्य व जिला स्तर पर कई सम्मान मिल चुके हैं।