खुले रहे बाजार, टोल वसूली बंद
संयुक्त किसान मोर्चा के आह्वान पर किए गए भारत बंद का जिलेभर में कोई खास प्रभाव नजर नहीं आया।
जागरण संवाददाता, रेवाड़ी: संयुक्त किसान मोर्चा के आह्वान पर किए गए भारत बंद का जिलेभर में कोई खास प्रभाव नजर नहीं आया। शहर के मुख्य बाजार में दुकानें पूरी तरह से खुली रहीं। किसी तरह का बड़ा विरोध व धरना प्रदर्शन शहर में नहीं हुआ। हालांकि प्रदर्शनकारियों ने गंगायचा टोल पर पहुंचकर उसे फ्री करा दिया। बावल के बाजार में बंद का असर रहा। वहीं कृषि कानून विरोधियों द्वारा दिल्ली-जयपुर हाईवे पर जयसिंहपुर खेड़ा-शाहजहांपुर बार्डर पर सर्विस लेन को भी बंद कर देने के चलते ट्रैफिक को डायवर्ट करके निकाला गया।
तिरंगा यात्रा निकालकर की बाजार बंद करने की अपील: भारत बंद का सुबह से ही शहर के बाजारों में कोई असर नजर नहीं आया। प्रमुख बाजारों में सभी दुकानें पूरी तरह से खुली रहीं। करीब 11 बजे पूर्व मंत्री कैप्टन अजय सिंह यादव व विधायक चिरंजीव राव ने बाजार बंद कराने के लिए तिरंगा यात्रा निकाली। उनके साथ पूर्व मंत्री डा. एमएल रंगा भी मौजूद रहे। अग्रसेन चौक से तिरंगा यात्रा की शुरुआत की गई। कैप्टन अजय यादव व विधायक चिरंजीव राव ने बाजारों में पहुंचकर दुकानदारों से दुकान बंद रखने की अपील की। पूर्व मंत्री व विधायक के आग्रह पर भी दुकानदारों ने पांच मिनट के लिए ही अपनी दुकान बंद की। जैसे ही ये लोग बाजार में आगे निकलते रहे, पीछे-पीछे दुकानें वापस खुलती रहीं। पूर्व मंत्री कैप्टन अजय सिंह यादव ने कहा कि कृषि के तीन काले कानूनों से पूंजीपतियों का बोलबाला हो जाएगा और किसान पूंजीपतियों की कठपुतली बनकर रह जाएंगे। साथ ही एपीएमसी एक्ट से न मंडी रहेगी और न ही आढ़ती रहेंगे। उन्होंने कहा कि व्यापारियों पर भी जीएसटी का अतिरिक्त बोझ डाल दिया गया है।
गंगायचा टोल को कराया फ्री: राष्ट्रीय राजमार्ग संख्या-352 स्थित टोल प्लाजा पर प्रदर्शनकारी सुबह दस बजे पहुंच गए। आंदोलनकारियों ने प्रदर्शन करते हुए टोल के बैरियर हटा दिए तथा टैक्स वसूली बंद करा दी। टोल फ्री कराने के बाद आंदोलनकारी टोल बूथ पर ही धरने पर बैठ गए। टोल पर प्रदर्शन के दौरान प्रशासन की ओर से पुलिस बल तैनात किया गया था। डीएसपी मोहम्मद जमाल की अगुवाई में पुलिस के जवान मौके पर मौजूद रहे। प्रशासन की ओर से ड्यूटी मजिस्ट्रेट की नियुक्ति भी की गई थी। प्रदर्शनकारियों ने कहा कि कृषि कानून वापस न लेने व न्यूनतम समर्थन मूल्य का कानून बनाने तक प्रदर्शन यहीं डटे रहेंगे तथा टोल फ्री रखेंगे। उन्होंने टोल के 20 किलोमीटर के दायरे में आने वाले 28 गांवों को दी जाने वाली छूट दोबारा शुरू करने की मांग भी की। इनेलो के जिला प्रधान डा. राजपाल यादव भी प्रदर्शनकारियों को अपना समर्थन देने पहुंचे।
इस अवसर पर संयुक्त किसान मोर्चा के अध्यक्ष कामरेड एडवोकेट राजेंद्र सिंह, प्रधान जोगिदर सिंह, भारतीय किसान यूनियन चढूनी के समय सिंह, कुलदीप सिंह, सवाचद लंबरदार, जय किसान आंदोलन के मास्टर धर्म सिंह, अभय सिंह, सतपाल, भारतीय किसान यूनियन के अशोक कुमार, आल इंडिया किसान खेत मजदूर संगठन के रामकुमार निमोठ, विजय कुमार, राजवीर, किसान विकास परिषद के कुलदीप सिंह, महिला सांस्कृतिक संगठन की सुमन देवी, युवा संगठन डेमोक्रेटिक यूथ आर्गेनाइजेशन के नरेश कुमार, अजय कुमार, राकेश कुमार आदि मौजूद रहे। कामरेड राजेंद्र सिंह ने बताया कि 28 सितंबर को आजादी आंदोलन के महान क्रांतिकारी योद्धा शहीद-ए-आजम आजम भगत सिंह की जयंती पर टोल प्लाजा पर श्रद्धांजलि सभा का आयोजन किया जाएगा।
बावल में नजर आया बंद का पूरा असर: बावल में बंद का पूरा असर नजर आया। बावल के बाजार पूरी तरह से बंद रहे। प्रदर्शनकारियों ने सर छोटूराम चौक पर दरी बिछाकर धरना भी दिया। बाजारों में घूमकर प्रदर्शन भी किया। यहां आवश्यक वस्तुओं की दुकानें भी बंद रहीं। पूर्व मंत्री डा. एमएल रंगा ने कहा कि सरकार कृषि कानूनों की आड़ में किसानों के खिलाफ साजिश रच रही है। अखिल भारतीय किसान यूनियन के प्रदेशाध्यक्ष रामकिशन महलावत व बावल चौरासी प्रधान सुमेर जेलदार ने भी मोर्चा संभाले रखा।
खेड़ा बार्डर पर सर्विस लेन को भी किया बंद: जयसिंहपुर खेड़ा- शाहजहांपुर बार्डर पर कृषि कानून विरोधियों ने हाईवे पर जाम दिसंबर 2020 से लगाया हुआ है। भारत बंद के चलते कानून विरोधियों ने जयपुर की ओर जाने वाली सर्विस लेन को भी बंद कर दिया। इसके चलते वाहन चालकों को खासी परेशानियों का सामना करना पड़ा। हाईवे पर बार्डर के निकट वाहनों की लंबी कतारें लग गईं। घंटों तक भारी वाहन जाम में फंसे रहे या फिर ग्रामीण रूटों से निकले। शाम के समय सर्विस लेन खुलने के बाद ही यातायात थोड़ा बहुत सुचारू हो सका।