बच्चों को आत्मनिर्भर बनने का दिया संदेश

बोलनी स्थित एसडीएस स्कूल में कार्यक्रम हुआ। इसमें बच्चों ने विभिन्न प्रदर्शनी के माध्यम से अर्निंग व्हाईल लर्निंग का संदेश दिया।

By JagranEdited By: Publish:Mon, 06 Dec 2021 05:35 PM (IST) Updated:Mon, 06 Dec 2021 05:35 PM (IST)
बच्चों को आत्मनिर्भर बनने का दिया संदेश
बच्चों को आत्मनिर्भर बनने का दिया संदेश

जागरण संवाददाता, रेवाड़ी: बोलनी स्थित एसडीएस स्कूल में कार्यक्रम हुआ। इसमें बच्चों ने विभिन्न प्रदर्शनी के माध्यम से अर्निंग व्हाईल लर्निंग का संदेश दिया। विद्यार्थियों ने विभिन्न प्रकार के व्यापारिक सुझाव और दृष्टिकोण प्रस्तुत करते हुए प्रदर्शनी लगाए। विद्यार्थियों ने साइंस गेम, हरियाणवी नृत्य, ड्राइंग तथा विभिन्न प्रकार के रोचक कार्यक्रम प्रस्तुत किए। बारहवीं कक्षा के कला संकाय के विद्यार्थियों द्वारा संचालित प्रदर्शनी में विभिन्न माध्यम से आयस्त्रोत बढ़ाने का संदेश दिया। नान मेडिकल के विद्यार्थियों ने दिमाग का प्रयोग करते हुए दूसरे नंबर पर लाभ कमाने वाली स्टाल का खिताब जीता। इससे पहले कार्यक्रम का शुभारंभ नारनौल के नगर आयुक्त जयकृष्ण आभीर ने मुख्य अतिथि के रूप में किया। सभी स्टाल का निरीक्षण करने के बाद मुख्य अतिथि ने अध्यापकों और विद्यार्थियों के संयुक्त संयुक्त प्रयास की सराहना की। उन्होंने विद्यार्थियों को प्रेरित करने हेतु अपने कठिन समय के कुछ विशेष अनुभव के बारे में बताया। निदेशक यज्ञ पाल यादव ने अतिथियों का स्वागत किया तथा प्राचार्य मधु यादव ने आभार प्रकट किया।

यूरो इंटरनेशनल स्कूल में हुआ उद्घोष कार्यक्रम

संवाद सहयोगी, धारूहेड़ा: यूरो इंटरनेशनल विद्यालय प्रांगण में सोमवार को कार्यक्रम उद्घोष का आयोजन किया गया। कार्यक्रम का शुभारंभ प्रधानाचार्या मीनू दूबे द्वारा दीप प्रज्ज्वलित किया गया। विद्यार्थियों की ओर से देश की मिट्टी में जन्मे एक शूरवीर पृथ्वीराज चौहान की शौर्यगाथा एक एकांकी के माध्यम से प्रस्तुति दी गई। अंग्रेजी की एकांकी के माध्यम से विद्यार्थियों के मन से इसका डर निकालने में यह मददगार थी। मेधावी विद्यार्थियों को पुरस्कार वितरित किए गए। स्कूल के चेयरमैन सत्यवीर यादव व शैक्षणिक निदेशक डा. राजेंद्र सिंह ने भी कार्यक्रम में शिरकत की और विद्यार्थियों को प्रोत्साहित किया। स्केट्स व एरोबिक्स के जरिए विद्यार्थियों को अपना कौशल दिखाने का मौका मिला तथा साथ ही एक संदेश भी दिया कि विद्या की तरह स्वस्थ शरीर भी आवश्यक है। कार्यक्रम प्रस्तुत मराठी गाने ने सबको आकर्षित किया। अभिभावकों को खेल खिलवाए गए।

chat bot
आपका साथी