Rewari News: हीरो व होंडा में घूमा मशीनों का पहिया, औद्योगिक सेक्टर में रौनक
Rewari business News कंपनियों में उत्पादन शुरू हुआ है तो छोटी फैक्ट्रियों में भी डिमांड आने लगी है। यानी आने वाले सप्ताह में उद्योग धंधे पूरी तरह से पटरी पर नजर आएंगे। कोविड की बढ़ती रफ्तार के बीच उद्योग जगत से जुड़े लोगों के लिए यह एक बेहतर समाचार है।
नई दिल्ली/रेवाड़ी, जागरण संवाददाता। हीरो व होंडा समेत दुपहिया वाहनों की कंपनियों में सोमवार को चक्का घूमा तो इनसे जुड़ी सैकड़ों अन्य फैक्टरी संचालकों के चेहरे भी खिल उठे हैं। ऐसा इसलिए क्योंकि इन दोनों ही बड़ी दुपहिया वाहन निर्माता कंपनियों में शटडाउन के चलते बावल, धारूहेड़ा, नीमराणा व भिवाड़ी की सैकड़ों छोटी फैक्टि्रयों में भी काम पूरी तरह से बंद हो गया था। अब इन कंपनियों में उत्पादन शुरू हुआ है तो छोटी फैक्टि्रयों में भी डिमांड आने लगी है। यानी आने वाले एक सप्ताह में उद्योग धंधे पूरी तरह से पटरी पर नजर आएंगे। कोविड की बढ़ती रफ्तार के बीच उद्योग जगत से जुड़े लोगों के लिए यह एक बेहतर समाचार है।
पहले दिन ही हीरो ने बनाई तीन हजार से अधिक मोटरसाइकिलकोरोना के मामले बढ़े तो एहतियात बरतते हुए हीरो ने 28 अप्रैल को शटडाउन कर दिया था। अब सोमवार से हीरो ने अपने धारूहेड़ा, गुरुग्राम व हरिद्धार के प्लांटों में उत्पादन शुरू किया है। धारूहेड़ा प्लांट में पहले दिन सुबह छह से तीन व दोपहर तीन से 11 बजे वाली दो शिफ्टों को शुरू किया है। करीब दो हजार कर्मचारियों को ड्यूटी पर बुलाया गया है। अभी फिलहाल स्थायी कर्मचारियों को ही ड्यूटी पर बुलाया गया है। पहले दिन कंपनी ने तीन हजार से अधिक मोटरसाइकिलों का उत्पादन किया है। धीरे-धीरे व्यवस्था और भी पटरी पर लौटेगी। वहीं टपूकड़ा स्थित होंडा प्लांट में भी उत्पादन शुरू हो गया है। होंडा के दुपहिया वाहन प्लांट में काम शुरू हो गया है तथा उम्मीद है कि मंगलवार को गाडि़यों वाले प्लांट में भी काम शुरू कर दिया जाएगा।
एक्सपोर्ट का माल होगा ज्यादा तैयार
कोरोना के बढ़ते प्रकोप के चलते देशभर में लाकडाउन की स्थिति है। घरेलू बाजार पूरी तरह से ठप है इसलिए माना जा रहा है कि दुपहिया व चौपहिया वाहन कंपनियां फिलहाल उन वाहनों का ही ज्यादा उत्पादन करेंगी जिनकी दूसरे देशों में डिमांड अधिक है। एक्सपोर्ट का माल ही ज्यादा तैयार होगा।
श्रमिकों व कच्चे माल की समस्या करेगी परेशान
कोविड संक्रमण के चलते कंपनियों में शटडाउन हुआ तथा लॉकडाउन भी लगाया गया, जिसके चलते दूसरे राज्यों के 60 फीसद तक श्रमिक अपने घर लौट चुके हैं। उद्योगों में अब श्रमिकों का बड़ा संकट आने लगा है। इसके अतिरिक्त कच्चे माल को लेकर भी परेशानियां आ रही है। दूसरे राज्यों से आने वाले कच्चे माल की सप्लाई भी अभी नियमित नहीं है।
एसएन शर्मा (चेयरमैन, रेवाड़ी चैंबर ऑफ कॉमर्स) का कहना है कि हीरो व होंडा में उत्पादन शुरू हो गया है, जिससे बावल व धारूहेड़ा सहित साथ लगते राजस्थान के ओद्योगिक क्षेत्रों की फैक्टि्रयों को भी आक्सीजन मिली है। मुझे पूरी उम्मीद है कि अगले सप्ताह तक उद्योग काफी हद तक पटरी पर आ जाएंगे। श्रमिकों व कच्चे माल को लेकर भी जो समस्याएं आ रही है उनका भी धीरे-धीरे समाधान हो जाएगा। अब हमें सकारात्मक सोचना चाहिए क्योंकि स्थिति पहले से बेहतर हो रही है।